हमले में आडीएक्स का भी इस्तेमाल"
पटना। विश्व में सत्य अहिंसा और करूणा का संदेश देने वाले भगवान बुद्ध की ज्ञान स्थली बिहार का बोधगया रविवार को पहली बार आतंकी हमले का शिकार बना जिसमें दो विदेशी घायल हो गए। राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (विधि व्यवस्था) एस.के भारद्वाज ने बताया कि बोधगया स्थित विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर परिसर और उसके आसपास सुबह साढ़े पांच से छह बजे के बीच हुए नौ बमों के धमाके के लिए अमोनियम नाइट्रेट, आरडीएक्स और टीएनटी तथा टाइमर का इस्तेमाल किया गया है।
उन्होंने बताया कि दो बम भी बरामद किए गए हंै जिन्हे बम निरोधक दस्ते की मदद से निष्क्रिय कर दिया गया है। भारद्वाज ने कहा विधि विज्ञान प्रयोगशाला की एक टीम मौके पर पहुंच कर जांच कर रही है। इसके साथ ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की टीम भी जांच के लिए वहां पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि कि जांच के बाद ही यह पता चल सकेगा कि हमले में किस संगठन का हाथ है और हमले के पीछे उनका मकसद क्या था।
उन्होंने बताया कि इस हमले में दो तिब्बती बौद्ध श्रद्धालु घायल हुए हैं। बिहार में पहली बार हुए आतंकवादी हमले के बाद सिखो के दसवें गुरू गुरू गोविंद सिंह की जन्म स्थली तख्त हरमंदिर पटना साहिब, पटना जंक्शन स्थित हनुमान मंदिर और बिड़ला मंदिर में सतर्कता बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही हथुआ मार्केट समेत भीड़भाड़ वाले इलाकों में पुलिस श्वान दस्तें के साथ तलाशी कर रही है।
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