अब डाक से भेजा जाएगा"बाबा"का प्रसाद
वाराणसी। सावन में श्रद्धालु डाक से भी विश्वनाथ मन्दिर का प्रसाद प्राप्त कर सकेंगे। इसके लिए डाक अधीक्षक बनारस पूर्वी के नाम 60 रूपए का मनीआर्डर करना होगा। प्रसाद के रूप में भभूत, चित्र व बाबा चालीसा घर पहुंचेगी। इलाहाबाद परिक्षेत्र के डाक सेवा निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि काशी विश्वनाथ मन्दिर ट्रस्ट के साथ इसके लिए हाल ही में समझौता किया गया है।
उज्जैन स्थित महाकालेश्वर का भी प्रसाद डाक से मंगाया जा सकता है। इसके लिए प्रशासक महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंधन कमेटी को 151 रूपए का मनीआर्डर करना होगा। इसके 200 ग्राम ड्राई फ्रूट, 200 ग्राम लड्डू, भभूत और भगवान महाकालेश्वर का चित्र होगा। सुरक्षा के लिए प्रसाद वाटर प्रूफ लिफाफे में भेजने की व्यवस्था है।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी पारस नाथ द्विवेदी के अनुसार हर सोमवार को बाबा का अलग श््रंृगार होगा। अलग अलग रूपों में झांकी सजाई जाएगी। गौरतलब है कि सावन का पहला सोमवार 29 जुलाई को पड़ रहा है। माह में चार सोमवार पडेंगे। मन्दिर ट्रस्ट ने सावन माह में पूजन अनुष्ठान की नई दरें निर्धारित कर दी है। न्यास परिषद ने हाल ही में बैठक कर 25 प्रतिशत शुल्क बढ़ाने का निर्णय लिया था।
वाराणसी। सावन में श्रद्धालु डाक से भी विश्वनाथ मन्दिर का प्रसाद प्राप्त कर सकेंगे। इसके लिए डाक अधीक्षक बनारस पूर्वी के नाम 60 रूपए का मनीआर्डर करना होगा। प्रसाद के रूप में भभूत, चित्र व बाबा चालीसा घर पहुंचेगी। इलाहाबाद परिक्षेत्र के डाक सेवा निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि काशी विश्वनाथ मन्दिर ट्रस्ट के साथ इसके लिए हाल ही में समझौता किया गया है।
उज्जैन स्थित महाकालेश्वर का भी प्रसाद डाक से मंगाया जा सकता है। इसके लिए प्रशासक महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंधन कमेटी को 151 रूपए का मनीआर्डर करना होगा। इसके 200 ग्राम ड्राई फ्रूट, 200 ग्राम लड्डू, भभूत और भगवान महाकालेश्वर का चित्र होगा। सुरक्षा के लिए प्रसाद वाटर प्रूफ लिफाफे में भेजने की व्यवस्था है।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी पारस नाथ द्विवेदी के अनुसार हर सोमवार को बाबा का अलग श््रंृगार होगा। अलग अलग रूपों में झांकी सजाई जाएगी। गौरतलब है कि सावन का पहला सोमवार 29 जुलाई को पड़ रहा है। माह में चार सोमवार पडेंगे। मन्दिर ट्रस्ट ने सावन माह में पूजन अनुष्ठान की नई दरें निर्धारित कर दी है। न्यास परिषद ने हाल ही में बैठक कर 25 प्रतिशत शुल्क बढ़ाने का निर्णय लिया था।
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