राहुल ने कि बात आखिरकार माने हेमाराम चौधरी कल ग्यारह बजे भरेंगे नामांकन
पहले बढ़ी सियासी हलचल
इससे पहले हेमाराम ने अधिक उम्र का हवाला देते हुए कहा कि मेरी उम्र 66 साल हो गई है। सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश भी 65 वर्ष की उम्र में सेवानिवृत्त होते हैं। सरकारी कर्मचारी भी 60 साल की उम्र में सेवानिवृत्त होते हैं तो फिर हम भी तो नैतिकता के आधार पर सेवानिवृत्ति की बात सोचें। नामांकन दाखिले की अंतिम तिथि के एक दिन पहले हेमाराम के इस ऎलान से कांग्रेस राजनीति में हलचल शुरू हो गई थी। प्रमुख राजनीतिक दल कांग्रेस व भाजपा में हेमाराम समेत करीब पच्चीस फीसदी उम्मीदवार 65 के पार उम्र के हैं। हेमाराम ने राजनीतिक दलों की ओर से चुनाव में उम्रदराज लोगों को उम्मीदवार बनाए जाने की प्रवृत्ति पर सवाल जरूर खड़ा किया, लेकिन बाद में खुद ने ही यू टर्न ले लिया।
हेमाराम चौधरी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे हैं। उम्मीदवार घोषित होने के बाद हेमाराम ने कहा कि मैं कांग्रेस के प्रभारी महासचिव गुरूदास कामत, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व सांसद हरीश चौधरी को पहले ही बता चुका था कि मुझे चुनाव नहीं लड़ना। हमें नए चेहरों को मौका देना चाहिए। क्या हम ही लगातार चुनाव लड़ते रहेंगे? उन्होंने यह भी जोड़ा कि मैं 1980 में सेवा की जिस भावना से राजनीति में आया था वह भावना कम होती जा रही है। अब चुनाव खर्चीला हो गया है और इतना खर्चा करना मुश्किल है।
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