जाट नेता हेमाराम का कांग्रेस को ना। मची खलबली कांग्रेस मची खलबली
कांग्रेस पेशोपेश में टिकट किसको दे
बाड़मेर राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए पर्चा दाखिल करने की अंतिम तारीख है लेकिन राजस्थान के कोंग्रेस के कदावर जाट नेता हेमाराम चौधरी को गुड़ामालानी से प्रत्याशी है लेकिन अचानक ही गयाब हो गए है खबरे यह है कि हेमाराम चौधरी ने चुनाव से लड़ने से इनकार कर दिया है जो कि कोंग्रेस के लिए इस विधानसभा चुनावो में बड़ा झटका होगा इससे जाट वोट बैंक कोंग्रेस से दूर हो सकती है हेमाराम चौधरी कि खबर आने के बाद कोंग्रेस में बाड़मेर से दिल्ली लेकर भूचाल आ गया है
वीओ 1 राजस्थान सरकार में राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने इस बार चुनाव लड़ने से इनकार पहले ही कर दिया था जब रिफायनरी को लेकर विवाद खड़ा हुआ था तो हेमाराम चौधरी ने अपनी इस्तीफा दे दिया था उसके करीब एक माह बाद हेमाराम को मन दिया गया था उसके बाद हेमाराम चौधरी ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था लेकिन उसके बाद यह खबरे आई कि हेमाराम बाड़मेर या बायतु से विधानसभा से चुनाव लड़ सकते है लेकिन जब कोंग्रेस से कि पहली सुची आई तो बाड़मेर जिले कि सातो विधानसभा में से छ विधानसभा पर अपने उम्मीदवारो कि घोषणा कर दी गई लेकिन गुड़ामालानी को रिक्त रखा गया है उसके बाद जब हेमाराम चौधरी को मानाने के लिए उनके समर्थक आए तो भी हेमाराम ने कुछ भी साफ़ कहने से इनकार कर दिया उसके बाद तीन दिन पहले ही हेमाराम चौधरी को आल कमान ने दिल्ली में बुलाया और उन्हें मानाने कि कोशिश कि तो शनिवार को जब तीसरी लिस्ट आई तो हेमाराम चौधरी का नाम गुड़ामालानी से नाम आ गया लेकिन अब खबरे यह आ रही है कि हेमारम चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है और अपने फोन को ऑफ करके कई एकांतवास में चले गए है इस मामल में जब हमने हेमाराम के बाड़मेर निवास पर इनकी पत्नी से बात करने कि कोश्शि कि तो उनका कहना है कि हेमाराम चौधरी दिल्ली गए थे उकसे बाद वापस नहीं आए है चुनाव लड़गे या नहीं यह मुझे पता नहीं है
इस महीने की सात तारीख को ही हेमाराम को मनाने के लिए बड़ी संख्या मे गुड़ामालानी क्षेत्र के कार्यकर्ताओ व नेताओ ने चुनाव लड़ने के लिए राजी कर लिया आए थे तब हेमाराम चौधर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि अब नए चारे को मोका मिलना चाहिए लेकिन उसके बाद भी जो आलकमान का आदेश होगा वही मै करुगा
हेमाराम चौधरी अगर चुनाव नहीं लड़ते है तो यह कोंग्रेस के लिए बड़ा झटका होगा क्योकि पहले ही भवरी प्रकरण के आरोपी महिपाल मदेरणा के चलते जाट कोंग्रेस से खफा है अब अगर हेमाराम चौधरी चुनाव नहीं लड़ते है तो कोंग्रेस एक बाद जाट वोट बैक जा सकता है लेकिन खबर यह भी आ रही है कि हेमाराम चौधरी इस समय अ
कांग्रेस पेशोपेश में टिकट किसको दे
बाड़मेर राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए पर्चा दाखिल करने की अंतिम तारीख है लेकिन राजस्थान के कोंग्रेस के कदावर जाट नेता हेमाराम चौधरी को गुड़ामालानी से प्रत्याशी है लेकिन अचानक ही गयाब हो गए है खबरे यह है कि हेमाराम चौधरी ने चुनाव से लड़ने से इनकार कर दिया है जो कि कोंग्रेस के लिए इस विधानसभा चुनावो में बड़ा झटका होगा इससे जाट वोट बैंक कोंग्रेस से दूर हो सकती है हेमाराम चौधरी कि खबर आने के बाद कोंग्रेस में बाड़मेर से दिल्ली लेकर भूचाल आ गया है
वीओ 1 राजस्थान सरकार में राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने इस बार चुनाव लड़ने से इनकार पहले ही कर दिया था जब रिफायनरी को लेकर विवाद खड़ा हुआ था तो हेमाराम चौधरी ने अपनी इस्तीफा दे दिया था उसके करीब एक माह बाद हेमाराम को मन दिया गया था उसके बाद हेमाराम चौधरी ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था लेकिन उसके बाद यह खबरे आई कि हेमाराम बाड़मेर या बायतु से विधानसभा से चुनाव लड़ सकते है लेकिन जब कोंग्रेस से कि पहली सुची आई तो बाड़मेर जिले कि सातो विधानसभा में से छ विधानसभा पर अपने उम्मीदवारो कि घोषणा कर दी गई लेकिन गुड़ामालानी को रिक्त रखा गया है उसके बाद जब हेमाराम चौधरी को मानाने के लिए उनके समर्थक आए तो भी हेमाराम ने कुछ भी साफ़ कहने से इनकार कर दिया उसके बाद तीन दिन पहले ही हेमाराम चौधरी को आल कमान ने दिल्ली में बुलाया और उन्हें मानाने कि कोशिश कि तो शनिवार को जब तीसरी लिस्ट आई तो हेमाराम चौधरी का नाम गुड़ामालानी से नाम आ गया लेकिन अब खबरे यह आ रही है कि हेमारम चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है और अपने फोन को ऑफ करके कई एकांतवास में चले गए है इस मामल में जब हमने हेमाराम के बाड़मेर निवास पर इनकी पत्नी से बात करने कि कोश्शि कि तो उनका कहना है कि हेमाराम चौधरी दिल्ली गए थे उकसे बाद वापस नहीं आए है चुनाव लड़गे या नहीं यह मुझे पता नहीं है
इस महीने की सात तारीख को ही हेमाराम को मनाने के लिए बड़ी संख्या मे गुड़ामालानी क्षेत्र के कार्यकर्ताओ व नेताओ ने चुनाव लड़ने के लिए राजी कर लिया आए थे तब हेमाराम चौधर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि अब नए चारे को मोका मिलना चाहिए लेकिन उसके बाद भी जो आलकमान का आदेश होगा वही मै करुगा
हेमाराम चौधरी अगर चुनाव नहीं लड़ते है तो यह कोंग्रेस के लिए बड़ा झटका होगा क्योकि पहले ही भवरी प्रकरण के आरोपी महिपाल मदेरणा के चलते जाट कोंग्रेस से खफा है अब अगर हेमाराम चौधरी चुनाव नहीं लड़ते है तो कोंग्रेस एक बाद जाट वोट बैक जा सकता है लेकिन खबर यह भी आ रही है कि हेमाराम चौधरी इस समय अ
hwa ka rukh bhampne wale neta or dusri tarf shiv mein aandhi aane per bhi tikke h.yahi farq h rajniti me ise hi rajnetik samajh kahte h.
जवाब देंहटाएंyah congress ki chal hai jat rajniti khatam karne ki jo ashok gahlot kar raha hai
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