शुक्रवार, 6 सितंबर 2013

छात्र ना मनाए फ्रेंडशिप और वेलेंटाइन डे: सरकार

मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने एक फरमान जारी करके सभी विश्वविधालयों को कहा है कि वे सभी छात्रों को वेलेंटाइन-डे, फ्रेंडशिप डे, शराब पार्टी और रेव पार्टी करने से रोके। लड़कियों से साथ की जाने वाली ऎसी पार्टियां करने से ना केवल सामाजिक माहौल बिगड़ता है बल्की लॉ एंड ऑर्डर की समस्या भी पैदा होती है।छात्र ना मनाए फ्रेंडशिप और वेलेंटाइन डे: सरकार
राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए नोटिस में कहा गया है कि छात्र अपनी कॉलेज लाइफ के दौरान फ्रेंडशिप डे, वेलेंटाइन डे और इसके साथ ही रेव और शराब पार्टियों का आयोजन करते हैं जिसमें लड़कियां भी शामिल होती हैं। ऎसी पार्टियों से सामाजिक और लॉ एंड ऑर्डर समस्याएं पैदा होती हैं। इसलिए विश्वविधालयों को ऎसी पार्टियों के आयोजन से छात्रों को रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए।

इसके साथ ही विश्वविधालयों को कहा गया है कि वे उनसे मान्यता प्राप्त कॉलेजों और संस्थानों को भी इस फरमान की जानकारी दें। ऎसी पार्टियों की जानकारी मिलने पर उस पर तुरंत कदम उठाए जाने चाहिए। और इन गतिविधियों को रोकने के लिए उन्होंने क्या कदम उठाए हैं इसकी रिपोर्ट भी जमा की जाए।


मुंबई विश्वविधालय ने की पहल
फरमान पर गौर करते हुए मुंबई विश्वविधलय ने इस मुद्दे पर पहल की है। विश्वविधालय ने उससे मान्यता प्राप्त सभी कॉलेजों को एक सर्कुलर जारी करके आदेश दिया है कि वे ऎसी गतिविधियों को रोकने के लिए कदम उठाएं। और उनके छात्रों को इन पार्टियों के होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक करें


नशीली दवा और मादक पदार्थ नीति हो लागू
यूजीसी ने भी एक सर्कुलर जारी करके देशभर की विश्वविधालयों को आदेश दिया था कि वे अपने यहां पर नशीली दवा और मादक पदार्थ राष्ट्रीय नीति लागू करें। सर्कूलर में कहा गया था कि यूजीसी को ±यूमन रिसोर्सज ड्वलपमेंट मंत्रालय से इसी नीति को लागू करने की प्रार्थना की गई है। और कहा गया है कि नीति सुनिश्चित तौर पर लागू किया जाए। शिक्षण संस्थानों को यूजीसी ने कहा था कि इस नीति को लागू करने के लिए सभी संस्थानों को एक मैकेनिज्म बना लेनी चाहिए।

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