नई दिल्ली।। मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादियों की लिस्ट में शामिल और दाऊद इब्राहिम के सहयोगी अब्दुल करीम टुंडा को भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार कर लिया गया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल गिरफ्तार करने के बाद उसे लेकर दिल्ली पहुंच चुकी है और पूछताछ जारी है। लश्करे तैयबा का बम एक्सपर्ट 70 वर्षीय टुंडा 21 आतंकवादी मामलों में वांछित था।
20 साल की फरारी के दौरान अब्दुल करीम टुंडा कई देशों में रहा। 1993 के ट्रेन धमाकों के बाद वह बांग्लादेश पहुंचा और उसके बाद पाकिस्तान पहुंच गया। कराची और लाहौर में उसे बढ़िया ठिकाने दिए गए। वह ट्रेनिंग कैंपों में भी जाता था। नए आतंकियों को तैयार करने में उसका रोल रहता था। जब उसके आका उसे कुछ हिदायत देते, तो वह नेपाल, बांग्लादेश या किसी अन्य देश जाता और असाइनमेंट पूरा कर लाहौर या कराची लौट आता था।
टुंडा, दाऊद और हाफिज सईद का करीबी है। वह 1996 से 1998 के बीच भारत में अलग-अलग जगहों पर हुए बम धमाकों का मास्टरमाइंड रह चुका है। इतना ही नहीं 2000 से 2005 तक माना जाता था कि टुंडा मर चुका है, लेकिन 2005 लश्कर के चीफ कॉर्डिनेटर अब्दुल रजाक मसूद ने गिरफ्तारी के बाद खुलासा किया था कि टुंडा अभी भी जिंदा है। उसने खुलासा किया था कि टुंडा जिंदा है और उसकी पत्नी और दो बच्चे भी हैं।
20 साल की फरारी के दौरान अब्दुल करीम टुंडा कई देशों में रहा। 1993 के ट्रेन धमाकों के बाद वह बांग्लादेश पहुंचा और उसके बाद पाकिस्तान पहुंच गया। कराची और लाहौर में उसे बढ़िया ठिकाने दिए गए। वह ट्रेनिंग कैंपों में भी जाता था। नए आतंकियों को तैयार करने में उसका रोल रहता था। जब उसके आका उसे कुछ हिदायत देते, तो वह नेपाल, बांग्लादेश या किसी अन्य देश जाता और असाइनमेंट पूरा कर लाहौर या कराची लौट आता था।
टुंडा, दाऊद और हाफिज सईद का करीबी है। वह 1996 से 1998 के बीच भारत में अलग-अलग जगहों पर हुए बम धमाकों का मास्टरमाइंड रह चुका है। इतना ही नहीं 2000 से 2005 तक माना जाता था कि टुंडा मर चुका है, लेकिन 2005 लश्कर के चीफ कॉर्डिनेटर अब्दुल रजाक मसूद ने गिरफ्तारी के बाद खुलासा किया था कि टुंडा अभी भी जिंदा है। उसने खुलासा किया था कि टुंडा जिंदा है और उसकी पत्नी और दो बच्चे भी हैं।
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