रविवार, 21 जुलाई 2013

केंद्र की योजनाओं का समय पर मिले लोगों को लाभ: चन्द्रेशकुमारी


केंद्र की योजनाओं का समय पर मिले लोगों को लाभ: चन्द्रेशकुमारी 

जिला सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक में विकास कार्यों पर चर्चा 




जैसलमेर. केन्द्रीय संस्कृति मंत्री चन्द्रेशकुमारी ने जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को कहा कि वे केन्द्र प्रवृर्तित योजनाओं में विकास कार्यो को समय पर करवा कर लोगों को सेवाओं का पूरा लाभ पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि जिले के चहुंमुखी विकास में भारत सरकार की योजनाओं की बहुत महत्ती भूमिका है इसलिए अधिकारी इन योजनाओं के प्रति गंभीर रह कर स्वीकृत कार्यो को समय पर पूरा करें।

केन्द्रीय संस्कृति मंत्री ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह निर्देश दिए। बैठक में पोकरण विधायक शाले मोहम्मद, जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी, जिला प्रमुख अब्दुला फकीर, कलेक्टर एन.एल.मीना, पंचायत समिति जैसलमेर के प्रधान मूलाराम चौधरी, सांकड़ा वहीदुल्ला मेहर, सम लक्ष्मीकंवर ,अतिरिक्त जिला कलेक्टर मानाराम पटेल के साथ ही अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

विभिन्न योजनाओं में लाएं गति: केन्द्रीय संस्कृति मंत्री चंद्रेशकुमारी ने केन्द्र प्रवृर्तित योजना, महानरेगा, सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास, इंदिरा आवास योजना, सीमा क्ष्ेात्र विकास कार्यक्रम, एकीकृत जलग्रहण प्रबंधन कार्यक्रम, बी.आर.जी.एफ. योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, त्वरित ग्रामीण जलापूर्ति कार्यक्रम, एनआरएचएम गतिविधियों, राजीवगांधी विद्युतीकरण योजना, ग्रामीण स्वच्छता कार्यक्रम की प्रगति की चर्चा करते हुए कहा कि जिन योजनाओं में धीमी प्रगति है उनमें गति लाएं ताकि इन योजनाओं का लाभ आमजन को मिलें। चंद्रेशकुमारी ने निर्देश दिए कि वे महानरेगा योजना में प्रत्येक गांव में सार्वजनिक कार्य स्वीकृत करें ताकि इस योजना में अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिले। उन्होंने अधीक्षण अभियंता जलदाय को निर्देश दिए कि वे सभी विद्यालयों को पेयजल से जोडऩे की कार्रवाई करें। केन्द्रीय मंत्री ने सीमाक्षेत्र विकास कार्यक्रम एवं प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में जो सड़कें अधूरी पड़ी हैं उनको प्राथमिकता से लेने पर विशेष जोर दिया ताकि इन योजनाओं से लोगों को आवागमन के लिए सड़कों का पूरा लाभ मिले।

'धरोहर का संरक्षण सावधानी से करना चाहिए'

स्वर्णनगरी के सोनार दुर्ग को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल कर लेने से इसका संरक्षण बेहतर तरीके से हो सकेगा। केन्द्रीय संस्कृति मंत्री चंद्रेश कुमारी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि दुर्ग को विश्व धरोहर की सूची में शामिल कर लेने से अब इसका और भी ज्यादा प्रचार प्रसार होगा और पर्यटकों की आवक में बढ़ोतरी होगी। उन्होंने कहा कि यदि ऐतिहासिक स्मारक का संरक्षण तेज गति से होगा तो उसमें लेटेस्ट मेटेरियल का उपयोग होगा। मगर उसकी मरम्मत पुरानी स्टाइल में ही करनी पड़ती है और सावधानी से संरक्षण करना पड़ता है। इसलिए सोनार दुर्ग का कंजर्वेशन तेज गति से नहीं हो सकता। चंद्रेश कुमारी ने कहा कि दुर्ग की परिधी में मकानों की रिपेयरिंग के लिए स्वीकृति मिलती है उसमें किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं है। दिक्कत तो यह है कि लोगों को उसकी जानकारी नहीं है।

