बाड़मेर। शहर में निरंतर हो रही दुपहिया वाहन चोरी की वारदातों के मामले में पुलिस के हाथ सफलता लगी है। पुलिस ने वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश कर तीन जनों को गिरफ्तार किया। वाहन चोरों ने डेढ़ दर्जन से अधिक चोरी की वारदातों को अंजाम देना स्वीकार किया। पुलिस ने चोरी हुई दो मोटरसाइकिल बरामद की।
पुलिस उप अधीक्षक बाड़मेर ओमप्रकाश गौतम ने बताया कि शहर में दुपहिया वाहनों की चोरी की वारदातों पर अंकुश लगाने व चोरी हुए वाहनों का खुलासा करने के लिए विशेष टीम का गठन किया। टीम के सदस्य शहर कोतवाल कैलाशचन्द्र मीणा, सहायक उप निरीक्षक बालूसिंह, कांस्टेबल इन्द्रसिंह, मदनराम, मूलसिंह के संयुक्त प्रयासों से संदिग्धों पर निगरानी रखी गई।
इस दौरान भरतगिरी पुत्र देवगिरी निवासी पावर हाऊस के पास बाड़मेर, देदाराम पुत्र भोजाराम निवासी सोमाणियों की ढाणी गेहूं को मोटरसाइकिल चुराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इन्होंने करीब डेढ़ दर्जन दुपहिया वाहन चुराने की वारदातें स्वीकार की। पुलिस ने चोरी की मोटरसाइकिल खरीदने के आरोप में विशाला निवासी धर्मपालसिंह को गिरफ्तार किया। उप अधीक्षक ने बताया कि देदाराम व भरतगिरी के कब्जे से दो मोटरसाइकिल बरामद की गई। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों को बुधवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
पहली बार पकड़ में आए
चोरी के आरोपी भरतगिरी व देदाराम का पूर्व में कोई पुलिस रिकॉर्डनहीं है। ये दोनों ही पहली बार पकड़ में आए हैं। संभवत: यही वजह रही कि शहर में चोरी वारदातों का खुलासा करने में उसे खासा जोर आया। पुलिस को इनके दो-तीन अन्य साथियों की तलाश है।
दिन में की चोरियां
वाहन चोरो ने चोरी अधिकांश वारदातों को दिन दहाड़े अंजाम दिया। इनके पास चाबियों का एक गुच्छा मिला, जिनके सहारे वे मोटरसाइकिल का लॉक खोलते और लेकर रफूचक्कर हो जाते।
बाइक बरामदगी चुनौती
पुलिस के लिए अब सबसे बड़ी चुनौती दुपहिया वाहन बरामद करना है। पुलिस ने डेढ़ दर्जन से अधिक वारदातों को अंजाम देने का जुर्म आरोपितों के स्वीकार करने की बात कही है, लेकिन चोरी की केवल दो मोटरसाइकिल ही बरामद बताईगई है। ऎसे में अन्य मोटरसाइकिल बरामद करना पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण है। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि चोरी के बाद वे आधी अथवा उससे भी कम रेट पर बाइक बेच देते और फिर नई चोरी करते।
पुलिस उप अधीक्षक बाड़मेर ओमप्रकाश गौतम ने बताया कि शहर में दुपहिया वाहनों की चोरी की वारदातों पर अंकुश लगाने व चोरी हुए वाहनों का खुलासा करने के लिए विशेष टीम का गठन किया। टीम के सदस्य शहर कोतवाल कैलाशचन्द्र मीणा, सहायक उप निरीक्षक बालूसिंह, कांस्टेबल इन्द्रसिंह, मदनराम, मूलसिंह के संयुक्त प्रयासों से संदिग्धों पर निगरानी रखी गई।
इस दौरान भरतगिरी पुत्र देवगिरी निवासी पावर हाऊस के पास बाड़मेर, देदाराम पुत्र भोजाराम निवासी सोमाणियों की ढाणी गेहूं को मोटरसाइकिल चुराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इन्होंने करीब डेढ़ दर्जन दुपहिया वाहन चुराने की वारदातें स्वीकार की। पुलिस ने चोरी की मोटरसाइकिल खरीदने के आरोप में विशाला निवासी धर्मपालसिंह को गिरफ्तार किया। उप अधीक्षक ने बताया कि देदाराम व भरतगिरी के कब्जे से दो मोटरसाइकिल बरामद की गई। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों को बुधवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
पहली बार पकड़ में आए
चोरी के आरोपी भरतगिरी व देदाराम का पूर्व में कोई पुलिस रिकॉर्डनहीं है। ये दोनों ही पहली बार पकड़ में आए हैं। संभवत: यही वजह रही कि शहर में चोरी वारदातों का खुलासा करने में उसे खासा जोर आया। पुलिस को इनके दो-तीन अन्य साथियों की तलाश है।
दिन में की चोरियां
वाहन चोरो ने चोरी अधिकांश वारदातों को दिन दहाड़े अंजाम दिया। इनके पास चाबियों का एक गुच्छा मिला, जिनके सहारे वे मोटरसाइकिल का लॉक खोलते और लेकर रफूचक्कर हो जाते।
बाइक बरामदगी चुनौती
पुलिस के लिए अब सबसे बड़ी चुनौती दुपहिया वाहन बरामद करना है। पुलिस ने डेढ़ दर्जन से अधिक वारदातों को अंजाम देने का जुर्म आरोपितों के स्वीकार करने की बात कही है, लेकिन चोरी की केवल दो मोटरसाइकिल ही बरामद बताईगई है। ऎसे में अन्य मोटरसाइकिल बरामद करना पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण है। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि चोरी के बाद वे आधी अथवा उससे भी कम रेट पर बाइक बेच देते और फिर नई चोरी करते।
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