टूट गया 17 साल पुराना गठबंधन
पटना। भाजपा और जदयू का 17 साल पुराना गठबंधन टूट गया है। बिहार के राज्यपाल से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा से गठबंधन तोड़ने की औपचारिक घोषणा की। गठबंधन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी नरेन्द्र मोदी को चुनाव प्रचार अभियान समिति का प्रमुख बनाए जाने के कारण टूटा है। नीतीश कुमार ने 19 जून को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है। इस दौरान वह विश्वास मत हासिल करेंगे। राज्यपाल ने उन्हें विश्वास मत हासिल करने के लिए कहा है।
मोदी सभी धर्मो को मंजूर नहीं
नीतीश ने रविवार को मंत्रिमण्डल की आपात बैठक बुलाई। बैठक में भाजपा के कोटे के 11 मंत्री शामिल नहीं हुए। कैबिनेट की बैठक के बाद 12.30 बजे जदयू नेताओं की बैठक हुई। इसमें मोदी को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया गया। प्रस्ताव में कहा गया है कि भाजपा ने एक ऎसे व्यक्ति को कमान सौंपी है जिसकी कार्यशैली से देश के सेक्युलर ढांचे को खतरा है। मोदी सभी धर्मो को स्वीकार नहीं है।
इससे पहले भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मंगल पांडे ने कहा कि जब जदयू नेता अपनी सरकार बनाने के लिए अन्य विधायकों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं,ऎसे में बैठक में शामिल होने का कोई मतलब नहीं रह जाता। जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कैबिनेट की बैठक के बहिष्कार के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। रंजन ने कहा कि भाजपा के मंत्री संवैधानिक जिम्मेदारी का उल्लंघन कर रहे हैं। बैठक के बहिष्कार से साफ है कि वे गठबंधन तोड़ना चाहते हैं। जदयू से गठबंधन के बावजूद भाजपा के मंत्रियों ने अपने दफ्तर जाना बंद कर दिया और अपने सरकारी वाहन वापस कर दिए। भाजपा मंत्रियों के इन कदमों से तनाव बढ़ गया है।
जदयू सांसद शिवानंद तिवारी ने कहा कि गठबंधन को लेकर हमने फैसला ले लिया है। सिर्फ औपचारिक घोषणा की जानी है। राजनीतिक हालात की समीक्षा के बाद जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने शनिवार रात नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। एक जदयू नेता ने कहा कि गठबंधन टूट गया है। सूत्रों के मुताबिक शरद यादव दोपहर 3 बजे एनडीए के संयोजक पद से इस्तीफा दे देंगे।
पटना। भाजपा और जदयू का 17 साल पुराना गठबंधन टूट गया है। बिहार के राज्यपाल से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा से गठबंधन तोड़ने की औपचारिक घोषणा की। गठबंधन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी नरेन्द्र मोदी को चुनाव प्रचार अभियान समिति का प्रमुख बनाए जाने के कारण टूटा है। नीतीश कुमार ने 19 जून को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है। इस दौरान वह विश्वास मत हासिल करेंगे। राज्यपाल ने उन्हें विश्वास मत हासिल करने के लिए कहा है।
मोदी सभी धर्मो को मंजूर नहीं
नीतीश ने रविवार को मंत्रिमण्डल की आपात बैठक बुलाई। बैठक में भाजपा के कोटे के 11 मंत्री शामिल नहीं हुए। कैबिनेट की बैठक के बाद 12.30 बजे जदयू नेताओं की बैठक हुई। इसमें मोदी को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया गया। प्रस्ताव में कहा गया है कि भाजपा ने एक ऎसे व्यक्ति को कमान सौंपी है जिसकी कार्यशैली से देश के सेक्युलर ढांचे को खतरा है। मोदी सभी धर्मो को स्वीकार नहीं है।
इससे पहले भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मंगल पांडे ने कहा कि जब जदयू नेता अपनी सरकार बनाने के लिए अन्य विधायकों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं,ऎसे में बैठक में शामिल होने का कोई मतलब नहीं रह जाता। जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कैबिनेट की बैठक के बहिष्कार के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। रंजन ने कहा कि भाजपा के मंत्री संवैधानिक जिम्मेदारी का उल्लंघन कर रहे हैं। बैठक के बहिष्कार से साफ है कि वे गठबंधन तोड़ना चाहते हैं। जदयू से गठबंधन के बावजूद भाजपा के मंत्रियों ने अपने दफ्तर जाना बंद कर दिया और अपने सरकारी वाहन वापस कर दिए। भाजपा मंत्रियों के इन कदमों से तनाव बढ़ गया है।
जदयू सांसद शिवानंद तिवारी ने कहा कि गठबंधन को लेकर हमने फैसला ले लिया है। सिर्फ औपचारिक घोषणा की जानी है। राजनीतिक हालात की समीक्षा के बाद जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने शनिवार रात नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। एक जदयू नेता ने कहा कि गठबंधन टूट गया है। सूत्रों के मुताबिक शरद यादव दोपहर 3 बजे एनडीए के संयोजक पद से इस्तीफा दे देंगे।
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