रविवार, 16 जून 2013

बाड़मेर डाकघर में घपला, आरोपी पर अफसर मेहरबान


बाड़मेर  डाकघर में घपला, आरोपी पर अफसर मेहरबान


डाकपाल की कारस्तानी, ग्राहकों से धोखाधड़ी


पोल खुली तो लौटाई राशि

गबन का खुलासा होते ही गायब हुआ डाकपाल, फिक्स डिपोजिट व बचत खातों में हेराफेरी


बाड़मेर  जिले के डाकघर हरसानी में डाकपाल की कारस्तानी से लाखों रुपए के गबन का मामला प्रकाश में आया है। ग्राहकों के डाकघर खातों में हेराफेरी करते हुए एफडी व बचत खातों से राशि उठा ली गई। यह खेल कई साल तक चलता रहा। जब ग्राहकों ने रिकार्ड देखा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। जमा की गई राशि ही गायब थी। ग्राहकों की शिकायत पर डाक विभाग की जांच रिपोर्ट में गबन का खुलासा हुआ। जिस पर डाकपाल के खिलाफ गबन का मामला दर्ज करने के लिए रिपोर्ट पुलिस थाना गिराब में पेश की गई। इस दरम्&52द्भ;यान डाकपाल बिना अवकाश गायब हो गया। खास बात यह है कि अफसर मेहरबान होने से गबन मामले के आरोपी डाकपाल के खिलाफ कार्रवाई तो दूर मामला तक दर्ज नहीं किया गया।

डाकघर हरसानी में ग्राहकों के एफडी व बचत खातों में लाखों रुपए के गबन का मामला सामने आया है। डाकपाल ने रिकार्ड में हेराफेरी करते हुए ग्राहकों के खातों से भुगतान उठा लिया। ग्राहकों को भनक लगी तो प्रधान डाकघर बाड़मेर में शिकायत दर्ज करवाई गई। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डाक विभाग ने जांच करवाई तो करीब आधा दर्जन ग्राहकों के डाकघर खातों में हेराफेरी कर राशि का गबन करने का खुलासा हुआ। इस पर डाकघर हरसानी ने पुलिस थाना गिराब में डाकपाल विनोद कुमार मीणा के खिलाफ गबन का मामला दर्ज करने के लिए रिपोर्ट पेश की। इधर, मामले का खुलासा होने पर डाकपाल बिना अवकाश के गायब हो गया। प्रधान डाकघर अधीक्षक, बाड़मेर ने डाकपाल को निलंबित करने की अनुशंषा करते हुए उच्च अधिकारियों को भेजी। मगर दोषी डाकपाल पर अफसरों की मेहरबानी के चलते कार्रवाई नहीं हो पाई। इतना ही नहीं पुलिस थाना गिराब में गबन की रिपोर्ट पेश करने के एक माह बाद भी मामला दर्ज नहीं किया गया। जानकारी के अनुसार डाकघर में लूणाराम पुत्र खेताराम मेघवाल निवासी देदडिय़ार ने 5 जुलाई 2011 को एक लाख रुपए की एफडी करवाई थी। इस पर डाक विभाग ने खाता नंबर 591961 से पास बुक जारी की। जिसमें एक लाख रुपए जमा होने का इन्द्राज किया गया। हाल ही में डाकघर से एफडी के रिकार्ड की जांच करने पर पता चला की पासबुक में कांट छांट करते हुए राशि का इन्द्राज किया गया। जबकि डाकघर में उक्त राशि जमा करवाने की बजाय डाकपाल ने हड़प ली इसी तरह हस्तीमल, मूमलदेवी, घेवरचंद, केवलचंद के बचत खातों से राशि के गबन का जांच रिपोर्ट में खुलासा किया गया।




डाकघर हरसाणी में हरिसिंह पुत्र उदयसिंह राजपूत निवासी दुधोड़ा ने एक एक लाख रुपए की एफडी करवाई थी। इस बीच एफडी की राशि जमा नहीं होने की सूचना मिलने पर खाताधारक ने शिकायत दर्ज करवाई। रिकार्ड की जांच करवाने पर पता चला कि उक्त राशि उठा ली गई। जब मामले ने तूल पकड़ा तो डाकपाल ने समझौता करवाते हुए एक लाख रुपए संबंधित ग्राहक को लौटा दिए।



डाकघर में सुरक्षित निवेश की मंशा से ग्राहकों ने एफडी व बचत खातों में राशि जमा करवाई। डाकपाल ने भी ग्राहकों को गुमराह करते हुए पासबुक में तो राशि इन्द्राज कर दी। जबकि डाकघर में राशि जमा ही नहीं करवाई। यह खेल चलता रहा। एक के बाद एक जब ग्राहकों ने रिकार्ड का पता करवाया तो पूरा माजरा सामने आ गया। डाकपाल की कारस्तानी से ग्राहकों के लाखों रुपए का गबन कर दिया गया।



॥डाकघर हरसाणी में ग्राहकों के खातों से राशि का गबन करने का मामला प्रकाश में आया है। जांच रिपोर्ट में खुलासा होने के बाद पुलिस थाना गिराब में गबन का मामला दर्ज करने के लिए रिपोर्ट दी गई । डाकपाल के खिलाफ कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया है।
उदयराज सेजू, अधीक्षक प्रधान डाकघर बाड़मेर।

॥डाकपाल ने गरीब तबके के लोगों के लाखों रुपए का गबन किया है। डाकपाल पर उच्च अधिकारियों की मेहरबानी होने से कार्रवाई नहीं की जा रही है। गबन का खुलासा होने के बावजूद पुलिस थाना गिराब में मामला दर्ज नहीं किया गया है। पीडि़त लोग डाक विभाग के चक्कर काट रहे हैं। जबकि डाकपाल लंबे अर्से से गायब है। इस मामले की जांच कर डाकपाल को निलंबित करना चाहिए।
उदाराम मेघवाल, बीसूका उपाध्यक्ष बाड़मेर।

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