शुक्रवार, 24 मई 2013

रिफाइनरी...किसानों के विरोध से बैरंग लौटी सर्वे टीम


किसानों के विरोध से बैरंग लौटी सर्वे टीम 

लीलाला में किसानों का गुस्सा फूटा, सर्वे टीम से उलझे, विरोध प्रदर्शन किया, माहौल गरमाया तो विशेष पुलिस जाप्ता बुलाया, अधिकारियों की समझाइश पर भी नहीं माने किसान 



बाड़मेर

लीलाला में प्रस्तावित रिफाइनरी के लिए भौगोलिक सर्वे करने पहुंची टीम को किसानों का विरोध झेलना पड़ा। सर्वे शुरू होते ही गुस्साए किसान प्रदर्शन पर उतर आए। सर्वे टीम के सदस्यों से उलझ गए। मांग पत्र पर सहमति नहीं बनने तक किसी प्रकार का सर्वे नहीं करने की जिद पर अड़ गए। महिलाओं व किसानों के विरोध से एक बारगी माहौल गरमा गया। इस पर बाड़मेर डीएसपी को पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचना पड़ा। बायतु एसडीएम व तहसीलदार ने किसानों से समझाइश की। मगर वे किसी भी हाल में सर्वे करवाने को राजी नहीं हुए। काफी मशक्कत के बाद सर्वे टीम को बैरंग लौटना पड़ा।

गुरुवार को लीलाला में भौगोलिक सर्वे करने टीम बायतु तहसीलदार महावीर जैन, वन विभाग के रेंजर दीपक कुमार के साथ पहुंची। लीलाला से दो किलोमीटर दूरी पर टीम ने सर्वे की प्रक्रिया शुरू की। इतने में लीलाला में धरने पर बैठे किसान मौके पर पहुंच गए। सर्वे को लेकर आपत्ति जताते हुए विरोध शुरू किया। कुछ देर तक टीम सदस्यों के साथ किसानों की बहस जारी रही। इधर, सर्वे की सूचना मिलते ही आस पास के गांवों से बड़ी तादाद में किसान व महिलाएं भी मौके पर पहुंची। सर्वे के खिलाफ प्रदर्शन से माहौल गरमा गया। तहसीलदार की और से समझाइश करने के बावजूद किसान नहीं माने। इस बीच बायतु एसडीएम आलोक जैन भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने किसानों से वार्ता करते हुए समझाइश की। लेकिन किसान तो सर्वे बंद करने को लेकर लामबद्ध हो गए। इस दौरान माहौल और गरमा गया तो डीएसपी बाड़मेर विशेष जाप्ते के साथ मौके पर पहुंच गए। किसानों ने कहा कि जब तक मांग पत्र पर लिखित समझौता नहीं होता है, तब तक सर्वे संबंधी कार्य नहीं होने देंगे। करीब तीन घंटे तक समझाइश के लिए मशक्कत जारी रही। आखिर किसान नहीं माने तो सर्वे टीम को सर्वे कार्य बीच में छोड़कर बैरंग ही लौटना पड़ा। इस दौरान बड़ी तादाद में किसान मौजूद थे।

॥ जब तक हमारी मांगो पर समझौता नहीं होता है, तब तक किसी प्रकार का सर्वे कार्य नहीं करने देंगे। पहले सरकार मांग पत्र पर लिखित में सहमति दे। इसके बाद ही भूमि अवाप्ति की प्रक्रिया शुरू हो पाएगी।ञ्जञ्ज बालाराम मूंढ़, किसान नेता 
॥ किसानों के लिए पुनर्वास की व्यवस्था करके ही सर्वे कार्य किया जाए। पुलिस बल तैनात करके सर्वे नहीं करवाया जा सकता है। पहले किसानों से वार्ता करनी होगी।ञ्जञ्ज केशाराम बेनीवाल, ग्रामीण जांदुओ की ढाणी 
॥सर्वे कार्य शुरू करने पर किसानों ने आपत्ति जताते हुए विरोध किया। उनसे समझाइश की गई, मगर वे सर्वे के लिए राजी नहीं हुए। इस पर सर्वे कार्य शुरू नहीं हो पाया।ञ्जञ्ज आलोक जैन, एसडीएम बायतु 

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