नई दिल्ली। हुंकार रैली में इंडियन मुजाहिद्दीन ने नरेन्द्र मोदी पर सुसाइड अटैककी साजिश रची थी। लेकिन अचानक हुए ब्लास्ट से पूरी साजिश नाकामयाब हो गई। पुलिस से पूछताछ में आईएम ने गुर्गे ने खुलासा किया है।
गल्फ न्यूज में प्रकाशित एक खबर में आईएम को चलाने वाले इम्तियाज के हवाले से कहा गया है कि इम्तियाज और उसके दोस्त का मकसद रिमोट के जरिए किए गए तीन ब्लास्ट के बाद मंच के पास खुद को उड़ाना था।
लेकिन पटना रेलवे स्टेशन पर शौचालय में टाइमर और बैटरी के सहारे लगाए गए बम के ब्लास्ट होने के बाद आईएम की ये साजिश नाकामयाब हो गई।
इम्तियाज का साथी इस ब्लास्ट में घायल हो गया और उसकी अस्पताल में मौत हो गई। ब्लास्ट के बाद भागते हुए वह पकड़ा गया था।
खबर के मुताबिक उसने पुलिस को बताया था कि ब्लास्ट की योजना रांची में बनी थी। जबकि सारे बम रविवार की सुबह गांधी मैदान में लगाए गए थे। उसका कहना था कि रेलवे स्टेशन पर हुए ब्लास्ट के चलते उनकी पूरी योजना विफल हो गई।
उसने बताया था कि सभी बम बैग में भरकर पटना लाए गए थे और 6 से 8 लोगों की मदद से चारों तरफ लगाए गए थे। वहीं, बिहार पुलिस का कहना है कि मकसद अफरातफरी और भगदड़ पैदा करना था।
गल्फ न्यूज में प्रकाशित एक खबर में आईएम को चलाने वाले इम्तियाज के हवाले से कहा गया है कि इम्तियाज और उसके दोस्त का मकसद रिमोट के जरिए किए गए तीन ब्लास्ट के बाद मंच के पास खुद को उड़ाना था।
लेकिन पटना रेलवे स्टेशन पर शौचालय में टाइमर और बैटरी के सहारे लगाए गए बम के ब्लास्ट होने के बाद आईएम की ये साजिश नाकामयाब हो गई।
इम्तियाज का साथी इस ब्लास्ट में घायल हो गया और उसकी अस्पताल में मौत हो गई। ब्लास्ट के बाद भागते हुए वह पकड़ा गया था।
खबर के मुताबिक उसने पुलिस को बताया था कि ब्लास्ट की योजना रांची में बनी थी। जबकि सारे बम रविवार की सुबह गांधी मैदान में लगाए गए थे। उसका कहना था कि रेलवे स्टेशन पर हुए ब्लास्ट के चलते उनकी पूरी योजना विफल हो गई।
उसने बताया था कि सभी बम बैग में भरकर पटना लाए गए थे और 6 से 8 लोगों की मदद से चारों तरफ लगाए गए थे। वहीं, बिहार पुलिस का कहना है कि मकसद अफरातफरी और भगदड़ पैदा करना था।
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