"आईएम के प्रवक्ता हैं शकील अहमद"
वाशिंगटन/नई दिल्ली। कांग्रेस प्रवक्ता शकील अहमद द्वारा आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) को लेकर किए गए ट्वीट के बाद उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आपत्ति के बाद अब संघ ने भी शकील को आड़े हाथों लिया है। संघ के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि शकील ने यह ट्वीट करके साबित कर दिया है कि वह कांग्रेस के नहीं,बलिक आईएम के प्रवक्ता हैं।
संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य राम माधव ने ट्वीट कर कहा कि शकील अहमद आईएम के प्रवक्ता का काम कर रहे हैं। अहमद जैसे आतंकवाद के समर्थक लोगों के कारण ही भारत में आतंकवाद फैल रहा है। माधव भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के साथ अमरीका के दौरे पर हैं। माधव ने लिखा की अहमद द्वारा आतंकवाद को न्यायोचित ठहराना शर्मनाक है। कांग्रेस की ओछी राजनीति के कारण ही देश में आतंकवाद बढ़ा है।
वहीं,कांग्रेस ने शकील के कथन से पल्ला झाड़ लिया है। पार्टी प्रवक्ता रेणुका चौधरी ने संवाददाताओं से कहा कि यह कांग्रेस की सोच नहीं है। हालांकि उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि 2002 के दंगों में एक खास समुदाय को निशाना बनाया गया था। उन्होंने कहा कि उस वक्त जो गुजरात में हुआ,एक समुदाय को निशाना बना गया,इस तरह की घटनाएं कहीं नहीं हुई।
गौरतलब है कि रविवार को शकील अहमद ने ट्वीट कर कहा था कि आईएम का जन्म गुजरात के 2002 के दंगों के बाद हुआ था। उन्होंने कहा था कि एनआईए की ओर से दाखिल चार्जशीट में यह बात कही गई है। अब भी संघ और भाजपा साम्प्रदायिक राजनीति से बाज नहीं आएंगे।
दंगों के वक्त नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। टि्वट के बाद अहमद ने साक्षात्कार में कहा कि भाजपा,शिवसेना और संघ साम्प्रदायिक राजनीति में लिप्त हैं। इन्हें ऎसी राजनीति से रोकना चाहिए। भाजपा के एक्शन से पता चलता है कि वह भारत को बांटने की कोशिश कर रही है। वह कहती कुछ है और करती कुछ और है।
अहमद के इस बयान पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई थी। भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने पलटवार करते हुए कहा कि गुजरात में कांग्रेस के शासकाल के दौरान 40 दंगे हुए थे। अभी तक सिर्फ दो या तीन लोगों को ही दोषी ठहराया गया है। भाजपा प्रवक्ता मीनाी लेखी ने टि्वट किया कि क्या कांग्रेस प्रवक्ता शकील अहमद इस बात को सही ठहराने की कोशिश कर रहे हैं कि इंडियन मुजाहिदीन उनकी पार्टी के लक्ष्य को शेयर कर रहा है और कांग्रेस को उसके ध्येय से सहानुभूति है?
मूर्खतापूर्ण दलील
भाजपा के वेंकैया नायडू ने कहा, शकील आतंकियों के पक्ष में दलील देना बंद करें। यह क्या मूर्खतापूर्ण दलील है। आईएम शुरूआत से ही हैं। कुछ लोगों की यह आदत बन गई है कि इसे मुंबई दंगों से तो कुछ गुजरात दंगों से जोड़ देते हैं।"
वाशिंगटन/नई दिल्ली। कांग्रेस प्रवक्ता शकील अहमद द्वारा आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) को लेकर किए गए ट्वीट के बाद उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आपत्ति के बाद अब संघ ने भी शकील को आड़े हाथों लिया है। संघ के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि शकील ने यह ट्वीट करके साबित कर दिया है कि वह कांग्रेस के नहीं,बलिक आईएम के प्रवक्ता हैं।
संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य राम माधव ने ट्वीट कर कहा कि शकील अहमद आईएम के प्रवक्ता का काम कर रहे हैं। अहमद जैसे आतंकवाद के समर्थक लोगों के कारण ही भारत में आतंकवाद फैल रहा है। माधव भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के साथ अमरीका के दौरे पर हैं। माधव ने लिखा की अहमद द्वारा आतंकवाद को न्यायोचित ठहराना शर्मनाक है। कांग्रेस की ओछी राजनीति के कारण ही देश में आतंकवाद बढ़ा है।
वहीं,कांग्रेस ने शकील के कथन से पल्ला झाड़ लिया है। पार्टी प्रवक्ता रेणुका चौधरी ने संवाददाताओं से कहा कि यह कांग्रेस की सोच नहीं है। हालांकि उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि 2002 के दंगों में एक खास समुदाय को निशाना बनाया गया था। उन्होंने कहा कि उस वक्त जो गुजरात में हुआ,एक समुदाय को निशाना बना गया,इस तरह की घटनाएं कहीं नहीं हुई।
गौरतलब है कि रविवार को शकील अहमद ने ट्वीट कर कहा था कि आईएम का जन्म गुजरात के 2002 के दंगों के बाद हुआ था। उन्होंने कहा था कि एनआईए की ओर से दाखिल चार्जशीट में यह बात कही गई है। अब भी संघ और भाजपा साम्प्रदायिक राजनीति से बाज नहीं आएंगे।
दंगों के वक्त नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। टि्वट के बाद अहमद ने साक्षात्कार में कहा कि भाजपा,शिवसेना और संघ साम्प्रदायिक राजनीति में लिप्त हैं। इन्हें ऎसी राजनीति से रोकना चाहिए। भाजपा के एक्शन से पता चलता है कि वह भारत को बांटने की कोशिश कर रही है। वह कहती कुछ है और करती कुछ और है।
अहमद के इस बयान पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई थी। भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने पलटवार करते हुए कहा कि गुजरात में कांग्रेस के शासकाल के दौरान 40 दंगे हुए थे। अभी तक सिर्फ दो या तीन लोगों को ही दोषी ठहराया गया है। भाजपा प्रवक्ता मीनाी लेखी ने टि्वट किया कि क्या कांग्रेस प्रवक्ता शकील अहमद इस बात को सही ठहराने की कोशिश कर रहे हैं कि इंडियन मुजाहिदीन उनकी पार्टी के लक्ष्य को शेयर कर रहा है और कांग्रेस को उसके ध्येय से सहानुभूति है?
मूर्खतापूर्ण दलील
भाजपा के वेंकैया नायडू ने कहा, शकील आतंकियों के पक्ष में दलील देना बंद करें। यह क्या मूर्खतापूर्ण दलील है। आईएम शुरूआत से ही हैं। कुछ लोगों की यह आदत बन गई है कि इसे मुंबई दंगों से तो कुछ गुजरात दंगों से जोड़ देते हैं।"
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