बहन की हत्या का पश्चाताप करने पूर्वजों की कब्र पर पाक पहुंचा बाड़मेर का व्यक्ति
बाड़मेर -- बाड़मेर जिले की पाकिस्तान सरहद के पास स्थित अमियानी गाँव का एक व्यक्ति अपनी बहन की हत्या का पश्चाताप करने अवेध रूप से तारबंदी पार कर पाकिस्तान के सिंध प्रान्त के गोगासर गाँव स्थित अपने पूर्वजो की कब्रगाह पर पहुँच गया। करीब तीस फिट उन्न्ची कंटीली लोहे की तारबंदी फांदते वक्त उसका पाँव जख्मी हो गया। पाकिस्तान के गोगासर पहुँचाने पर ग्रामीणों ने उसे पाक रेंजरो के हवाले किया।
राजस्थान के बाड़मेर जिले की पाकिस्तान की सरहद से सटे गाँव अमियानी निवासी 50 वर्षीय अबू बकर नामक यह व्यक्ति मानसिक रुप से बीमार है. उसे पाकिस्तानी रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया. अमीर नोहरी के बेटे अबू बकर ने गोगासर पाकिस्तान के लोगों को बताया कि उसने 1988 में अपनी बहन की हत्या कर दी थी, इसके लिए माफी मांगने वह गोगासार में अपने दादा-परदादा की क्रब पर आया था.उसके अनुसार उसकी बहन की हत्या की सज़ा 2011 में ख़त्म हो गयी थी। उसके बासद उसने फिर परिजनों पर हमला किया था जिसके लिए उसे फिर सजा हुई। चार पांच रोज पहले ही भारतीय जेल से बरी हुआ। बरी होने के बाद वह सरहद पर पहुंचा और रात्रि को अन्तराष्ट्रीय तारबंदी फंड पाकिस्तान आया। पाकिस्तान के गडारो सिटी से सीधा गोगासर अपने पूर्वजो की कब्र पर अपने गुनाह की माफ़ी मांगने आया। फिलहाल उसे पाक रेंजरो ने कब्ज़े कर रखा हें उससे पूछताछ चल रही हें ,उसके द्वारा बताये तथ्यों की जांच और पते की पुष्टि करने के प्रयास किये जा रहे हें।
वह राजस्थान में बाड़मेर जिले में तामलोर रेलवे स्टेशन के समीप अमयानी गांव का रहने वाला है. गोगासार के किसानों के अनुसार अबू बकर ने उन्हें बताया कि उसने 1988 में कुल्हाड़ी से वार कर अपनी बहन को मार डाला था.
बाड़मेर -- बाड़मेर जिले की पाकिस्तान सरहद के पास स्थित अमियानी गाँव का एक व्यक्ति अपनी बहन की हत्या का पश्चाताप करने अवेध रूप से तारबंदी पार कर पाकिस्तान के सिंध प्रान्त के गोगासर गाँव स्थित अपने पूर्वजो की कब्रगाह पर पहुँच गया। करीब तीस फिट उन्न्ची कंटीली लोहे की तारबंदी फांदते वक्त उसका पाँव जख्मी हो गया। पाकिस्तान के गोगासर पहुँचाने पर ग्रामीणों ने उसे पाक रेंजरो के हवाले किया।
राजस्थान के बाड़मेर जिले की पाकिस्तान की सरहद से सटे गाँव अमियानी निवासी 50 वर्षीय अबू बकर नामक यह व्यक्ति मानसिक रुप से बीमार है. उसे पाकिस्तानी रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया. अमीर नोहरी के बेटे अबू बकर ने गोगासर पाकिस्तान के लोगों को बताया कि उसने 1988 में अपनी बहन की हत्या कर दी थी, इसके लिए माफी मांगने वह गोगासार में अपने दादा-परदादा की क्रब पर आया था.उसके अनुसार उसकी बहन की हत्या की सज़ा 2011 में ख़त्म हो गयी थी। उसके बासद उसने फिर परिजनों पर हमला किया था जिसके लिए उसे फिर सजा हुई। चार पांच रोज पहले ही भारतीय जेल से बरी हुआ। बरी होने के बाद वह सरहद पर पहुंचा और रात्रि को अन्तराष्ट्रीय तारबंदी फंड पाकिस्तान आया। पाकिस्तान के गडारो सिटी से सीधा गोगासर अपने पूर्वजो की कब्र पर अपने गुनाह की माफ़ी मांगने आया। फिलहाल उसे पाक रेंजरो ने कब्ज़े कर रखा हें उससे पूछताछ चल रही हें ,उसके द्वारा बताये तथ्यों की जांच और पते की पुष्टि करने के प्रयास किये जा रहे हें।
वह राजस्थान में बाड़मेर जिले में तामलोर रेलवे स्टेशन के समीप अमयानी गांव का रहने वाला है. गोगासार के किसानों के अनुसार अबू बकर ने उन्हें बताया कि उसने 1988 में कुल्हाड़ी से वार कर अपनी बहन को मार डाला था.
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