फिर एक "मुमताज" के लिए बना "ताजमहल"
बुलंदशहर। कौन कहता है कि केवल बादशाह शाहजहां ही प्यार में ताज महल बनवा सकते हैं? बुलंदशहर को 21वीं सदी का शाहजहां मिल गया है जिसने अपनी मुमताज के नाम प्यार की निशानी के तौर पर मिनी ताजमहल बनवाया है।
बुलंदशहर के सेवानिवृत्त पोस्टमैन फैजुल हसन कादरी (77) इन दिनों अपनी दिवंगत पत्नी बेगम ताजमुली की याद में मिनी ताज महल बनवाने में व्यस्त हैं।
कादरी ने बताया, "मैं हमेशा सोचता था कि शाहजहां ने ताजमहल बनाकर आम आदमी के प्यार की बेइज्जती की है, लेकिन आज समझ पा रहा हूं कि यह पैसे की नहीं भावनाओं और प्यार की बात थी। मेरी पत्नी की मृत्यु दिसंबर 2011 में हो गई थी। इसके बाद मेरे पास ना तो कुछ खास करने को था और ना ही कोई कर्ज था। तब मैंने पत्नी की याद में ताजमहल बनवाने का फैसला किया। यह ताज मेरी उस जमीन पर है जिसे कभी मैंने खेती के लिए खरीदा था, लेकिन अब उसका इस्तेमाल नहीं करता। "
5000 वर्ग फुट जमीन पर बनाया जा रहा यह ताज महल असल ताज से बहुत छोटा है, लेकिन देखा जाए तो भावनाएं शाहजहां से कहीं कम नहीं हैं। कादरी को अभी इसके लिए मार्बल खरदना है।
कादरी ने बताया, "इस ताज महल में सब कुछ असली ताज की तरह होगा। जब यह पूरा हो जाएगा तो यह दो एकड़ जमीन को कवर करेगा। मैं इसके आगे ताज की तर्ज पर ही बाग भी बनाना चाहता हूं। अब तक इस पर 20 लाख रूपए खर्च हो चुके हैं।"
कादरी के इस ताज महल के अंदर पत्नी ताजमुली का मकबरा भी है। वहीं कादरी ने अपनी वसीहत में यह पहले ही लिख दिया है कि उन्हें उनकी पत्नी के पास ही दफनाया जाए।
बुलंदशहर। कौन कहता है कि केवल बादशाह शाहजहां ही प्यार में ताज महल बनवा सकते हैं? बुलंदशहर को 21वीं सदी का शाहजहां मिल गया है जिसने अपनी मुमताज के नाम प्यार की निशानी के तौर पर मिनी ताजमहल बनवाया है।
बुलंदशहर के सेवानिवृत्त पोस्टमैन फैजुल हसन कादरी (77) इन दिनों अपनी दिवंगत पत्नी बेगम ताजमुली की याद में मिनी ताज महल बनवाने में व्यस्त हैं।
कादरी ने बताया, "मैं हमेशा सोचता था कि शाहजहां ने ताजमहल बनाकर आम आदमी के प्यार की बेइज्जती की है, लेकिन आज समझ पा रहा हूं कि यह पैसे की नहीं भावनाओं और प्यार की बात थी। मेरी पत्नी की मृत्यु दिसंबर 2011 में हो गई थी। इसके बाद मेरे पास ना तो कुछ खास करने को था और ना ही कोई कर्ज था। तब मैंने पत्नी की याद में ताजमहल बनवाने का फैसला किया। यह ताज मेरी उस जमीन पर है जिसे कभी मैंने खेती के लिए खरीदा था, लेकिन अब उसका इस्तेमाल नहीं करता। "
5000 वर्ग फुट जमीन पर बनाया जा रहा यह ताज महल असल ताज से बहुत छोटा है, लेकिन देखा जाए तो भावनाएं शाहजहां से कहीं कम नहीं हैं। कादरी को अभी इसके लिए मार्बल खरदना है।
कादरी ने बताया, "इस ताज महल में सब कुछ असली ताज की तरह होगा। जब यह पूरा हो जाएगा तो यह दो एकड़ जमीन को कवर करेगा। मैं इसके आगे ताज की तर्ज पर ही बाग भी बनाना चाहता हूं। अब तक इस पर 20 लाख रूपए खर्च हो चुके हैं।"
कादरी के इस ताज महल के अंदर पत्नी ताजमुली का मकबरा भी है। वहीं कादरी ने अपनी वसीहत में यह पहले ही लिख दिया है कि उन्हें उनकी पत्नी के पास ही दफनाया जाए।
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