थाना प्रभारी ने कहा 30 हजार लो और राजीनामा कर लो
न्याय की मांग को लेकर धरने पर बैठी युवती, थानाधिकारी पर कार्रवाई में शिथिलता बरतने का आरोप
पोकरण अश्लील एसएमएस के खिलाफ पुलिस थाना में दर्ज रिपोर्ट में मुख्य आरोपियों के खिलाफ पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने पर एक युवती शुक्रवार को एसडीएम कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गई। युवती ने आरोप लगाया कि थाना प्रभारी ने कार्रवाई करने की बजाए 30 हजार रुपए में राजीनामा करवाने का प्रलोभन दिया। थाना प्रभारी ने आरोप को गलत बताया। युवती द्वारा दिए जा रहे धरने के समर्थन में कई लोग भी धरने पर बैठे।
युवती ने बताया कि कुछ लोगों द्वारा 20 अप्रैल को अश्लील एसएमएस कर उसे परेशान किया गया। इस संबंध में उसने पुलिस थाने में रिपोर्ट दी, लेकिन पुलिस द्वारा रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। इसके बाद युवकों द्वारा रास्ता रोककर परेशान किया गया। जिस पर 22 अप्रैल को पुन: पुलिस थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली, लेकिन आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने के कारण आरोपी शहर में खुलेआम घूम रहे हैं। उन्होंने उपखंड अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की।
कई लोगों ने दिया समर्थन
युवती द्वारा थानाधिकारी के खिलाफ धरने पर बैठे होने के कारण क्षेत्र के कई लोगों तथा जनप्रतिनिधियों ने उसका समर्थन किया और वे भी धरने पर बैठे। युवती के साथ गोमट सरपंच इस्माइल खां मेहर, उम्मेदसिंह, नैनू खां, शिव गहलोत, ओझा राम, गिरधारीलाल माली, तेजाराम, दामोदर, संतोष कुमार सहित कई लोगों ने धरने पर बैठकर युवती को न्याय दिलाने की मांग की।
थानाधिकारी पर लगाया राजीनामे का आरोप
युवती ने थानाधिकारी रमेश कुमार शर्मा पर आरोप लगाते हुए बताया कि युवकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाने के दौरान थानाधिकारी ने कहा कि राजीनामा कर लो और उन लोगों से तीस हजार रुपए दिला दूंगा। युवती ने बताया कि राजीनामे के लिए मना करने पर थानाधिकारी द्वारा दुव्र्यवहार किया गया। साथ ही मुकदमा वापस लेने का दबाव डाला।
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