20 से 30 हजार में लड़कियों का सौदा
बरेली। उत्तर प्रदेश की बरेली जिला पुलिस ने पश्चिम बंगाल से बहला फुसलाकर लाकर नाबालिग लड़कियों को 20 से 30 हजार रूपए में बेचने वाले मानव तस्करों के एक गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा किया है।
सारे मामले का खुलासा तब हुआ जब मीरगंज के हल्दीखुर्द गांव की गलियों में रविवार शाम भागती जा रही एक 14 साल की लड़की को ग्रामीणों ने रोका। बाद में लड़की की आपबीती सुनकर ग्रामीणों ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। पूछताछ से पता चला कि कोलकाता के काचरापाडा के नीमतला की रहने वाली वाली इस लड़की तथा उसकी छोटी बहिन को मीरगंज क्षेत्र के ही चुरई दलपतपुर निवासी कल्लू ने बंधक बनाकर रखा था।
इस लड़की ने बताया कि गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली कक्षा आठ की इस छात्रा से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने कल्लू के घार छापा मारकर चौथी कक्षा में पढ़ने वाली उसकी छोटी बहिन को भी मुक्त करा लिया।
सूत्रों के अनुसार पूछताछ से पता चला है कि 12 से 17 साल की इन सभी लड़कियों को अच्छे घरों में शादी का झांसा देकर मीरगंज क्षेत्र के शेखूपुरा गांव का निवासी जहांगीर कोलकाता से लेकर आया था। इन लड़कियों को बंद कमरों में रखने के बाद सौदा तय होने पर उनको बेचा गया था। करीब एक महीने पहले कोलकाता से अगवा कर लाई गई 10 लड़कियों में से एक के मीरगंज क्षेत्र से तस्करों के चंगुल से छूटने के बाद हरकत में आई पुलिस ने मीरगंज और फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्रों से गिरोह के सरगना जहांगीर तथा तीन महिलाओं समेत आठ सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। गिरोह द्वारा बेची गई एक अन्य लड़की को भी मुक्त करा लिया।
आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि मानव तस्करों द्वारा पश्चिम बंगाल से लाकर जिले के मीरगंज और फतेहगंज पचिमी क्षेत्रों में 20 से 30 हजार रूपए में बेची गई आठ अन्य लड़कियों की बरामदगी के लिए छापेमारी जारी है। इन लड़कियों की बरामदगी के लिए पुलिस एवं अपराध शाखा के अलावा मानव तस्करी निरोधक इकाई की टीमें लगाई गई हैं।
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