मुंबई।। शादी-ब्याह और राजनीतिक रैलियों के दौरान नोटों की माला के इस्तेमाल को लेकर रिजर्व बैंक की चिंता बढ़ी है। केन्द्रीय बैंक ने इस तरह के चलन को बंद करने पर जोर दिया है।
रिजर्व बैंक ने लोगों से अपील की है कि वह नोटों की माला का इस्तेमाल नहीं करें। बैंक का कहना है कि ऐसा करने से नोट खराब होते हैं और जल्दी कटफट जाते हैं। बैंक की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है रिजर्व बैंक जनता से अपील करता है कि रुपयों का इस्तेमाल माला बनाने, पंडाल सजाने और पूजा स्थलों में नहीं करें। सामाजिक आयोजनों के दौरान खास लोगों पर रुपये लुटाने से भी बचा जाना चाहिए।
बैंक ने कहा है कि इस तरह के इस्तेमाल से नोट गंदे और खराब हो जाते हैं और जल्दी कटफट जाते हैं। करंसी यानी रुपये को पूरा सम्मान दिया जाना चाहिए, ये देश की संप्रभुता के प्रतीक हैं, इनकी आयु लंबी रखने में मदद की जानी चाहिए।केन्द्रीय बैंक ने बैंकों को स्वच्छ और साफ रखने में भी लोगों से सहयोग की अपील की है। रिजर्व बैंक ने क्लीन नोट पॉलिसी पर जोर देते हुए कहा है कि वह अपनी तरफ से साफ सुथरे नोट जारी करने के हर संभव उपाय कर रहा है और चाहता है कि लोग भी इसमें सहयोग करें।
रिजर्व बैंक ने पहले भी इस तरह की अपील की है। बैंकिंग नियमन अधिनियम 1949 और रिजर्व बैंक अधिनियम 1934 में बैंक नोट के इस प्रकार के दुरुपयोग को रोकने का कोई प्रावधान नहीं है।
गौरतलब है कि देश में नोटों पर लिखने का प्रचलन भी जोरों पर है। कई बैंकों में खुद बैंकों के खजांची नोटों पर संख्या लिख देते हैं।
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