बुधवार, 25 सितंबर 2013

स्कूल छात्राओं का होगा कौमार्य परीक्षण: सरकार

एक तरफ जहां हम चांद पर पहुंचने की बात करते हैं, वहीं दूसरी ओर कटटरपंथी धर्माध और पुरानी विचारधारा वाले दुनिया को मध्यकाल की बुराईयों से फिर रूबरू कराने का हरसंभव प्रयास करते है। नए सरकारी फरमान के मुताबिक 10वीं की समस्त छात्राओं को अब कौमार्य परीक्षण से गुजरना होगा।स्कूल छात्राओं का होगा कौमार्य परीक्षण: सरकार

वेबसाइट "द जकार्तापोस्ट डॉटकॉम " के मुताबिक सुमात्रा द्वीप में एक शिक्षा अधिकारी ने कहा है कि हाईस्कूल की छात्राओं का कौमार्य परीक्षण होना चाहिए। इस प्रस्ताव का यहां जबर्दस्त विरोध हो रहा है।

दक्षिण सुमात्रा के प्रबुमुलीह जिले के शिक्षा विभाग के प्रमुख मुहम्मद राशिद ने इस आशय का प्रस्ताव शासन के पास मंजूरी के लिए भेजा है। कुछ अधिकारी लड़कियों को विवाहेतर संबंधों और वेश्यावृत्ति जैसे नकारात्मक कार्यो बचाने के नाम पर इसका समर्थन कर रहे हैं।

अखबार "कोमपास" ने राशिद के हवाले से कहा कि महिलाएं कुंवारी रहना चाहती हैं या नहीं, यह उनका अपना अधिकार है। लेकिन दूसरी तरफ हम छात्राओं को वैश्यावृत्ति जैसी नकारात्मक चीजों की ओर जाने से बचाना चाहते हैं। प्रोस्पेरस जस्टिस पार्टी के नेता हसरूल अजवर इसके पक्ष में हैं।

ऎसे परीक्षण निजता के अधिकार का हनन हैं।
- मोहम्मद नूह, शिक्षामंत्री

ऎसा कानून बनने की संभावना कम है क्योंकि अधिकारी राशिद के प्रस्ताव का समर्थन नहीं करेंगे।
- अर्देनसियन फिकरी, प्रबुमुलीह के उप महापौर

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