ब्रेकिंग … पाकिस्तानी जासूस विधायक साले मोहम्मद के पेट्रोल पम्प पर काम करता था ।पंकज
पंकज चौधरी ने फ़क़ीर परिवार के राष्ट्रद्रोही गतिविधियों का किया खुलासा
जैसलमेर। जैसलमेर के एसपी पंकज चौधरी पर, दुर्गा केस की तरह आरोप लगाया जा रहा है कि एसपी पंकज को भी ड्यूटी निभाने की सजा दी गई। दरअसल पंकज चौधरी ने कांग्रेसी नेता गाजी फकीर की चार्जशीट खोली थी। वहीं इस मामले में तमाम विरोध के बीच आज खुद जैसलमेर के एसपी ने कांग्रेसी नेता और उनके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि पुलिस के पास नेताजी के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं।
जैसलमेर के एसपी पंकज चौधरी की मानें तो गाजी फकीर के परिवार के खिलाफ पुलिस के पास पुख्ता सबूत मौजूद हैं और इसीलिए गाजी फकीर की बंद पड़ी हिस्ट्रीशीट फिर खोली गई। जैसलमेर के एसपी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि गाजी फकीर का परिवार आपराधिक मामलों में लिप्त रहा है। देश से बाहर बार बार उनका जाना सवाल खड़े करता है। एसपी पंकज चौधरी ने ये साफ कहा कि पूरे गाजी फकीर परिवार के खिलाफ उनके पास सबूत हैं।
एसपी पंकज चौधरी ने एक और खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 24 फरवरी 2012 को एक पाकिस्तानी जासूस सुमार खान को विधायक सालेह मोहम्मद के पेट्रोल पंप से पकड़ा गया था। सालेह मोहम्मद गाजी फकीर के बेटे हैं और विधायक हैं। आरोपी पाकिस्तानी जासूस सालेह मोहम्मद के पेट्रोल पंप में काम करता था। एसपी के मुताबिक पाकिस्तानी जासूस सुमेर खान ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की पोखरण यात्रा में वायु सेना के ऑपरेशन आयरन फिस्ट की खुफिया जानकारी पाकिस्तान को भेजी थी।
यही नहीं एसपी पंकज चौधरी के मुताबिक साल 2011 में कांग्रेसी नेता गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट को बंद करने के लिए जो तर्क दिए गए थे वो सही नहीं थे। पंकज चौधरी के मुताबिक जो आधार बताए गए थे उनपर हिस्ट्रीशीट को बंद नहीं किया जा सकता। उन्होंने ये भी बताया कि तब एसपी ऑफिस की टिप्पणी में भी गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट को बंद न करने की बात थी। लेकिन पंकज चौधरी ने आरोप लगाया कि आनन फानन में गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट बंद कर दी गई।
जैसलमेर के एसपी पंकज चौधरी ने बताया कि 2011 में गाजी की हिस्ट्रीशीट बंद करने का कोई आधार नहीं था, फिर सरकार का आदेश भी था। मैंने देखा तो हिस्ट्रीशीट फिर से ओपन कर दी।
वहीं गाजी फकीर के बेटे और पोखरण से कांग्रेस विधायक शालेह मोहम्मद अपने पिता की हिस्ट्रीशीट खोले जाने के खिलाफ हाई कोर्ट जाने की बात कह चुके हैं। अब उनका आरोप है कि विपक्षी साजिश के तहत उन्हें और उनके परिवार को बदनाम किया जा रहा है।
कांग्रेस विधायक सालेह मोहम्मद ने कहा कि आज तीन महीने पहले की घटना बताते हैं। तीन महीने बाद मुकदमा दर्ज कराते हैं। मेरे पिता जी के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया गया था। ये मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश है।
कांग्रेसी नेता गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट फिर खोलने वाले और गाजी फकीर परिवार पर तमाम आरोप लगाने वाले जैसलमेर के एसपी का तबादला हो चुका है। इस ट्रांसफर पर सवाल खड़े हो रहे हैं। नोएडा की एसडीएम दुर्गा मामले की तरह इसे भी ईमानदार अफसर को सजा देने की तरह देखा जा रहा है। इस ट्रांसफर पर प्रदेश की गहलोत सरकार बुरी तरह से घिर गई है। विपक्षी पार्टी बीजेपी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं। ट्रांसफर के विरोध में व्यापारी संगठनों की ओर से रविवार को बुलाया गया जैसलमेर बंद भी पूरी तरह से सफल रहा।
हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे रूटीन ट्रांसफर बताते हुए कहा कि पूरे मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 49 अफसरों के ट्रांसफर की लिस्ट में जैसलमेर के एसपी पंकज चौधरी का नाम है।
पाकिस्तान सीमा से सटे जैसलमेर जिले में रहने वाले 80 साल के गाजी फकीर पर स्मगलिंग और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने का आरोप है। आरोपों के मुताबिक, गाजी फकीर पाकिस्तान से अवैध तरीके से आने वाले लोगों को संरक्षण देते हैं और उन्हें बॉर्डर पार कराने में मदद करते हैं। इसके अलावा उन पर तस्करी, अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त जैसे कई अवैध धंधों में लिप्त रहने का भी आरोप है।
जैसलमेर। जैसलमेर के एसपी पंकज चौधरी पर, दुर्गा केस की तरह आरोप लगाया जा रहा है कि एसपी पंकज को भी ड्यूटी निभाने की सजा दी गई। दरअसल पंकज चौधरी ने कांग्रेसी नेता गाजी फकीर की चार्जशीट खोली थी। वहीं इस मामले में तमाम विरोध के बीच आज खुद जैसलमेर के एसपी ने कांग्रेसी नेता और उनके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि पुलिस के पास नेताजी के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं।
जैसलमेर के एसपी पंकज चौधरी की मानें तो गाजी फकीर के परिवार के खिलाफ पुलिस के पास पुख्ता सबूत मौजूद हैं और इसीलिए गाजी फकीर की बंद पड़ी हिस्ट्रीशीट फिर खोली गई। जैसलमेर के एसपी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि गाजी फकीर का परिवार आपराधिक मामलों में लिप्त रहा है। देश से बाहर बार बार उनका जाना सवाल खड़े करता है। एसपी पंकज चौधरी ने ये साफ कहा कि पूरे गाजी फकीर परिवार के खिलाफ उनके पास सबूत हैं।
एसपी पंकज चौधरी ने एक और खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 24 फरवरी 2012 को एक पाकिस्तानी जासूस सुमार खान को विधायक सालेह मोहम्मद के पेट्रोल पंप से पकड़ा गया था। सालेह मोहम्मद गाजी फकीर के बेटे हैं और विधायक हैं। आरोपी पाकिस्तानी जासूस सालेह मोहम्मद के पेट्रोल पंप में काम करता था। एसपी के मुताबिक पाकिस्तानी जासूस सुमेर खान ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की पोखरण यात्रा में वायु सेना के ऑपरेशन आयरन फिस्ट की खुफिया जानकारी पाकिस्तान को भेजी थी।
यही नहीं एसपी पंकज चौधरी के मुताबिक साल 2011 में कांग्रेसी नेता गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट को बंद करने के लिए जो तर्क दिए गए थे वो सही नहीं थे। पंकज चौधरी के मुताबिक जो आधार बताए गए थे उनपर हिस्ट्रीशीट को बंद नहीं किया जा सकता। उन्होंने ये भी बताया कि तब एसपी ऑफिस की टिप्पणी में भी गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट को बंद न करने की बात थी। लेकिन पंकज चौधरी ने आरोप लगाया कि आनन फानन में गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट बंद कर दी गई।
जैसलमेर के एसपी पंकज चौधरी ने बताया कि 2011 में गाजी की हिस्ट्रीशीट बंद करने का कोई आधार नहीं था, फिर सरकार का आदेश भी था। मैंने देखा तो हिस्ट्रीशीट फिर से ओपन कर दी।
वहीं गाजी फकीर के बेटे और पोखरण से कांग्रेस विधायक शालेह मोहम्मद अपने पिता की हिस्ट्रीशीट खोले जाने के खिलाफ हाई कोर्ट जाने की बात कह चुके हैं। अब उनका आरोप है कि विपक्षी साजिश के तहत उन्हें और उनके परिवार को बदनाम किया जा रहा है।
कांग्रेस विधायक सालेह मोहम्मद ने कहा कि आज तीन महीने पहले की घटना बताते हैं। तीन महीने बाद मुकदमा दर्ज कराते हैं। मेरे पिता जी के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया गया था। ये मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश है।
कांग्रेसी नेता गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट फिर खोलने वाले और गाजी फकीर परिवार पर तमाम आरोप लगाने वाले जैसलमेर के एसपी का तबादला हो चुका है। इस ट्रांसफर पर सवाल खड़े हो रहे हैं। नोएडा की एसडीएम दुर्गा मामले की तरह इसे भी ईमानदार अफसर को सजा देने की तरह देखा जा रहा है। इस ट्रांसफर पर प्रदेश की गहलोत सरकार बुरी तरह से घिर गई है। विपक्षी पार्टी बीजेपी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं। ट्रांसफर के विरोध में व्यापारी संगठनों की ओर से रविवार को बुलाया गया जैसलमेर बंद भी पूरी तरह से सफल रहा।
हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे रूटीन ट्रांसफर बताते हुए कहा कि पूरे मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 49 अफसरों के ट्रांसफर की लिस्ट में जैसलमेर के एसपी पंकज चौधरी का नाम है।
पाकिस्तान सीमा से सटे जैसलमेर जिले में रहने वाले 80 साल के गाजी फकीर पर स्मगलिंग और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने का आरोप है। आरोपों के मुताबिक, गाजी फकीर पाकिस्तान से अवैध तरीके से आने वाले लोगों को संरक्षण देते हैं और उन्हें बॉर्डर पार कराने में मदद करते हैं। इसके अलावा उन पर तस्करी, अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त जैसे कई अवैध धंधों में लिप्त रहने का भी आरोप है।
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