सेना के वाहन ने बेटी, पिता और दादा को कुचला
पोकरण/ फलसूंड. क्षेत्र के फलसूंड कस्बे में रविवार की रात गाड़ोलिया परिवार के लिए काफी दर्दनाक साबित हुई। रविवार देर रात लगभग 11.45 बजे सेना के एक वाहन ने इस परिवार के तीन जनों को कुचला दिया। इसमें बेटी, पिता और दादा की मौत हो गई। एक गाड़ोलिया लोहारों का परिवार सड़क से 200 फीट की दूरी पर सो रहा था। आधी रात में शिव रोड से फलसूंड की तरफ आ रहा सेना के वाहन को चालक ने कच्चे मार्ग में बायतू सड़क की तरफ मोड़ दिया। सेना के वाहन के मोडऩे से यह वाहन इन गाडोलिया लोहार के नींद में सो रहे परिवार को कुचलता हुआ आगे निकल गया। एकाएक सेना के वाहन के कुचते जाने से हुए शोर ने पूरे कस्बे को जागा दिया। सेना के वाहन के नीचे आने से चार वर्षीय बच्ची मनीषा की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं अपनी पोती को सुला रहा दादा शंकरलाल व पास ही सो रहा शंकरलाल का बेटा रमेश भी ट्रक के ऊपर से गुजरने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के दो घंटों बाद इलाज के दौरान रमेश की मौत हो गई। वहीं सोमवार की सुबह शंकरलाल की भी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही सेना के जवान घायलों को अपने बेसकैंप में ले गए। पुलिस न वहां खड़े सेना के वाहन को अपने कब्जे में ले लिया लेकिन चालक वहां से फरार हो गया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
पोकरण/ फलसूंड. क्षेत्र के फलसूंड कस्बे में रविवार की रात गाड़ोलिया परिवार के लिए काफी दर्दनाक साबित हुई। रविवार देर रात लगभग 11.45 बजे सेना के एक वाहन ने इस परिवार के तीन जनों को कुचला दिया। इसमें बेटी, पिता और दादा की मौत हो गई। एक गाड़ोलिया लोहारों का परिवार सड़क से 200 फीट की दूरी पर सो रहा था। आधी रात में शिव रोड से फलसूंड की तरफ आ रहा सेना के वाहन को चालक ने कच्चे मार्ग में बायतू सड़क की तरफ मोड़ दिया। सेना के वाहन के मोडऩे से यह वाहन इन गाडोलिया लोहार के नींद में सो रहे परिवार को कुचलता हुआ आगे निकल गया। एकाएक सेना के वाहन के कुचते जाने से हुए शोर ने पूरे कस्बे को जागा दिया। सेना के वाहन के नीचे आने से चार वर्षीय बच्ची मनीषा की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं अपनी पोती को सुला रहा दादा शंकरलाल व पास ही सो रहा शंकरलाल का बेटा रमेश भी ट्रक के ऊपर से गुजरने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के दो घंटों बाद इलाज के दौरान रमेश की मौत हो गई। वहीं सोमवार की सुबह शंकरलाल की भी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही सेना के जवान घायलों को अपने बेसकैंप में ले गए। पुलिस न वहां खड़े सेना के वाहन को अपने कब्जे में ले लिया लेकिन चालक वहां से फरार हो गया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
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