शनिवार, 17 अगस्त 2013

किरन बेदी होंगी बीजेपी की सीएम कैंडिडेट?



नई दिल्ली।। दिल्ली बीजेपी में अंदरूनी कलह के बाद अब चर्चाओं का दौर चल पड़ा है। हर रोज नई चर्चा जोर पकड़ती है और फिर कुछ दिनों बाद दम तोड़ती नजर आती है। कभी प्रदेश अध्यक्ष बदलने की चर्चा तो कभी किसी को सीएम कैंडिडेट बनाने की चर्चा। इनमें से एक चर्चा यह भी है कि पार्टी किरन बेदी को सीएम कैंडिडेट बना सकती है। आइए नजर डालते हैं कि क्या-क्या चर्चाएं चल रही है बीजेपी में:

1. किरन बेदी होंगी सीएम कैंडिडेट
Kiran
बीजेपी में अब चर्चा शुरू हुई है कि पूर्व आईपीएस अधिकारी किरन बेदी को मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऑफर दिया गया है। चर्चा आगे बढ़ी तो यह महज विधानसभा सीट से बढ़कर सीएम कैंडिडेट तक पहुंच गई। चर्चा हो रही है कि बीजेपी बेदी को सीएम कैंडिडेट बनाने का ऑफर दे रही है। हालांकि खुद बेदी और बीजेपी नेताओं ने इससे इनकार किया है। किरन बेदी ने कहा कि मुझे चुनावी राजनीति में रुचि नहीं है, यह मैं पहले भी कह चुकी हूं और अब भी मेरा यही स्टैंड है। जब उनसे सीएम कैंडिडेट के ऑफर के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि यह भी तो चुनावी राजनीति ही है। बीजेपी नेता भी कह रहे हैं कि ऐसा कुछ नहीं है।




2 . सीएम कैंडिडेट डॉ. हर्षवर्धन
बीजेपी में कई नेता प्रदेश अध्यक्ष से नाखुश थे। प्रदेश की नई टीम बनने के बाद से ही वह पार्टी कार्यक्रमों से दूरी बनाकर हुए थे। कुछ दिनों पहले यह चर्चा होने लगी कि अब पार्टी में गुटबाजी होते देख सीएम कैंडिडेट का ऐलान होने वाला है। साथ ही सीएम कैंडिडेट प्रदेश अध्यक्ष विजय गोयल नहीं होंगे बल्कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. हर्षवर्धन होंगे। चर्चा थी कि गोयल से नाराज खेमा हर्षवर्धन के नाम पर सहमत होगा और गोयल की मनमानी पर लगाम लगेगी। कहा गया कि एक हफ्ते के भीतर नाम का ऐलान हो जाएगा। चर्चाओं का बाजार इतना गरम हुआ कि बीजेपी के दिल्ली चुनाव प्रभारी नितिन गडकरी को बयान तक जारी करना पड़ा। उन्होंने कहा कि अभी सीएम कैंडिडेट का फैसला नहीं हुआ है, और इसका फैसला पार्ल्यामेंटरी बोर्ड

3. बाहर से आएगा सीएम कैंडिडेट
बीजेपी में इस बात की चर्चा भी खूब हुई कि कहीं बाहर से सीएम कैंडिडेट लाया जाएगा। प्रदेश टीम एकजुट नहीं है इसलिए किसी बड़े नाम को राष्ट्रीय स्तर से लाया जाएगा, जिसके नाम पर किसी को ऐतराज नहीं हो। पूर्वांचलियों को लुभाने के लिए रविशंकर प्रसाद के नाम के साथ ही शीला दीक्षित को चुनौती देने के लिए स्मृति ईरानी के नाम तक की चर्चा हुई। लेकिन नितिन गडकरी ने इस पर भी विराम लगाते हुए कहा कि पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करेगी कि सीएम कैंडिडेट का ऐलान करना है या नहीं।

4. बदला जाएगा प्रदेश अध्यक्ष
सीएम कैंडिडेट के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने की चर्चा भी जोरों पर थी। पार्टी कार्यकर्ता तो इसके लिए बीजेपी के राष्ट्रीय स्तर की गुटबाजी को भी आधार बताने लगे। वे समीकण फिट करने लगे कि प्रदेश अध्यक्ष डॉ. हर्षवर्धन को बनाया जाएगा, जिससे यह मेसेज दिया जाएगा कि चुनाव इन्हीं के नेतृत्व में लड़े जाएंगे। तीन दिन पहले तो चर्चा इतनी तेज थी कि बस आज ही प्रदेश अध्यक्ष बदलने वाले हैं। इस पर भी नितिन गडकरी ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष अच्छा काम कर रहे हैं और उन्हें बदलने की कोई बात नहीं हो रही है।

कोर ग्रुप का ऐलान जल्द
दिल्ली बीजेपी की कोर टीम का ऐलान जल्द ही हो जाएगा। इसके लिए नाम फाइनल कर लिए गए हैं। पार्टी के भीतर घमासान के बाद जब सभी नेता नितिन गडकरी से मिले थे, तभी तय कर लिया गया था कि कोर ग्रुप का ऐलान किया जाएगा, जिसके बाद सभी फैसले कोर ग्रुप मिलकर करेगा। बीजेपी के एक सीनियर नेता के मुताबिक दो-चार दिन में इसका ऐलान हो जाएगा। इसमें प्रदेश अध्यक्ष के अलावा चार पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. हर्षवर्धन, विजेंद्र गुप्ता, ओ. पी. कोहली, मांगे राम गर्ग, संगठन मंत्री विजय शर्मा, वी. के. मल्होत्रा और प्रदेश टीम के भी 2-3 लोग होंगे। उन्होंने कहा कि बाद में इसी कोर ग्रुप में एक मिनी कोर ग्रुप भी बनेगा। इलेक्शन कैंपेन कमिटी का फैसला इसके बाद किया जाएगा।

चर्चा है कि डॉ. हर्षवर्धन को कैंपेन कमिटी का हेड बनाया जा सकता है। वैसे अभी तक वी. के. मल्होत्रा इसके हेड रहे हैं। इससे पहले इलेक्शन कमिटी बनेगी। जिसका हेड प्रदेश अध्यक्ष होता है और इसमें 15 मेंबर होते हैं। यह कमिटी किस सीट से किसे टिकट दिया जाना है उसकी सिफारिश सेंट्रल इलेक्शन कमिटी से करती है।

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