दुबई में एक रेप पीड़ित युवती अंधे कानून का शिकार हो गई। दुबई में बिजनेस के काम से गई युवती के साथ रेप हो गया था और पुलिस ने उसे ही उठा कर जेल में डाल दिया।
24 वर्ष की मार्टे डेब्रो डालेल्व ने सजा मिलने के बाद दुनिया को अपनी कहानी बताई है। उसके साथ मार्च में दुबई दौरे पर उसके ही सहकर्मी ने रेप किया था। लेकिन उसे अपने पति के अलावा किसी और शख्स के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दोषी ठहरा दिया गया। युवती का कहना है कि पुलिस ने पहले तो अजीबोगरीब सवाल पूछने शुरू किए और उसका पासपोर्ट भी जब्त कर लिया। इसके बाद युवती पर गैरकानूनी तरीके से सेक्स करने और शराब पीने का आरोप लगाकर और उसका गलत बयान दर्ज कर उसे ही सजा दिलवा दी गई। पीड़ित युवती का कहना है कि वह अपने दोस्तों और सहकर्मियों के साथ एक बार में गई थी। तब उसके साथ यह घटना घटी। युवती के मुताबिक वह जिस होटल में ठहरी हुई थी वह काफी बड़ा और भटकाने वाला था। उसने ड्रिंक की थी और वह होटल के रास्तों में भटकना नहीं चाहती थी इसलिए उसने अपने कमरे तक जाने में अपने एक सहकर्मी की मदद ली। लेकिन उसे कमरे में पहुंच कर लगा कि यह उसका कमरा नहीं है। इसका विरोध करने पर उसके सहकर्मी ने उसे हैंडबैग समेत कमरे में खींच लिया। युवती का कहना है कि वह मामले को शांत करने के लिए कमरे में जाने पर राजी हो गई। इसके बाद जब उसे होश आया तो आरोपी युवक उसका रेप कर रहा था।
जब होटल कर्मचारियों की ओर से वेक-अप कॉल हुई तो उसने अपनी ड्रेस पहनी और रिसेप्शन पर जाकर पुलिस को इसकी सूचना दी। युवती का कहना है कि मौके पर कम से कम एक दर्जन पुलिसकर्मी पहुंचे और उन्होंने पीड़ित और आरोपी दोनों का बयान दर्ज किया। इसके बाद पुलिस युवती को बुर दुबई पुलिस स्टेशन ले गए और कहा कि क्या आपको यह पसंद नहीं आने पर ही आपने पुलिस में शिकायत की? इस पर युवकी खीझ गई और उसने कहा, निश्चित तौर पर मुझे बिल्कुल पसंद नहीं आया। इसी समय युवती को पता चल गया कि पुलिस उसकी बातों पर भरोसा नहीं कर रही है। इसके बाद युवती के शरीर में अल्कोहल की जांच की गई और चार दिनों तक बिना कुछ बताए जेल में पड़े रहने दिया। इसी दौरान संयोग से वह अपने परिजनों से संपर्क करने में सफल रही और उनसे नॉर्वे दूतावास से संपर्क कर अपनी रिहाई का बंदोबस्त करने को कहा। युवती का कहना है कि उससे यह कहने का दबाव बनाया गया कि यह रेप नहीं सहमति से हुआ सेक्स था लेकिन इसके खिलाफ आवाज उठाने पर उसे जैनेट जैक्सन के पति अल माना के स्वामित्व वाले अल माना इंटेरियर्स की नौकरी से भी हाथ धोना पड़ा।
कतर की खरबपति कंपनी अल माना इंटेरियर्स के प्रवक्ता ने पीड़ित युवती के दावे को सख्ती से नकार दिया है। कंपनी का कहना है कि वह पूरे घटनाक्रम के साथ पीड़ित युवती के पक्ष में खड़ी रही। लेकिन नौकरी के बारे में कोई सकारात्मक जवाब न दे पाने पर कंपनी को उसे बाहर करने पर मजबूर होना पड़ा। डालेल्व को एक साल और चार महीने की सजा सुनाई गई है लेकिन नॉर्वे और दुबई के बीच प्रत्यर्पण संधि न होने से उसका भविष्य खतरे में है। जिस कंपनी में युवती काम करती थी वह जैनेट जैक्सन के खरबपति पति की है जिसस उन्होंने से पिछले साल चुपचाप शादी कर ली थी। वे दोनों पिछले तीन साल से एक साथ हैं।
रेप पीड़ित युवती को पुलिस ने गैर-मर्द के साथ सेक्स करने का आरोपी बनाया और 16 महीने के लिए जेल में डाल दिया। जबकि रेप के आरोपी युवक को तेरह महीने की सजा हुई थी। पीड़ित युवती नॉर्वे की है और उसी ने पुलिस को फोन कर अपने साथ रेप होने की जानकारी दी थी। युवती के बयान आश्चर्यजनक हैं। उसके मुताबिक जब उसने पुलिस को मामले की जानकारी दी तो पहले उन्होंने युवती से पूछा- क्या आप सिर्फ इसलिए शिकायत करना चाहती हैं कि आपको इसमें मजा नहीं आया? लेकिन युवती के शिकायत दर्ज कराने पर अड़ी रहने पर पुलिस ने उसे ही दोषी बना दिया।
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