यूनेस्को ऑफिस के प्रयास किए जा रहे हैं : चंद्रेश कुमारी ने कहा कि यूनेस्को के अधिकांश ऑफिस पश्चिमी देशों में है। अब हमारा प्रयास है कि यूनेस्को का ऑफिस हमारे देश में भी खुले ताकि अन्य मॉन्यूमेंट भी उसकी विश्व धरोहर सूची में शामिल हो सके और उनका बेहतर संरक्षण हो सके।

शीघ्र ही तैयार होगा केदारनाथ मंदिर : केदारनाथ मंदिर के मामले में केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कम्बोडिया में हम मंदिरों का संरक्षण कर रहे हैं। वियतनाम भी एएसआई को हिन्दू मंदिरों के संरक्षण के लिए बुला रहा है। ऐसे में हमारे खुद के मंदिरों का संरक्षण तो हम पहले ही करेंगे। केदारनाथ में हुई त्रासदी के बाद से ही हमारी टीम वहां पहुंच गई थी। पूरा प्लान तैयार किया जा रहा है जिसके तहत शीघ्र ही केदारनाथ मंदिर को भव्य रूप दे दिया जाएगा।

सुरक्षा के लिए 10 हजार गार्ड भर्ती किए जाएंगे: उन्होंने कहा कि देश भर के स्मारको की सुरक्षा के लिए 10 हजार गार्डों की भर्ती की जाएगी। उन्होंने बताया कि देश में कुल 3 हजार 700 मॉन्यूमेंट है, उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी हमारी है। 10 हजार गार्डो की भर्ती के लिए वित्तीय स्वीकृति के प्रयास किए जा रहे हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में की जनसुनवाई

केन्द्रीय सांस्कृतिक मंत्री व जोधपुर पोकरण विधानसभा सांसद चंद्रेश कुमारी ने ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर जनसुनवाई की। इस के साथ ही उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की समस्याओं को सुना तथा कांग्रेस सरकार द्वारा आमजन के लिए शुरू की गई लाभकारी येाजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। केबिनेट मंत्री चंद्रेश कुमारी ने शनिवार को रतन की बस्सी, चांदनी, महेशों की ढाणी, बडली, मांडा गांवों का दौरा कर ग्रामीणों के साथ जनसुनवाई की। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं के सुना तथा अधिकारियों को इन समस्याओं के तत्काल निस्तारण के निर्देश भी दिए। ग्रामीणों ने गांवों में व्याप्त समस्याओं के निस्तारण के संबंध में ज्ञापन भी सौंपे तथा कई ग्रामीणों ने मांग भी की। केबिनेट मंत्री ने कांग्रेस सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के उत्थान के लिए चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में जानकार दी। उन्होंने ग्रामीणों को इंदिरा आवास, मुख्यमंत्री आवास योजना, आई टी केन्द्रों से होने वाले लाभ सहित कई सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने सरकार की बीआरजीएफ योजना के तहत ग्राम पंचायतों में होने वाले विकास कार्यों के बारे में भी जानकारी दी।

जनसुनवाई के दौरान रतन की बस्सी के ग्रामीणों ने मांग की कि गांव को लाठी से डामर सड़क से जोड़ा जाए। ताकि लोगों को आवागमन की सुविधा मिल सके। इसके साथ ही ग्रामीणों ने गांव में स्थित पांचवीं तक की स्कूल को आठवीं तक क्रमोन्नत करने की मांग की। चांदनी गांव में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम के तहत ग्रामीणों ने मांग की कि चांदनी गांव को सनावड़ा से डामर सड़क से जोड़ा जाए। इस अवसर पर विधायक शाले मोहम्मद, प्रधान वहीदुल्ला मेहर, ग्राम पंचायत खेतोलाई सरपंच लक्ष्मी विश्नोई, सामाजिक कार्यकर्ता जीवणराम विश्नोई, शिवप्रताप विश्नोई, सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश नागौरा, अमीन खां सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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