बुधवार, 2 अक्तूबर 2013

गुजरात में बनेगी बच्चे पैदा करने की फैक्ट्री



आणंद। क्या कभी आपने बच्चा पैदा करने की फैक्ट्री के बारे में सुना है? नहीं, तो हम आपको बताते हैं कि ये बात अब कोई अचंम्भा नहीं। गुजरात के आणंद में एक ऎसी ही फैक्ट्री का काम चल रहा है जहां विवाहित जोड़े बच्चे खरीद सकते हैं। हालांकि ये बच्चे जेनेटिक रूप से विवाहित लोगों की ही संतान होंगे।
गुजरात में बनेगी बच्चे पैदा करने की फैक्ट्री


गुजरात के आणंद में यह अनोखा काम कर रही हैं डॉ. नयना पटेल। नयना विश्व का सबसे बड़ा सरोगेसी (किराए की कोख) अस्पताल बनाने पर काम कर रही हैं। यहां सैंकड़ों भारतीय महिलाएं ऎसे विदेशी जोड़ों के लिए अपनी कोख किराए पर दे सकेंगी जो संतान पैदा करने में अक्षम हैं। ऎसी माताओं को बच्चा पैदा करने की एवज में मोटी रकम भी दी जाती है। यह पांच हजार पौंड के करीब होती है। यानी करीब पांच लाख रूपए। ये बात अलग है कि नयना को उसकी सेवाओं के लिए 17000 पौंड (करीब 17 लाख रूपए) मिलते हैं।



फिलहाल नयना अपना सरोगेसी क्लिनिक चलता रही हैं जिसमें 100 गर्भवती महिलाओं के रहने की सुविधा है। अब तक इस क्लिनिक से 600 शिशु निसंतान दम्पत्तियों को सौंपे जा चुके हैं।




डॉ. नयना ने बीबीसी को बताया कि हालांकि उनके इस काम से गरीब महिलाओं को आर्थिक मदद मिल रही है। वहीं दूसरी ओर उन्हें गरीबों का शोषण करने के आरोप के चलते जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। उन पर शिशु बेचने और शिशु बनाने की फैक्ट्री चलाने के आरोप भी लगाए जाते हैं।




हालांकि नयना गरीबों के शोषण के अरोप को यह कहते हुए नकारती हैं किए " ये महिलाएं जॉब कर रही हैं। यह एक शारीरिक जॉब है, इसके लिए उन्हें मेहनताना दिया जाता है। ये महिलाएं जानती हैं कि बिना कष्ट लाभ नहीं मिलता है।"




नयना का कहना है कि वह एक महिलावादी अभियान चला रही हैं जिसमें कोख किराए पर देकर एक महिला दूसरी महिला की मदद करती है।




दूसरी ओर किराए पर अपनी कोख देने वाली महिलाएं कहती हैं कि उन्हें इससे आर्थिक मदद मिल रही है। उनका जीवन स्तर सुधरा है। उनके बच्चे अच्छे स्कूलों में पढ़ने जा रहे हैं। कुछ महिलाएं अपना घर खरीदने की योजना बना रही हैं।

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