बीजिंग। एक चीनी युवक इस बात से परेशान था कि उसकी कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी। हताशा और निराशा के भंवर में फंसे इस युवक ने आवेश में आकर अपना गुप्तांग ही काट डाला। इसके बाद बही खून की धार और असहनीय दर्द से परेशान हुआ तो सीधे अस्पताल की राह पकड़ी। हालत बिगड़ने के बावजूद वह साइकिल पर ही डाक्टर के पास पहुंच गया।
अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे बताया कि वे उसकी मदद नहीं कर सकते और उसे घर जाकर गुप्तांग लाने को कहा ताकि उसका इलाज किया जा सके। 26 वर्षीय यांग हू अस्पताल से वापस घर लौटा। उसने अपना गुप्तांग ढूंढा और उसे लेकर फिर अस्पताल पहुंचा। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी, डॉक्टर ने उससे कहा कि अब उससे गुप्तांग को जोड़ना मुश्किल है क्योकि उसमें लंबे समय तक खून का प्रवाह नहीं हुआ है।
यांग के दोस्तों ने बताया कि वह इसलिए दुखी रहता था कि उसकी कोई प्रेमिका नहीं थी। यांग को प्रेमिका की चाहत में फैक्ट्री में कई घंटों तक काम करता रहता था क्योंकि उसे शक था कि अगर में देर तक काम करूंगा तो उसे किसी महिला से मिलने का मौका मिल सकता था।
वह इतना ज्यादा तनाव मे रहने लगा कि 27 अक्टूबर को रात 9 बजे जब वह काम से अपने किराए के मकान पर लौटा तो उसने अपना गुप्तांग काटने का फैसला कर लिया क्योकि उसे लगता था कि अब उसका कोई काम नहीं है और ऎसा करने से उसे प्रेमिका के ख्याल नहीं आएंगे।
वैसे हैरान करने वाली बात यह है कि वह किसी तरह साइकिल चलाकर अस्पताल पहुंचने में कामयाब रहा। यही नहीं वह गुप्तांग लेने फिर से साइकिल चलाकर घर भी वापस और गया फिर अस्पताल आया।
अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे बताया कि वे उसकी मदद नहीं कर सकते और उसे घर जाकर गुप्तांग लाने को कहा ताकि उसका इलाज किया जा सके। 26 वर्षीय यांग हू अस्पताल से वापस घर लौटा। उसने अपना गुप्तांग ढूंढा और उसे लेकर फिर अस्पताल पहुंचा। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी, डॉक्टर ने उससे कहा कि अब उससे गुप्तांग को जोड़ना मुश्किल है क्योकि उसमें लंबे समय तक खून का प्रवाह नहीं हुआ है।
यांग के दोस्तों ने बताया कि वह इसलिए दुखी रहता था कि उसकी कोई प्रेमिका नहीं थी। यांग को प्रेमिका की चाहत में फैक्ट्री में कई घंटों तक काम करता रहता था क्योंकि उसे शक था कि अगर में देर तक काम करूंगा तो उसे किसी महिला से मिलने का मौका मिल सकता था।
वह इतना ज्यादा तनाव मे रहने लगा कि 27 अक्टूबर को रात 9 बजे जब वह काम से अपने किराए के मकान पर लौटा तो उसने अपना गुप्तांग काटने का फैसला कर लिया क्योकि उसे लगता था कि अब उसका कोई काम नहीं है और ऎसा करने से उसे प्रेमिका के ख्याल नहीं आएंगे।
वैसे हैरान करने वाली बात यह है कि वह किसी तरह साइकिल चलाकर अस्पताल पहुंचने में कामयाब रहा। यही नहीं वह गुप्तांग लेने फिर से साइकिल चलाकर घर भी वापस और गया फिर अस्पताल आया।
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