रविवार, 30 जून 2013

बालिकाआें को शिक्षा से जोड़े: धनदे



बालिकाआें को शिक्षा से जोड़े: धनदे
-मेघवाल समाज के अधिवेशन में अतिथियाें ने बालिकाआें की शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षा के बिना किसी तरह का विकास नहीं हो सकता। उन्हाेंने विधार्थियाें एवं युवाआें से प्रतियोगी परीक्षाआें की तैयारी पूर्ण समर्पण भाव से करने का आहवान किया।

बाड़मेर। बालिका शिक्षा मौजूदा समय की जरूरत है। बालिका शिक्षा के बिना विकास अधूरा है। समाज की मुख्य धारा से जुड़ने एवं सर्वागीण विकास के लिए बालिकाआें को शिक्षा से जोड़ना होगा। बालिकाआें को शिक्षा से जोड़ने के साथ सामाजिक कुरीतियाें को छोड़ने की पहल करनी होगी। यह बात जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग जयपुर के मुख्य अभियंता रूपाराम धनदे ने मेघवाल समाज शैक्षणिक एवं शोध संस्थान के वार्षिक अधिवेशन के दौरान कही।

मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित करते हुए धनदे ने कहा कि कोर्इ भी समाज बालिका शिक्षा के बगैर आगे नहीं बढ़ सकता। उन्हाेंने संस्थान के शैक्षणिक विकास के प्रयासाें की सराहना करते हुए कहा कि बाड़मेर में बालिका छात्रावास के लिए जमीन आवंटित की जा चुकी है। उनकी मंशा है कि अगला अधिवेशन बालिका छात्रावास में हो। उन्हाेंने इस दौरान बालिका छात्रावास निर्माण के लिए 1 लाख रूपए देने की घोषणा की। साथ ही स्वर्गीय तनेराम मेघवाल की स्मृति में उनकी पत्नी की ओर से भी एक लाख रूपए देने की मंशा जतार्इ। उन्हाेंने कहा कि सामाजिक विकास के लिए सबको मिलकर प्रयास करने होंगे। सामाजिक कुरीतियाें पर अंकुश लगाने के साथ शिक्षा से जुड़ना होगा। उन्हाेंने कहा कि शिक्षा से जुड़े बगैर कोर्इ भी तबका प्रगति नहीं कर सकता।

इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डा.एम.आर.गढवीर ने कहा कि सबके प्रयासाें की बदौलत आज मेघवाल समाज शैक्षणिक एवं शोध संस्थान के जरिए समाज को नर्इ दिशा देने के साथ प्रतिभाआें को प्रोत्साहित करने का काम हो रहा है। उन्हाेंने वार्षिक अधिवेशन के दौरान प्रतिभाआें को सम्मानित करने के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि इससे प्रतिभाआें को प्रोत्साहन मिलता है। साथ ही दूसरे विधार्थियाें में भी उत्साह का संचार होता है।

मुख्य वक्ता प्रो.ताराराम ने मेघवाल समाज के अतीत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मेघवाल समाज का इतिहास गौरवपूर्ण रहा है। मेघवाल समाज को अपने अतीत को पहचाते हुए विकास की मुख्य धारा में शामिल होने के प्रयास करने होंगे। उन्हाेंने कहा कि युवाआें पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है कि वे हर क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित करें। उन्हाेंने समाज के साहितियक सृजन की जरूरत जतार्इ। आरपीएस सुनील के पंवार ने प्रतियोगी परीक्षाआें की तैयारी के गुर बताते हुए कहा कि अगर सच्ची लगन से प्रयास किया जाए तो कोर्इ भी सफल होने से नहीं रोक सकता। उन्हाेंने कहा कि शुरूआती दौर से प्रतियोगी परीक्षाआें की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। आवासन मंडल के अधिशाषी अभियंता केवलाराम परिहार ने शिक्षा की जरूरत जताते हुए कहा कि समय के साथ चलने की जरूरत है। मौजूदा दौर टेक्नोलाजी एवं शिक्षा से जुड़ने का है। ऐसे में शिक्षा पर अधिकाधिक बल देने की जरूरत है। विशिष्ट अतिथि आदूराम मेघवाल, उदाराम मेघवाल, मूलाराम मेघवाल ने संस्थान के प्रयासाें की सराहना करते हुए कि सबको मिलकर बालिका शिक्षा एवं छात्रावास निर्माण के लिए प्रयास करने होंगे। संस्थान के कोषाध्यक्ष हजारीराम बालवा ने बताया कि इस दौरान आर्इआर्इटी एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षा में चयनित प्रतिभाआें को तनेराम मेघवाल स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा बोर्ड परीक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली प्रतिभाआें एवं भामाशाहाें का सम्मान किया गया। वार्षिक अधिवेशन में डा.बी.एल.मंसूरिया, जोगाराम मेघवाल, सरपंच देवाराम, नदंकिशोर, पूर्व सरपंच तिलाराम, सवार्इराम बृजवाल, आसूराम मेघवाल, पूर्व सरपंच जेसाराम, रेडाणा सरपंच पदमाराम समेत कर्इ गणमान्य नागरिक उपसिथत थे। समारोह का संचालन चूनाराम पूनड़ ने किया।

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