त्वरित टिपणी ....गहलोत ने रिफायनरी महापड़ाव के बाद खुफिया को सक्रीय किया
रिफायनरी का शिलान्यास सोनिया गाँधी से करने की योजना
बाड़मेर बाड़मेर में रिफायनरी के लीलना से पचपदरा स्थानांतरित करने के बाद बाड़मेर जिले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ भड़के जन आक्रोश से मुख्यंत्री के हाथ पाँव फूल गए क्यूंकि गहलोत अगले एक माह में रिफायनरी के शिलान्यास के लिए हाईकमान सोनिया गांधी को लाने की योजना बने हें ,जन आक्रोश के चलते गहलोत के समक्ष संकट खडा हो गया की सोनिया गांधी के कार्यक्रम में जन विरोध हो गया तो उनका दांव उलटा पड़ जाएगा .अशोक गहलोत ने अपने कार्यकाल के अब तक के सबसे महत्वपूर्ण योजना राजस्थान में रिफायनरी की स्थापना को लेकर क्ल्हसे उतसाहित थे मगर उनके रिफायनरी को लीलाना से पचपदरा स्थानांतरित करने के निर्णय ने जिले में बखेड़ा खडा कर दिया .इस बखेड़े की अगुवाई कांग्रेस के बायतु विधायक कर्नल सोना राम कर रहे हें ,कर्नल के आन्दोलन को छत्तीस कोमों का जबरदस्त समर्थन मिल रहा हें .सोमवार को कर्नल के नेतृत्व में आयोजित जन आन्दोलन में उमड़े जन सैलाब ने अशोक गहलोत की नींद उड़ा दी .गहलोत के पास पहुंची रिपोर्टो के बाद गहलोत सक्रीय हो गए ,उन्होंने अपने सरकारी एयर गैर सरकार खुफिया तंत्र को रातों रात सक्रीय कर आन्दोलन की पूरी रिपोर्ट लाने के लिए कहा हें .गहलोत बार बार दिल्ली जाकर सोनिया गांधी से रिफायनरी के शिलान्यास के लिए वक़्त मांग रहे हें . आलाकमान ने जुलाई अंत में शिलान्यास करने पर हामी भरी हें ,गहलोत ने जिस चतुराई से शतरंज के लिए सफलतापूर्वक गोतिया बिछाई थी .कर्नल सोना राम से एक झटके में शत्रन का खेल बिगाड़ दिया .आंदोलनकारियो ने घोषणा कर दी हें की यदि शिलान्यास पचपदरा हुआ तो एक लाख लोग विरोध स्वरुप सोनिया के समक्ष प्रदर्शन करेंगे .गहलोत सकते में हें कहा तो रिफायनरी को राजस्थान के विकास में महत्वपूर्ण कड़ी बता कर अगला विधान सभा चुनाव लड़ने की रणनीति बनाई थी .अब रिफायनरी गले की हड्डी बन गई हें .गहलोत के माथे पर इस जन आन्दोलन की चिंता स्पष्ट देखि जा सकती हें ,कर्नल को भाजपा का पूरा समर्थन मिल रहा हें .गहलोत इस आन्दोलन की पल पल की रिपोर्ट जिला प्रशासन ,पुलिस और खुफिया तंत्रों से मंगवा रहे हें वही उनकी पार्टी के बद्फ्मेर के संसद ,पांच विधाय मूक दर्शक बन बैठे हें .गहलोत को इस संकट से बाहर निकलने का मादा उनमे नहीं दिखता .
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