मंगलवार, 8 अक्तूबर 2013

सोनिया ने रायबरेली में रेल पहिया कारखाने की बुनियाद रखी



लखनऊ: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली में देश के सबसे बड़े रेल पहिया कारखाने का शिलान्यास किया और कहा कि देश और क्षेत्र के विकास में यह मील का पत्थर साबित होगा. अपनी पुत्री प्रियंका वाड्रा के साथ सोनिया ने रायबरेली के लालगंज में रेल पहिया कारखाने का शिलान्यास किया. इस दौरान रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे.

इस दौरान सोनिया ने कहा, "मुझे देश के सबसे बड़े रेल पहिया कारखाने का शिलान्यास करके बहुत खुशी हो रही है. इस कारखाने में लोगों को भी रोजगार मिलेगा. इस कारखाने के निर्माण से स्थानीय लोग भी लाभान्वित होंगे और उन्हें अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा."

इस रेल पहिया कारखाने का निर्माण लालगंज रेल कोच कारखाने के परिसर में ही होगा. इसके निर्माण में रेलवे को भारतीय इस्पात निगम लिमिटेड (सेल) सहयोग करेगा. इसे पूरा होने में 36 महीने का समय लगेगा. इसमें 1100 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा और इसमें हर साल एक लाख रेल पहियों का निर्माण होगा.

सोनिया ने कहा कि कांग्रेस के लिए राजनीति का मतलब देश की सेवा करना है. कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्रियों-इंदिरा और राजीव गांधी ने हमेशा देश के लिए सोचा.

इस दौरान सोनिया ने कांग्रेसनीत केंद्र सरकार की योजनाओं की तारीफ करते हुए खाद्य सुरक्षा कानून और भूमि अधिग्रहण विधेयक को सरकार की महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया.

उन्होंने कहा, "हम वादे के मुताबिक खाद्य सुरक्षा कानून लेकर आए. इसे लाने में बहुत बाधाएं भी आईं, लेकिन तमाम संघर्षो के बाद हम इस कानून को लाने में सफल रहे. इससे देश की गरीब आबादी को लाभ मिलेगा."

सोनिया ने कहा कि अभी तक उत्तर प्रदेश को 80 लाख मीट्रिक टन अनाज मिलता था और अब इस कानून के लागू होने के बाद प्रदेश को 96 लाख मीट्रिक टन अनाज मिलेगा. प्रदेश की 80 फीसदी ग्रामीण और 60 प्रतिशत गरीब शहरी आबादी को इस कानून के लागू होने से लाभ मिलेगा.

सोनिया ने कहा कि अब किसानों से उनकी जमीन जबरन नहीं ली जा सकती. कांग्रेस सरकार जो भूमि अधिग्रहण विधेयक लेकर आई है, उसमें किसान से जबरन भूमि लेने का प्रावधान नहीं है.

इससे पहले, कांग्रेस अध्यक्ष ने रायबरेली शहर से सटे मुंशीगंज कस्बे में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के लिए भूमि पूजन किया. इस मौके पर प्रियंका वाड्रा भी उनके साथ थीं. भूमि पूजन के बाद निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया. एम्स का निर्माण केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कराया जा रहा है. यह उत्तर प्रदेश का पहला एम्स अस्पताल होगा.

एम्स के लिए जमीन उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से उपलब्ध कराई गई है. रायबरेली में एम्स के निर्माण का बजट लगभग 1,000 करोड़ रुपये रखा गया है.

मंगलवार सुबह रायबरेली पहुंचीं सोनिया ने शहर के कैनाल रोड पर रिसोर्स सेंटर का शिलान्यास किया. उन्होंने गंगागंज कस्बे में यूको बैंक की नई शाखा का उद्घाटन करने के साथ जिला सतर्कता एवं अनुश्रवण समिति की बैठक में भी शिरकत की.

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