नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली और इसके आसपास का इलाका सोमवार देर रात भूकंप के झटकों से दहशत में घिरा रहा। दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में एक नहीं बल्कि चार-चार भूकंप के झटके महसूस किए गए। जब लोग गहरी नींद में पहुंचे ही थे कि दिल्ली की धरती के कांपने का सिलसिला शुरू हुआ। एक बार जब ये सिलसिला शुरू हुआ तो तीन घंटे के भीतर चार बार धरती हिल गई। भारतीय मौसम विभाग ने भूकंप के इन झटकों को पुष्टि की है।
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक भूकंप का पहला झटका रात 12 बजकर 41 मिनट पर आया। भूकंप के पहले झटके की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.1 आंकी गई। अभी लोग इस झटके की दहशत से उबरे भी नहीं थे कि भूकंप का दूसरा झटका फिर महसूस किया गया। दूसरा झटका देर रात एक बजकर 40 मिनट पर लगा। दूसरे झटके की तीव्रता पहले से भी कुछ ज्यादा आंकी गई। रिक्टर स्केल पर भूकंप के दूसरे झटके की तीव्रता 3.3 आंकी गई।
दूसरे झटके के बाद तो दिल्ली-एनसीआर के बड़े हिस्से में लोगों की नींद गायब हो चुकी थी। इसके बाद तो लोगों ने फोन के जरिए एक-दूसरे का हालचाल जानना शुरू कर दिया। लेकिन दिल्ली और एनसीआर में सोमवार की रात भूकंप की रात बनकर ही आई थी। दो झटकों के बाद फिर देश की राजधानी के आसपास के इलाके ने दो और झटके महसूस किए। तीसरा झटका रात एक बजकर 55 मिनट पर आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.5 आंकी गई, तो चौथा झटका रात 3 बजकर 41 मिनट पर आया। रिक्टर स्केल पर चौथे झटके की तीव्रता 2.8 थी।
भूकंप के झटकों से दिल्ली और दिल्ली एनसीआर के आसपास के इलाकों में लोगों में दहशत फैल गई। किसी बड़े खतरे के अंदेशे से घबराकर एहतियातन लोग घरों से बाहर आ गए। हालांकि अब तक किसी जान माल का नुकसान नहीं बताया जा रहा है। भूकंप का केंद्र दिल्ली था। दिल्ली में भूकंप कई बार आए लेकिन केंद्र पहली बार पड़ा है जिसकी वजह से हल्के भूकंप में भी लोगों ने तगड़े झटके महसूस किए। दिल्ली सेसमिक जोन 4 में आता है जिसे हाई डेमेज रिस्क जोन माना जाता है।
भूकंप के झटके दिल्ली के अलावा गुड़गांव, चंदीगढ़, फरीदाबाद, नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ, मेरठ, बागपत और मुरादनगर में भी महसूस किए गए. दिल्ली में तेज झटके जबकी पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भी हल्के झटके महसूस किए गए।
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