नईदिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उस वक्त खलल पड़ गया जब एक व्यक्ति ने नारे लगाते हुए उन पर काला पेंट फेंक दिया। केजरीवाल उस समय डायस से कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उस हमलावर को "आप" के कार्यकर्ताओं ने तुरंत ही पकड़ कर कमरे से बाहर कर दिया।
नचिकेता वालनेकर नामक इस शख्स ने खुद को भाजपा का कार्यकर्ता बताया है।
"आप" ने दिया अन्ना और देश को धोखा
हालांकि केजरीवाल पर पेंट के कुछ छींटे ही पड़े लेकिन "आप" के नेशनल एक्जीक्यूटिव मेंबर मनीष सिसोदिया की पूरी टोपी ही पेंट से काली हो गई। सिसोदिया प्रतापगंज असेंबली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। "आप" के सदस्य और सीनियर वकील प्रशांत भूषण के हाथों पर भी काफी पेंट गिरा।
हमले का कारण पूछे जाने पर हमलावर वालनेकर ने बताया वह अन्ना हजारे का समर्थक है और केजरीवाल द्वारा "इंडिया अगेन्स्ट करप्शन" मूवमेंट को हाशिए पर धकेलने से काफी नाराज हैं। मालूम हो कि इंडिया अगेन्स्ट करप्शन कभी देश का सबसे बड़ा आंदोलन बन गई थी।
वालनेकर के अनुसार अन्ना हजारे इस जनआंदोलन को कभी खत्म नहीं होने देना चाहते थे लेकिन अरविंद केजरीवाल ने अन्ना के नाम का इस्तेमाल कर उनको धोखा दिया है।
घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए "आप" ने इसे उत्साह कम करने के लिए विपक्षी दलों की एक साजिश बताया। वहीं बीजेपी और कांगे्रस ने इसे "आप" का महज एक चुनावी स्टंट करार दिया है।
आरोप साबित हुए तो चुनाव नहीं लडूंगा
संवाददाता सम्मेलन में केजरीवाल उन आरोपों का जवाब दे रहे थे, जिसमें कहा गया था कि आप कहीं इंडिया अंगेस्ट करप्शन के पैसे का इस्तेमाल तो नहीं कर रही।
केजरीवाल ने इस का जवाब देते हुए कहा कि अगर ऎसा दोष साबित हो जाए तो वे दिल्ली विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे।
केजरीवाल के अनुसाार अन्ना आंदोलन के फंड में 54 लाख रूपए थे। यह पैसा अब खत्म हो चुका है। इस पैसे का उपयोग चुनाव अभियान में नहीं किया गया।
नचिकेता वालनेकर नामक इस शख्स ने खुद को भाजपा का कार्यकर्ता बताया है।
"आप" ने दिया अन्ना और देश को धोखा
हालांकि केजरीवाल पर पेंट के कुछ छींटे ही पड़े लेकिन "आप" के नेशनल एक्जीक्यूटिव मेंबर मनीष सिसोदिया की पूरी टोपी ही पेंट से काली हो गई। सिसोदिया प्रतापगंज असेंबली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। "आप" के सदस्य और सीनियर वकील प्रशांत भूषण के हाथों पर भी काफी पेंट गिरा।
हमले का कारण पूछे जाने पर हमलावर वालनेकर ने बताया वह अन्ना हजारे का समर्थक है और केजरीवाल द्वारा "इंडिया अगेन्स्ट करप्शन" मूवमेंट को हाशिए पर धकेलने से काफी नाराज हैं। मालूम हो कि इंडिया अगेन्स्ट करप्शन कभी देश का सबसे बड़ा आंदोलन बन गई थी।
वालनेकर के अनुसार अन्ना हजारे इस जनआंदोलन को कभी खत्म नहीं होने देना चाहते थे लेकिन अरविंद केजरीवाल ने अन्ना के नाम का इस्तेमाल कर उनको धोखा दिया है।
घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए "आप" ने इसे उत्साह कम करने के लिए विपक्षी दलों की एक साजिश बताया। वहीं बीजेपी और कांगे्रस ने इसे "आप" का महज एक चुनावी स्टंट करार दिया है।
आरोप साबित हुए तो चुनाव नहीं लडूंगा
संवाददाता सम्मेलन में केजरीवाल उन आरोपों का जवाब दे रहे थे, जिसमें कहा गया था कि आप कहीं इंडिया अंगेस्ट करप्शन के पैसे का इस्तेमाल तो नहीं कर रही।
केजरीवाल ने इस का जवाब देते हुए कहा कि अगर ऎसा दोष साबित हो जाए तो वे दिल्ली विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे।
केजरीवाल के अनुसाार अन्ना आंदोलन के फंड में 54 लाख रूपए थे। यह पैसा अब खत्म हो चुका है। इस पैसे का उपयोग चुनाव अभियान में नहीं किया गया।
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