कामत की क्लास,पीसीसी में खलबली
जयपुर। कांग्रेस आला कमान के निर्देश के बाद प्रदेश प्रभारी गुरूदास कामत चुनावी समर की तैयारियों के लिहाज से 22 व 23 जुलाई को सत्ता और संगठन के नेताओं की बैठक लेंगे। इस बैठक को लेकर समूची प्रदेश कांग्रेस में खलबली मची हुई है। अब नेता किसी तरह से अपना फीडबैक सुधारने की कवायद में जुटे हैं।
बैठक को लेकर सबसे ज्यादा खलबली दो पद वाले नेताओं में है, क्योंकि कामत कह चुके हैं कि जिन नेताओं के पास दो पद हैं, उनसे एक पद लिया जा सकता है। शुक्रवार शाम को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पदाधिकारियों की बैठक लेकर कामत की बैठक की तैयारियों की समीक्षा कर सकते हैं। गौरतलब है कि आगामी चुनाव के लिहाज से कांग्रेस आलाकमान की निगाह राजस्थान पर है। लिहाजा आला कमान ने पार्टी की सत्ता में वापसी के लिए प्रदेश प्रभारी गुरूदास कामत को फ्री हैंड देकर राजस्थान भेजा है।
हाल ही में कामत ने प्रदेश की सत्ता और संगठन की रिपोर्ट भी कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को दी थी, जिसमें उन्होंने सत्ता और संगठन में तालमेल की कमी बताई थी। साथ ही संगठनात्मक कार्यो में पूरी तरह पिछड़ने की बात कही थी। लिहाजा कामत को फिर राहुल गांधी ने जयपुर में बैठक करने के निर्देश दिए हैं।
शहर पदाधिकारी नाराज
प्रदेश प्रभारी गुरूदास कामत की बैठक में शहर कांग्रेस के अन्य पदाधिकारियों को नहीं बुलाया गया है। इससे नाराज पदाधिकारियों ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष के समक्ष अपनी पीड़ा रखी है। उनका कहना है कि इससे पहले मई में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी की बैठक से भी पदाधिकारियों को दूर रखा गया था।
जयपुर। कांग्रेस आला कमान के निर्देश के बाद प्रदेश प्रभारी गुरूदास कामत चुनावी समर की तैयारियों के लिहाज से 22 व 23 जुलाई को सत्ता और संगठन के नेताओं की बैठक लेंगे। इस बैठक को लेकर समूची प्रदेश कांग्रेस में खलबली मची हुई है। अब नेता किसी तरह से अपना फीडबैक सुधारने की कवायद में जुटे हैं।
बैठक को लेकर सबसे ज्यादा खलबली दो पद वाले नेताओं में है, क्योंकि कामत कह चुके हैं कि जिन नेताओं के पास दो पद हैं, उनसे एक पद लिया जा सकता है। शुक्रवार शाम को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पदाधिकारियों की बैठक लेकर कामत की बैठक की तैयारियों की समीक्षा कर सकते हैं। गौरतलब है कि आगामी चुनाव के लिहाज से कांग्रेस आलाकमान की निगाह राजस्थान पर है। लिहाजा आला कमान ने पार्टी की सत्ता में वापसी के लिए प्रदेश प्रभारी गुरूदास कामत को फ्री हैंड देकर राजस्थान भेजा है।
हाल ही में कामत ने प्रदेश की सत्ता और संगठन की रिपोर्ट भी कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को दी थी, जिसमें उन्होंने सत्ता और संगठन में तालमेल की कमी बताई थी। साथ ही संगठनात्मक कार्यो में पूरी तरह पिछड़ने की बात कही थी। लिहाजा कामत को फिर राहुल गांधी ने जयपुर में बैठक करने के निर्देश दिए हैं।
शहर पदाधिकारी नाराज
प्रदेश प्रभारी गुरूदास कामत की बैठक में शहर कांग्रेस के अन्य पदाधिकारियों को नहीं बुलाया गया है। इससे नाराज पदाधिकारियों ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष के समक्ष अपनी पीड़ा रखी है। उनका कहना है कि इससे पहले मई में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी की बैठक से भी पदाधिकारियों को दूर रखा गया था।
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