मुंबई। क्या कोई मां भी अपने बेटी की कौमार्यता का सौदा कर सकती है। यकीन नहीं होता पर मुंबई पुलिस ने एक महिला को अपनी 13 साल की बेटी की कौमार्यता एक लाख रूपए में बेचने के आरोप में पकड़ा है। इस महिला को पुलिस ने रविवार को दबोचा। इसकी भनक लगने पर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने थाणे क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के साथ जाल बिछाया था।
एक सामाजिक कार्यकर्ता को एक ऑटो चालक ने बताया कि वह एक ऎसी लड़की के बारे में जानता है जिसकी कौमार्यता बिकाऊ है। इस ऑटो चालक को नहीं मालूम था कि वह जिससे बात कर रहा है वह सामाजिक कार्यकर्ता है। यह सुन कर सन्न सामाजिक कार्यकर्ता ने ऑटो वाले को डांटना चाहा लेकिन इससे मामला गड़बड़ाने के अंदेशे पर उसने खुद ही इसके बारे में जानकारी जुटाने का तय किया और ऑटो का नंबर नोट कर लिया।
सामाजिक कार्यकर्ता ने डाक्टर अब्राहम मथाई की अध्यक्षता वाले हर्मोनी फाउंडेशन से संपर्क किया। शुक्रवार को सामाजिक कार्यकर्ता ने ऑटो वाले से संपर्क किया व लड़की के बारे में पूछा। ऑटो वाले ने बताया कि लड़की मुंब्रा में रहती है और इसके पहली रात की कीमत तीन लाख रूपए है।
ऑटो वाले ने कहा कि खरीदारों को लड़की के साथ कुछ भी करने की छूट है। यह सुनिश्चित करने के लिए की लड़की को किसी और को नहीं बेच दिया जाए सामाजिक कार्यकर्ता ने ऑटो वाले से लगातार संपर्क बनाए रखा। ऑटो वाले ने लड़की का फोटो भी दिखाया तथा वह उसकी कीमत कम कर एक लाख रूपए पर आ गया। रविवार को ऑटो वाले ने बताया कि लड़की अब शारीरिक रूप से तैयार है तथा वह पैसे देकर उसे ले जा सकता है।
एक अखबार के अनुसार मथाई ने महाराष्ट्र के डीजीपी से मदद मांगी। उनके निर्देश पर थाणे क्राइम ब्रांच की एक टीम गठित की गई। रविवार को सामाजिक कार्यकर्ता व उनका एक साथी ऑटो वाले से मिला। उन्होंने उसे 10 हजार रूपए दिए। वे उसे एक छह मंजिला इमारत ले गए। वहां ऑटो वाले ने उन्हें एक महिला से मिलवाया तथा कहा कि वह लड़की की मां है। यह तय हुआ कि वे लड़की को एक दिन के लिए ले जा सकते हैं। जैसे ही मां ने 90 हजार रूपए मांगे सामाजिक कार्यकर्ता ने पुलिस अधिकारियों को सूचित कर दिया जो कुछ दूरी पर थे।
पुलिसकर्मियों ने लड़की की मां व ऑटो वाले को पकड़ लिया। ऑटो वाले की पहचान महबूब इस्माइल मुल्ला के रूप में हुई। पुलिस लड़की को भी पूछताछ के लिए अपने साथ ले आई। पुलिस ने बताया कि महिला का पति अंधेरी में वर्कशॉप चलाता है। उनके पांच बच्चे हैं - तीन लड़कियां व दो बेटे। जिस लड़की का सौदा किया गया था वह सबसे बड़ी है। पुलिस के अनुसार लड़की सदमे में है। वह ज्यादा कुछ नहीं बोल रही है। महिला ने अपना गुनाह कबूल लिया है।
एक सामाजिक कार्यकर्ता को एक ऑटो चालक ने बताया कि वह एक ऎसी लड़की के बारे में जानता है जिसकी कौमार्यता बिकाऊ है। इस ऑटो चालक को नहीं मालूम था कि वह जिससे बात कर रहा है वह सामाजिक कार्यकर्ता है। यह सुन कर सन्न सामाजिक कार्यकर्ता ने ऑटो वाले को डांटना चाहा लेकिन इससे मामला गड़बड़ाने के अंदेशे पर उसने खुद ही इसके बारे में जानकारी जुटाने का तय किया और ऑटो का नंबर नोट कर लिया।
सामाजिक कार्यकर्ता ने डाक्टर अब्राहम मथाई की अध्यक्षता वाले हर्मोनी फाउंडेशन से संपर्क किया। शुक्रवार को सामाजिक कार्यकर्ता ने ऑटो वाले से संपर्क किया व लड़की के बारे में पूछा। ऑटो वाले ने बताया कि लड़की मुंब्रा में रहती है और इसके पहली रात की कीमत तीन लाख रूपए है।
ऑटो वाले ने कहा कि खरीदारों को लड़की के साथ कुछ भी करने की छूट है। यह सुनिश्चित करने के लिए की लड़की को किसी और को नहीं बेच दिया जाए सामाजिक कार्यकर्ता ने ऑटो वाले से लगातार संपर्क बनाए रखा। ऑटो वाले ने लड़की का फोटो भी दिखाया तथा वह उसकी कीमत कम कर एक लाख रूपए पर आ गया। रविवार को ऑटो वाले ने बताया कि लड़की अब शारीरिक रूप से तैयार है तथा वह पैसे देकर उसे ले जा सकता है।
एक अखबार के अनुसार मथाई ने महाराष्ट्र के डीजीपी से मदद मांगी। उनके निर्देश पर थाणे क्राइम ब्रांच की एक टीम गठित की गई। रविवार को सामाजिक कार्यकर्ता व उनका एक साथी ऑटो वाले से मिला। उन्होंने उसे 10 हजार रूपए दिए। वे उसे एक छह मंजिला इमारत ले गए। वहां ऑटो वाले ने उन्हें एक महिला से मिलवाया तथा कहा कि वह लड़की की मां है। यह तय हुआ कि वे लड़की को एक दिन के लिए ले जा सकते हैं। जैसे ही मां ने 90 हजार रूपए मांगे सामाजिक कार्यकर्ता ने पुलिस अधिकारियों को सूचित कर दिया जो कुछ दूरी पर थे।
पुलिसकर्मियों ने लड़की की मां व ऑटो वाले को पकड़ लिया। ऑटो वाले की पहचान महबूब इस्माइल मुल्ला के रूप में हुई। पुलिस लड़की को भी पूछताछ के लिए अपने साथ ले आई। पुलिस ने बताया कि महिला का पति अंधेरी में वर्कशॉप चलाता है। उनके पांच बच्चे हैं - तीन लड़कियां व दो बेटे। जिस लड़की का सौदा किया गया था वह सबसे बड़ी है। पुलिस के अनुसार लड़की सदमे में है। वह ज्यादा कुछ नहीं बोल रही है। महिला ने अपना गुनाह कबूल लिया है।
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