पहले लगाया "बापू" पर आरोप,खुद फंसा!
जम्मू। आसाराम बापू के जम्मू स्थित आश्रम में कथित रूप से तीन बच्चों की मौत के बाद वहीं दफना दिए जाने का आरोप लगाने वाले खिलाफ शिकायत मिलने के बाद वह खुद अब जांच के दायरे में आ गया है। अदालत ने जम्मू एवं कश्मीर की नवाबाद पुलिस को इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार आश्रम में तीन बच्चों के शव दफन होने की बात करने वाले भोला नाथ पर शिकायत में आरोप लगाया गया है कि उसने शिकायत करने वाले भगवती नगर निवासी विक्रांत को खुद फोन कर कहा था कि वह किसी लड़की को तैयार करे जो आसाराम पर गंभीर आरोप लगा सके। इसमें सहयोग करने वाली लड़की का नाम गोपनीय ही रहेगा। उसने यह भी कहा था कि किसी कब्र से बच्चे का कंकाल निकालकर भगवती नगर स्थित आश्रम की जमीन पर दबा दे तो बदले में अच्छी रकम मिलेगी।
भोलानाथ ने योजना का खुलासा करते हुए बताया था कि वह बाद में वह जम्मू आएगा और पुलिस को यह बताएगा कि आश्रम में बच्चे दफनाए गए हैं। शिकायतकर्ता ने इस सारी बातचीत की सीडी भी कोर्ट के सुपुर्द की है। मामले अचानक नया मोड़ लेने के बाद वकील पीएस परमार की की शिकायत पर स्पेशल मोबाइल मजिस्ट्रेट इलेक्ट्रिसिटी जम्मू बलबीर लाल जसवाल ने नवाबाद पुलिस को मामले की जांच के आदेश दिए।
मामले की जांच कर रही पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि दो दिन पहले विक्रांत और भोलानाथ के बीच जो बात हुई है उसकी मोबाइल रिकार्डिंग उन्हें मिली है जिसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा।
विक्रांत का कहना है कि वह भोलानाथ की योजना सुनकर हैरान रह गया तथा बाद में उसे समझ आया कि यह आसाराम को फर्जी केस में फंसाने की साजिश है। मालूम हो कि एक किशोरी से दुष्कर्म के आरोपी आसाराम इस समय जेल में हैं। जम्मू एसएसपी अतुल कुमार ने बताया कि अब दोनों मामलों में भोलानाथ की तलाश की जा रही है तथा पुलिस उसे जम्मू लाकर पूछताछ करना चाहती है।
उल्लेखनीय है कि ऑल इंडिया किसान सेवा संघ के अध्यक्ष राजकुमार चौधरी ने मामला दर्ज कराया था कि आश्रमकी देखरेख करने वाले एक व्यक्ति का कहना है कि बच्चों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई और शवों को आश्रम परिसर में ही दफना दिया गया। आश्रम की देखभाल करने वाला भोला नाथ पुलिस को वह जगह दिखाना चाहता है जहां तीन बच्चे दफनाए गए थे। अदालत ने इसी सिलसिले में नवाबाद थाने के प्रभारी को आरोप की जांच करने का निर्देश दिया हुआ है।
चौधरी ने अदालत को बताया था कि भोला नाथ पुलिस को यह बताने के लिए तैयार है कि भगवती नगर के समीप स्थित आसाराम आश्रम में बच्चों के शवों को किस जगह मिट्टी में दबा दिया गया था। भोला नाथ चाहता है कि प्रशासन उसे सुरक्षा मुहैया कराए, क्योंकि राज खोलने पर उसकी जान खतरे में पड़ सकती है।
आसाराम बापू को पिछले महीने मध्य प्रदेश के इंदौर में गिरफ्तार किया गया था। 16 वर्षीया एक किशोरी के यह आरोप लगाने के बाद कि संत ने अपने जोधपुर आश्रम में उसके साथ यौनाचार किया, आसाराम इस समय राजस्थान की एक जेल में बंद हैं तथा उसे एक अन्य मामले में गुजरात पुलिस ट्रांजिस्ट रिमांड अहमदाबाद ले गई है।
