शुक्रवार, 5 जुलाई 2013

जल बचत की सांप सीढी सीढ़ी का दावा हुआ मजबूत

जल बचत की सांप सीढी सीढ़ी का दावा हुआ मजबूत

- लिम्का बुक में आवेदन के बाद मांगी पूरी जानकारी , परखा जायेगा हर पहलु को
बाड़मेर , सीसीडीयू के आईईसी अनुभाग द्वारा तैयार की गई सांप सीढ़ी देश की अपने आप में अनूठी पहल होने के साथ साथ सबसे विशाल भी हैं इस बात को जल्द ही लिम्का बुक रिकोर्ड प्रमाणित करता नजर आएगा . सी सी डी यू के आई इ सी कंसल्टेंट अशोक सिंह राजपुरोहित ने बताया की सीसीडीयू के आईईसी अनुभाग द्वारा तैयार की गई इस बड़ी सांप सीढ़ी के माध्यम से जल बचत का संदेश देने के साथ साथ इस सांप सीढ़ी को लिमका बुक ऑफ रिकोर्ड के लिए भी भेजा गया है . जहा से लिम्का बुक की संस्थापक संपादक विजया घोष ने इस साप सीढ़ी की सम्पूर्ण जानकारी एवं इसके फोटो और वीडियो सी सी डी यू के आई ई सी अनुभाग से माँगा है साथ ही बाड़मेर के इस दावे को प्रमाणित करते दस्तावेजो को भी माँगा गया है . . लिम्का बुक के भारत में गुडगाव स्थित कार्यालय को भिजवा दिया गया हे. । राजपुरोहित के मुताबिक पानी को बचाने का संदेश इतनी बड़ी सांप सीढ़ी के माध्यम से पहले कहीं पर भी नहीं दिया गया है। ऐसे में इस सांप सीढ़ी को लिम्का रिकोर्ड में इन्द्राज कराने के लिए आवेदन भेजा गया है ।इस सांप सीढ़ी का पूर्ण क्षैत्रफल 900 वर्ग फीट हैं। वही अगर बच्चों द्वारा खेली जाने वाली सांप सीढ़ी को इस सांप सीढ़ी पर रखे तो कुल 900 सांप सिढिया की जरूरत होगी जब जाकर यह पूर्ण रूपेण बराबरी कर पाएगा।इस सांप सीढ़ी के मध्यम से जल बचत की अन्तही पहल रेतीले बाड़मेर से शुरू हुई है . आगामी दिनों में इस सांप सीढ़ी के खेल का अयोजन कई विधालयो और आवशीय मदरसों में किया जायेगा .



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें