प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज कहा कि उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर जिले में हुए सांप्रदायिक दंगे भड़काने के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
यहां से करीब 30 किलोमीटर दूर बस्सी कलां गांव के एक शरणार्थी शिविर में हिंसा से विस्थापित हुए लोगों को ढांढस बंधाते हुए सिंह ने कहा कि मैं आपका दुखदर्द बांटने यहां आया हूं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ यहां सुबह साढ़े दस बजे यहां पहुंचे प्रधानमंत्री ने शिविर में करीब आधा घंटा बिताया। शिविर में मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने शरण ले रखी है।
शिविर में रह रहे लोगों की बातें सुनने के बाद सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत में पिछले सप्ताह हुए दंगे की घटना को बहुत बड़ी घटना बताया। तावली गांव के एक दूसरे शिविर रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि दंगे भड़काने के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
दंगा प्रभावित इलाके में सामान्य स्थिति बहाल करने में उत्तर प्रदेश सरकार की हरसंभव सहायता करने का आश्वासन देते हुए सिंह ने कहा, हमारी प्राथमिकता और प्रयास होगा कि जो लोग विस्थापित हुए हैं, उन्हें उनके घर भेजा जाए।
सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने भी शरणार्थी शिविर के लोगों से बातचीत की। सोनिया गांधी ने वहां शरण लेने वाली महिलाओं से बातचीत की। कुटबी गांव के दंगा प्रभावित 42 वर्षीय जमील बस्सी ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा है कि दंगा पड़ित अपने अपने घर नहीं लौटना चाहते हैं, क्योंकि वहां उनकी जान को खतरा है।
बस्सी सिंह से बातचीत के दौरान रोने लगे। उस वक्त उत्तर प्रदेश के राज्यपाल बी एल जोशी और केंद्रीय गहराज्यमंत्री आर पी एन सिंह भी मौजूद थे। बस्सी ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री से कहा कि हम अपने गांव नहीं लौटना चाहते। हमारी जान को खतरा है। उसने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार हमारी हरसंभव सहायता करेंगे।
बस्सी कलां के शरणार्थी शिविर में करीब 2000 लोग रह रहे हैं।
यहां से करीब 30 किलोमीटर दूर बस्सी कलां गांव के एक शरणार्थी शिविर में हिंसा से विस्थापित हुए लोगों को ढांढस बंधाते हुए सिंह ने कहा कि मैं आपका दुखदर्द बांटने यहां आया हूं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ यहां सुबह साढ़े दस बजे यहां पहुंचे प्रधानमंत्री ने शिविर में करीब आधा घंटा बिताया। शिविर में मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने शरण ले रखी है।
शिविर में रह रहे लोगों की बातें सुनने के बाद सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत में पिछले सप्ताह हुए दंगे की घटना को बहुत बड़ी घटना बताया। तावली गांव के एक दूसरे शिविर रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि दंगे भड़काने के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
दंगा प्रभावित इलाके में सामान्य स्थिति बहाल करने में उत्तर प्रदेश सरकार की हरसंभव सहायता करने का आश्वासन देते हुए सिंह ने कहा, हमारी प्राथमिकता और प्रयास होगा कि जो लोग विस्थापित हुए हैं, उन्हें उनके घर भेजा जाए।
सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने भी शरणार्थी शिविर के लोगों से बातचीत की। सोनिया गांधी ने वहां शरण लेने वाली महिलाओं से बातचीत की। कुटबी गांव के दंगा प्रभावित 42 वर्षीय जमील बस्सी ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा है कि दंगा पड़ित अपने अपने घर नहीं लौटना चाहते हैं, क्योंकि वहां उनकी जान को खतरा है।
बस्सी सिंह से बातचीत के दौरान रोने लगे। उस वक्त उत्तर प्रदेश के राज्यपाल बी एल जोशी और केंद्रीय गहराज्यमंत्री आर पी एन सिंह भी मौजूद थे। बस्सी ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री से कहा कि हम अपने गांव नहीं लौटना चाहते। हमारी जान को खतरा है। उसने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार हमारी हरसंभव सहायता करेंगे।
बस्सी कलां के शरणार्थी शिविर में करीब 2000 लोग रह रहे हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें