बुधवार, 27 नवंबर 2013

बुद्ध के जन्म को लेकर मिला अहम सबूत


काठमांडू गौतम बुद्ध के जन्म की सदी को लेकर विद्वानों के बीच भले ही अभी तक कई विवाद रहे हों, लेकिन अब उन पर विराम लग सकता है। बुद्ध के जन्म स्थान लुंबिनी में खुदाई के दौरान आर्कियालॉजिस्ट के हाथ अहम सबूत लगे हैं। इससे पता चलता है कि बुद्ध का जन्म ईसा पूर्व छठी सदी में हुआ था, ना कि ईसा पूर्व चौथी सदी में जैसा कि कुछ विद्वानों का मानना रहा है। आर्कियालॉजिस्ट ने नेपाल के लुंबिनी में अभी तक के सबसे पुराने बौद्ध मठ की खोज की है जिससे पता चलता है कि बुद्ध का जन्म ईसा पूर्व छठी सदी में ही हुआ था।
लुंबिनी में पवित्र माया देवी मंदिर में खुदाई के दौरान कई मंदिरों के ईंटों के नीचे ईसा पूर्व छठी सदी की इमारती लकड़ी के एक ढांचे के अवशेष मिले हैं। रिसर्च टीम की अगुवाई करने वाले ब्रिटेन की डरहम यूनिवर्सिटी के रॉबिन कॉनिंगहम ने कहा कि बुद्ध के जीवन से जुड़ी यह पहली आर्कियालॉजिकल चीज है और इस तरह बौद्ध धर्म के एक खास सदी में फलने-फूलने के पहले प्रमाण मिले हैं।
लकड़ी का यह ढांचा बीच में खुला हुआ है जिसका जिक्र बुद्ध से जुड़ी प्राचीन कहानी में भी है। कहानी के मुताबिक, बुद्ध की मां माया देवी लुंबिनी बाग में बुद्ध को जन्म देते समय एक पेड़ की टहनी पकड़े हुए थीं। रिसर्चर्स को लगता है कि लकड़ी के बने मंदिर की खुली जगह में कोई पेड़ रहा होगा। रिसर्च एंटिक्विटी जर्नल में छपी है और इसमें कहा गया है कि रिसर्च से इस बात की पुष्टि हुई है कि मंदिर के बीचोंबीच की खाली जगह में प्राचीन पेड़ का जड़ रहा होगा। कॉनिंगहम ने कहा कि ऐसा पहली बार है जब लुंबिनी के बारे में हमारे पास ऐसे ऑर्कियालॉजिकल क्रम हैं जिनसे पता चलता है कि वहां ईसा पूर्व छठी सदी में भी कोई इमारत रही होगी।

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