मिड डे मील खाने से 8 बच्चों की मौत
छपरा। बिहार के छपरा जिले के प्राथमिक स्कूल के आठ बच्चों की मिड डे मील खाने से मौत हो गई तथा 50 बच्चे बीमार हो गए। सूत्रों के अनुसार प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले इन बच्चों ने दिन में मिड डे मील के तहत बनी खिचड़ी खाई थी। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। बच्चों की तबीयत बिगड़ते ही स्कूल प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए।
बीमार हुए बच्चों को अस्पताल पहुंचाया गया जहां उपचार के दौरान 8 बच्चों का दम टूट गया। करीब 50 बच्चों का उपचार अभी जारी है तथा इनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। गंभीर हालत वाले बच्चों को पटना रैफर किए जाने की कवायद चल रही है। छपरा से पटना की दूरी करीब 100 किलोमीटर है। प्रशासन के अला अधिकार मौके पर मौजूद है।
उधर, बच्चों की मौत की खबर पर राजनीतिक आरोप का सिलसिला चल पड़ा है। हाल ही में नीतीश सरकार से अलग हुई भाजपा ने इस घटना के लिए सीधे मुख्यमंत्री नीतिश कुमार पर दोष मंढते हुए कहा है कि वे 18 विभाग अपने पास रखे हुए हैं ऎसे में विभागों की मोनिटरिंग कैसे हो सकती है। बीजेपी मृतक बच्चों के परिजनों को 10-10 लाख रूपए मुआवजा दिए जाने की मांग की है।
छपरा। बिहार के छपरा जिले के प्राथमिक स्कूल के आठ बच्चों की मिड डे मील खाने से मौत हो गई तथा 50 बच्चे बीमार हो गए। सूत्रों के अनुसार प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले इन बच्चों ने दिन में मिड डे मील के तहत बनी खिचड़ी खाई थी। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। बच्चों की तबीयत बिगड़ते ही स्कूल प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए।
बीमार हुए बच्चों को अस्पताल पहुंचाया गया जहां उपचार के दौरान 8 बच्चों का दम टूट गया। करीब 50 बच्चों का उपचार अभी जारी है तथा इनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। गंभीर हालत वाले बच्चों को पटना रैफर किए जाने की कवायद चल रही है। छपरा से पटना की दूरी करीब 100 किलोमीटर है। प्रशासन के अला अधिकार मौके पर मौजूद है।
उधर, बच्चों की मौत की खबर पर राजनीतिक आरोप का सिलसिला चल पड़ा है। हाल ही में नीतीश सरकार से अलग हुई भाजपा ने इस घटना के लिए सीधे मुख्यमंत्री नीतिश कुमार पर दोष मंढते हुए कहा है कि वे 18 विभाग अपने पास रखे हुए हैं ऎसे में विभागों की मोनिटरिंग कैसे हो सकती है। बीजेपी मृतक बच्चों के परिजनों को 10-10 लाख रूपए मुआवजा दिए जाने की मांग की है।
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