छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र से किन्नर पूजा के चुनाव मैदान में उतर जाने से मुकाबला रोचक हो गया है। यहां किन्नर पूजा को मिल रहे जनसमर्थन ने भाजपा और कांग्रेस का समीकरण ही बिगाड़ दिया है। वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र में दूसरे चरण में 19 नवंबर को मतदान होगा।
टिकट वितरण के बाद से भाजपा और कांग्रेस दोनों प्रमुख दलों में विरोध के स्वर बुलंद हैं। भाजपा से बगावत करने वालों में से कुछ ने तो निर्दलीय रूप से अपना नामांकन दाखिला करके पहले ही मोर्चा बुलंद कर दिया है, कांग्रेस में हालांकि खुलेआम विद्रोह के स्वर उतने मुखर नहीं हैं पर पार्टी में भितरघात की आशंकाएं प्रबल हो गई हैं।
दोनों ही बड़ी पार्टियों के प्रत्याशी अभी तक अपने कार्यकर्तार्अो के मान मनौव्वल में ही लगे हैं, वहीं स्वाभिमान मंच भी इस चुनाव में अपना भाग्य आजमा रही है। इसी विरोध को भुनाने के लिए इलाके की किन्नर पूजा भी विधानसभा चुनाव में कूद गई है।
पूजा के चुनाव मैदान में आते ही यहां मुकाबला काफी दिलचस्प दिखने लगा है। किन्नरों के स्वाभिमान और अस्मिता के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही पूजा देश के कुछ हिस्सों में किन्नरों की हुई विजय से खासी उत्साहित है। उनका मानना है कि चुनाव में परिणाम चाहे जो भी हो लेकिन इस चुनाव में उनकी उपस्थिति कौतूहल और उत्सुकता का सबब तो बन ही रही है। बहरहाल, आक्रोशित युवाओं का भरपूर समर्थन किन्नर पूजा को मिलता दिख रहा है।
टिकट वितरण के बाद से भाजपा और कांग्रेस दोनों प्रमुख दलों में विरोध के स्वर बुलंद हैं। भाजपा से बगावत करने वालों में से कुछ ने तो निर्दलीय रूप से अपना नामांकन दाखिला करके पहले ही मोर्चा बुलंद कर दिया है, कांग्रेस में हालांकि खुलेआम विद्रोह के स्वर उतने मुखर नहीं हैं पर पार्टी में भितरघात की आशंकाएं प्रबल हो गई हैं।
दोनों ही बड़ी पार्टियों के प्रत्याशी अभी तक अपने कार्यकर्तार्अो के मान मनौव्वल में ही लगे हैं, वहीं स्वाभिमान मंच भी इस चुनाव में अपना भाग्य आजमा रही है। इसी विरोध को भुनाने के लिए इलाके की किन्नर पूजा भी विधानसभा चुनाव में कूद गई है।
पूजा के चुनाव मैदान में आते ही यहां मुकाबला काफी दिलचस्प दिखने लगा है। किन्नरों के स्वाभिमान और अस्मिता के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही पूजा देश के कुछ हिस्सों में किन्नरों की हुई विजय से खासी उत्साहित है। उनका मानना है कि चुनाव में परिणाम चाहे जो भी हो लेकिन इस चुनाव में उनकी उपस्थिति कौतूहल और उत्सुकता का सबब तो बन ही रही है। बहरहाल, आक्रोशित युवाओं का भरपूर समर्थन किन्नर पूजा को मिलता दिख रहा है।
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