सोमवार, 7 अक्तूबर 2013

मोदी की हुंकार रैली से डरे नीतीश, रैली के दिन रखा राष्ट्रपति का कार्यक्रम



भाजपा ने आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि पटना में 27 अक्तूबर को होने वाली पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की हुंकार रैली में खलल डालने की साजिश के तहत उन्होंने उसी दिन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का शहर में कार्यक्रम रखा है। उसने मुखर्जी से अपील की कि वह जदयू के ऐसे किसी षडयंत्र का शिकार नहीं बनें।
मोदी की हुंकार रैली से डरे नीतीश, रैली के दिन रखा राष्ट्रपति का कार्यक्रम
पार्टी के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने यहां भाजपा की प्रेस ब्रीफिंग में कहा, अगर आप (नीतीश) मोदी से इतना ही डरते हैं तो उन्हें निशाना बनाने के लिए माननीय राष्ट्रपति के कंधे का सहारा क्यों ले रहे हैं? आप जान-बूझ कर भाजपा की हुंकार रैली में व्यवधान पैदा करना चाहते हैं। हिम्मत हो तो अपने पार्टनर राहुल गांधी को बिहार बुलाइए।

बिहार के मुख्यमंत्री के इस तर्क को उन्होंने गलत बताया कि राष्ट्रपति का बिहार में 26 और 27 अक्तूबर का कार्यक्रम राज्य सरकार का नहीं है और यह एक गैर सरकारी संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम है, लेकिन माननीय राष्ट्रपति का बिहार के दौरे पर आ रहे हैं तो उनके दर्जे के अनुसार राज्य सरकार को व्यवस्थाएं करनी ही हैं।

शाहनवाज ने कहा, हम पहले से ही जानते थे कि नीतीश कुमार यह तर्क देंगे। लेकिन हम नीतीश कुमार को अच्छी तरह जानते हैं और यह सारा ताना-बाना पूरी तरह उनके निवास पर बनाया गया है।

भाजपा प्रवक्ता ने सवाल किया कि जब नीतीश जानते थे कि पटना में 27 अक्तूबर को मोदी की रैली होने जा रही है, जिसकी घोषणा मार्च महीने में हो गई थी, तो उसी दिन मुख्यमंत्री ने उस तथा कथित गैर सरकारी संस्था को इसी शहर में राष्ट्रपति के कार्यक्रम की अनुमति क्यों दे दी?

 

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