मोदी ने दिया भाजपा को जीत का मंत्र
नई दिल्ली। दिल्ली में मंगलवार को भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक हुई। बैठक में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल हुए। मोदी ने बैठक में भाजपा को आगामी लोकसभा चुनाव में जीत के लिए मंत्र दिया।
मोदी ने पार्टी को सुझाव दिया है कि केन्द्र की विफलताओं को लेकर यूपीए को घेरने से पहले पार्टी के भीतर चर्चा करनी चाहिए। इसके बाद ही सरकार की विफलताओं को लेकर लोगों के बीच जाना चाहिए। मोदी ने यह भी सुझाव दिया है कि पार्टी से ज्यादा से ज्यादा युवाओं को जोड़ने के लिए सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर और जोर देना चाहिए।
उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया का चुनाव में कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है। मोदी ने कहा कि गोवा में होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक ऎसा प्लेटफॉर्म है जिसमें यूपीए सरकार की विफलताओं का खाका खींच लेना चाहिए और उसमें पार्टी को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति बना लेनी चाहिए।
संसदीय बोर्ड की बैठक में तीन प्रस्ताव पारित किए गए। ये राजनीतिक,आर्थिक और विदेश मामलों व सुरक्षा तैयारियों से जुड़े हैं। बैठक के बाद भाजपा महासचिव अनंत कुमार ने कहा कि यूपीए की सरकार अपने 9 साल के शासकाल में पूरी तरह विफल रही है। वह हर मोर्चे पर नाकाम रही है। जनता इस सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकना चाहती है। पार्टी लोकसभा चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। सरकार का जब मन करें,चुनाव करा लें। भाजपा और एनडीए चुनाव के लिए तैयार है।
बोर्ड मेंबर बनने के बाद मोदी पहली बार संसदीय बोर्ड की बैठक में शामिल हुए। इससे पहले जब कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर केन्द्रीय चुनाव समिति और संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गई थी जब मोदी उसमें शामिल नहीं हुए थे। राजनाथ सिंह जब पहली बार भाजपा अध्यक्ष बने थे तब उन्होंने मोदी को संसदीय बोर्ड से बाहर कर दिया था। उस वक्त राजनाथ सिंह ने यह दलील दी थी कि किसी राज्य के मुख्यमंत्री को संसदीय बोर्ड में शामिल नहीं किया जाता।
बैठक से पहले मोदी ने पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और पूर्व भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी से मुलाकात की। बैठक के बाद मोदी राजनाथ से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। बैठक में 8-9 जून को गोवा में होने वाली पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के एजेंडे पर चर्चा हुई। इसी साल मध्य प्रदेश,राजस्थान,छत्तीसगढ़ और दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन चुनाव के मद्देनजर गोवा में होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक काफी अहम है।
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