जम्मू। आसाराम बापू के जम्मू स्थित आश्रम में कथित रूप से तीन बच्चों की मौत के बाद वहीं दफना दिए जाने का आरोप लगाने वाले खिलाफ शिकायत मिलने के बाद वह खुद अब जांच के दायरे में आ गया है। अदालत ने जम्मू एवं कश्मीर की नवाबाद पुलिस को इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार आश्रम में तीन बच्चों के शव दफन होने की बात करने वाले भोला नाथ पर शिकायत में आरोप लगाया गया है कि उसने शिकायत करने वाले भगवती नगर निवासी विक्रांत को खुद फोन कर कहा था कि वह किसी लड़की को तैयार करे जो आसाराम पर गंभीर आरोप लगा सके। इसमें सहयोग करने वाली लड़की का नाम गोपनीय ही रहेगा। उसने यह भी कहा था कि किसी कब्र से बच्चे का कंकाल निकालकर भगवती नगर स्थित आश्रम की जमीन पर दबा दे तो बदले में अच्छी रकम मिलेगी।
भोलानाथ ने योजना का खुलासा करते हुए बताया था कि वह बाद में वह जम्मू आएगा और पुलिस को यह बताएगा कि आश्रम में बच्चे दफनाए गए हैं। शिकायतकर्ता ने इस सारी बातचीत की सीडी भी कोर्ट के सुपुर्द की है। मामले अचानक नया मोड़ लेने के बाद वकील पीएस परमार की की शिकायत पर स्पेशल मोबाइल मजिस्ट्रेट इलेक्ट्रिसिटी जम्मू बलबीर लाल जसवाल ने नवाबाद पुलिस को मामले की जांच के आदेश दिए।
मामले की जांच कर रही पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि दो दिन पहले विक्रांत और भोलानाथ के बीच जो बात हुई है उसकी मोबाइल रिकार्डिंग उन्हें मिली है जिसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा।
विक्रांत का कहना है कि वह भोलानाथ की योजना सुनकर हैरान रह गया तथा बाद में उसे समझ आया कि यह आसाराम को फर्जी केस में फंसाने की साजिश है। मालूम हो कि एक किशोरी से दुष्कर्म के आरोपी आसाराम इस समय जेल में हैं। जम्मू एसएसपी अतुल कुमार ने बताया कि अब दोनों मामलों में भोलानाथ की तलाश की जा रही है तथा पुलिस उसे जम्मू लाकर पूछताछ करना चाहती है।
उल्लेखनीय है कि ऑल इंडिया किसान सेवा संघ के अध्यक्ष राजकुमार चौधरी ने मामला दर्ज कराया था कि आश्रमकी देखरेख करने वाले एक व्यक्ति का कहना है कि बच्चों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई और शवों को आश्रम परिसर में ही दफना दिया गया। आश्रम की देखभाल करने वाला भोला नाथ पुलिस को वह जगह दिखाना चाहता है जहां तीन बच्चे दफनाए गए थे। अदालत ने इसी सिलसिले में नवाबाद थाने के प्रभारी को आरोप की जांच करने का निर्देश दिया हुआ है।
चौधरी ने अदालत को बताया था कि भोला नाथ पुलिस को यह बताने के लिए तैयार है कि भगवती नगर के समीप स्थित आसाराम आश्रम में बच्चों के शवों को किस जगह मिट्टी में दबा दिया गया था। भोला नाथ चाहता है कि प्रशासन उसे सुरक्षा मुहैया कराए, क्योंकि राज खोलने पर उसकी जान खतरे में पड़ सकती है।
आसाराम बापू को पिछले महीने मध्य प्रदेश के इंदौर में गिरफ्तार किया गया था। 16 वर्षीया एक किशोरी के यह आरोप लगाने के बाद कि संत ने अपने जोधपुर आश्रम में उसके साथ यौनाचार किया, आसाराम इस समय राजस्थान की एक जेल में बंद हैं तथा उसे एक अन्य मामले में गुजरात पुलिस ट्रांजिस्ट रिमांड अहमदाबाद ले गई है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें