शुक्रवार, 31 मई 2013
सगाई छोडऩे पर पंचों ने पिता व भाई को जूतों की माला पहनाने व 10 लाख का जुर्माना
सगाई छोडऩे पर पंचों ने लड़की के परिवार को किया दंडित
पिता व भाई को जूतों की माला पहनाने व 10 लाख का जुर्माना लगाने का आरोप
जैसलमेर बईया निवासी कृपाराम ने समाज के पंचों पर अत्याचार करने का आरोप लगाया है। मामले के अनुसार कृपाराम की पुत्री की सगाई पूर्व में सवाईराम निवासी भियाड़ से की गई थी। सवाईराम शराबी था जिसके चलते कृपाराम ने उसकी सगाई तोड़ दी और पुत्री अमकादेवी की शादी काठोड़ा निवासी चमाराम मेघवाल से कर दी। पिछले पांच माह से यह मामला चल रहा है और पूर्व में एसडीएम व डिप्टी ने भी इस मामले की जांच की थी।
कृपाराम ने आरोप लगाए हैं कि समाज के पंच उसके परिवार व बेटी के ससुराल वालों को लगातार प्रताडि़त कर रहे हैं। पूर्व में इन पंचों ने दोनों परिवारों का समाज से बहिष्कार भी कर दिया था। मामले को लेकर कुछ लोगों ने पुलिस व प्रशासन को अमका देवी की नाबालिग उम्र में शादी करने की भी शिकायत की, लेकिन एसडीएम द्वारा जांच किए जाने पर यह शिकायत झूठी निकली।
कृपाराम ने बताया कि 27 मई को एक बार फिर रामा गांव में पंच इकट्ठे हुए और पंचायती शुरू की। तीन दिन तक चली पंचायती के बाद उसके परिवार पर 10 लाख रुपए का दंड लगाया गया और कृपाराम व उसके पुत्र को जूतों की माला भी पहनाई। कृपाराम ने बताया कि समाज के पंचों का कहना है कि उसकी शादीशुदा पुत्री की शादी पूर्व में जिस युवक से तय की गई थी उससे करवाओ, नहीं तो 10 लाख का दंड भरना होगा।
एसपी के पास गुहार लेकर पहुंचा कृपाराम
कृपाराम गुरुवार की शाम को जिला मुख्यालय पहुंचा और एसपी पंकज चौधरी से न्याय की गुहार लगाई। मामले की पूरी जानकारी उसने एसपी को दी जिस पर एसपी चौधरी ने आश्वासन दिया कि मौके पर पुलिस टीम भेजी जाकर जांच करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
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