रविवार, 19 मई 2013

बस्तर में फिर खूनी खेल,आठ की हत्या

बस्तर में फिर खूनी खेल,आठ की हत्या
बीजापुर। गंगालूर थाने से सिर्फ छह किमी दूर ग्राम एहड़समेटा में शुक्रवार की रात सुरक्षा जवानों ने मुठभेड़ की आड़ में तीन मासूमों समेत आठ ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया। इस पूरे घटनाक्रम में कोबरा बटालियन का एक जवान भी शहीद हो गया। ग्रामीणों ने पुलिस पर नरसंहार करने का आरोप लगाया है।

घटना के बाद गंगालूर थाने पहुंचे एड़समेटा के करीब 70 ग्रामीणों ने मीडिया को बताया कि वे सभी गांव के देवगुड़ी में बीज त्योहार मनाने के लिए शिकार के बाद एकत्र हुए थे। वहां पर सुरक्षाबलों ने ग्रामीणों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इसमें तीन बच्चों समेत आठ ग्रामीणों की मौके पर ही मौत हो गई। फायरिंग के दौरान मची भगदड़ से 22 ग्रामीण लापता हो गए हैं। वहीं, इस घटना के बाद गांव के 22 ग्रामीण दहशत के चलते लापता बताए जा रहे हैं। सात ग्रामीणों के शव गांव में ही हंै। घटनास्थल से बरामद कथित माओवादी के शव को भी पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के हवाले किया गया।

त्योहार मना रहे ग्रामीणों को मारी गोली
गंगालूर पहुंचे ग्रामीण लच्छू कारम का कहना है कि शुक्रवार की शाम को शिकार से लौटने के बाद सभी ग्रामीण गांव के देवगुड़ी में बीज त्योहार मनाने के लिए एकत्र हुए थे। इसी दौरान रात को तकरीबन 10 बजे पुलिस वहां पहुंची और बैठे हुए ग्रामीणों पर गोलियां चलाना शुरू कर दिया। इससे ग्रामीण हड़बड़ाकर भागने लगे। पुलिस की गोली से तीन नाबालिग बच्चों सहित आठ ग्रामीणों की मौत हो गई है। इनके शव गांव में पड़े हुए हैं। मारे गए ग्रामीणों मे गुड्डू कारम (10), पाण्डू कारम (45), बहादुर (12), जोगा कारम (40), तारम चोमु (52), पूनेम सोनू (40), पूनेम लखम (15) और कारम मासा (50) शामिल हैं। पुलिस ने गांव से तीन ग्रामीणों कारम आयतु, कारम लच्छु व कारम मंगु को गिरफ्तार किया है। ग्रामीण एवं गांव से आए मृतकों के परिजनों का आरोप है कि इस घटना में मारे गए ग्रामीणों का माओवादियों से कोई सरोकार नहीं है और ये सभी निर्दोष थे।

सालभर पहले मारे गए थे 17 आदिवासी
गौरतलब है कि 28 जून 2012 को सारकेगुड़ा में सीआरपीएफ की कार्रवाई के दौरान 17 आदिवासी ग्रामीण मारे गए थे। इसमे पांच नाबालिग शामिल थे। इस मामले की जांच अब तक की जा रही है।

मुठभेड़ हुई : पुलिस
बीती रात गंगालूर से कोबरा बटालियन 208 के जवान व छत्तीसगढ़ पुलिस की संयुक्त पार्टी गश्त के लिए निकली थी। डीएसपी नक्सल ऑपरेशन अशोक सिंह ने बताया कि इसी दौरान एड़समेटा में माओवादियों से जवानों की मुठभेड़ हो गई। इसमें कोबरा बटालियन का जवान बनारस (उप्र) निवासी देवप्रकाश शहीद हो गया। साथ ही कुछ माओवादियों के मारे जाने की खबर है, जिसमें से एक माओवादी का शव बरामद कर गंगालूर थाने लाया गया है। इस सम्बंध में बस्तर रेंज के आईजी हिमांशु गुप्ता ने फोन पर सम्पर्क करने पर कोई जवाब नहीं दिया है।


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