बुधवार, 7 अगस्त 2013

सरकारी आयोजन नहीं होने देंगे किसान गहलोत का होगा विरोध

सरकारी आयोजन नहीं होने देंगे किसान गहलोत का होगा विरोध 


रिफाइनरी नहीं तो कोई उद्घाटन नहीं 



एक तरफ उद्घाटन, दूसरी तरफ विरोध




कल शिव, 10 को रामसर, 12 को चौहटन और 14 अगस्त को सेड़वा में धरना

 बाड़मेर
बायतु के लीलाला में जब तक रिफाइनरी लगाए जाने की घोषणा नहीं की जाती है, तब तक बाड़मेर में ओवरब्रिज, बस स्टैंड का उद्घाटन नहीं होने दिया जाएगा। अगर उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री आए तो जनता इसका विरोध करेगी। राजस्थान जाट महासभा के जिलाध्यक्ष कैलाश बेनीवाल ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह बात कही। 

बाड़मेर जिला मुख्यालय पर रिफाइनरी की मांग को लेकर पिछले 21 दिनों से धरना-प्रदर्शन चल रहा है। लेकिन सरकार की ओर रिफाइनरी को लीलाला में स्थापित किए जाने की मांग पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी जा रही है। सोमवार रात्रि में बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन भी धरना स्थल पर पहुंचे, लेकिन उन्होंने भी लीलाला में रिफाइनरी स्थापित किए जाने की मांग पर चुप्पी साधे हुए रखी। उन्होंने न तो पैरवी का आश्वासन दिया और लीलाला की बात कही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के बाड़मेर आने पर हम सब इस मांग को लेकर उनसे मुलाकात करेंगे। सरकार जनता से बातचीत के लिए तैयार है।

अब तहसीलों पर धरने

रिफाइनरी की मांग को लेकर रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति की ओर से 8 अगस्त को शिव, 10 को रामसर, 12 को चौहटन और 14 अगस्त को सेड़वा में एक दिवसीय धरना देकर ज्ञापन सौंपा जाएगा। अगर समय रहते सरकार ने रिफाइनरी को लीलाला में लगाए जाने की घोषणा नहीं करती है तो उग्र आंदोलन किए जाने की भी चेतावनी दी है। मंगलवार को धरने पर शिव के पूर्व विधायक जालम सिंह रावलोत, भाजपा नेता कैलाश बेनीवाल, पूर्व जिला प्रमुख जोधपुर अमिता चौधरी ने भी धरने को संबोधित किया और कहा कि रिफाइनरी लीलाला में स्थापित हो इसके लिए संघर्ष जारी रहेगा। इस दौरान धरने पर विशनाराम रावतसर, मेहराराम सहित कई लोग उपस्थित रहे।

बाड़मेर. लीलाला में रिफाइनरी लगाने की मांग को लेकर ज्ञापन देने जाते हुए।

सूत्रों के मुताबिक बाड़मेर में इसी माह ओवरब्रिज व रोडवेज बस स्टैंड का उद्घाटन किया जाना है, वहीं दूसरी तरफ रिफाइनरी को लेकर चल रहे विरोध के बीच उद्घाटन करना दांव पर लगा हुआ है। सूत्रों का यह भी कहना है कि सरकार ने जनप्रतिनिधियों से रिफाइनरी के मुद्दे पर जल्द से जल्द समाधान करने को कहा है। लेकिन यह मुद्दा शांत होने की बजाय बढ़ रहा है। ऐसे में ओवरब्रिज व बस स्टैंड का उद्घाटन सियासी दांव के बीच फंसा हुआ है।

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