सोमवार, 29 अप्रैल 2013

रताऊ में मिला लकड़हारे का शव पत्नी ने जताया हत्या का संदेह


रताऊ में मिला लकड़हारे का शव पत्नी ने जताया हत्या का संदेह 

लाडनूं  तहसील के गांव रताऊ व ढाणी के बीच बनी पगडंडी के पास एक कटी झाडिय़ों के ढेर के पास रविवार सुबह एक लकड़हारे का संदिग्ध हालात में शव मिला। 

इस संबंध में लकड़हारे की पत्नी ने 10 नामजद और कुछ अन्य लोगों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया है। रविवार सुबह करीब 10.30 बजे एडवोकेट शेरसिंह के माध्यम से शव के बारे में सूचना मिलते ही लाडनूं पुलिस ने मौके पर पहुंच कर लिछमण राम नायक पुत्र मोडूराम नायक निवासी रताऊ के शव का पंचनामा तैयार किया व फोटोग्राफी करवाई। शव को अपने कब्जे में लेकर उसका राजकीय अस्पताल में मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम करवाया गया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस उप अधीक्षक हेमाराम चौधरी भी अस्पताल में पहुंच गए। वे मामले की जांच कर रहे हैं।

15 संतानों का पिता था लिछमण

साठ वर्षीय लिछमण राम लकड़हारा था। उसके कुल 15 संतानें हैं, जिनमें से 10 लड़कियां एवं 5 लड़के शामिल हैं। लड़कियां उसके लकड़ी फाडऩे के काम में मदद करती है। शनिवार को भी उसके साथ उसकी लड़की निम्बी जोधां लकड़ी फाडऩे गई थी तथा आते समय वे दोनों घर के लिए आटा खरीदकर लाए थे।

रिपोर्ट दर्ज करने को लेकर हुआ विवाद

लिछमण की पत्नी शारदा नायक ने दस लोगों को नामजद करते हुए कुछ अन्य लोगों पर हत्या का आरोप लगाया।

इस रिपोर्ट को पुलिस ने दर्ज करने से इनकार कर दिया तथा बिना किसी के नाम के रिपोर्ट लिखने के लिए कहा। इस पर लिछमण के परिजन व समाज के लोग भड़क गए और दबाव डाला कि वे जैसी रिपोर्ट है, उसे उसी रूप में दर्ज करें, अन्यथा वे शव को मोर्चरी से नहीं उठाएंगे। काफी जद्दोजहद के बाद पुलिस ने नामजद रिपोर्ट हत्या के मामले की दर्ज कर ली। बहुजन समाज पार्टी के प्रभारी हरिप्रसाद मेहरड़ा एडवोकेट व भोमराज नायक, नानूराम नायक, मुकेश मीणा, मो. अली अगवान, रामलाल माली आदि ने पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने ऐसा नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी।

चल रहा था जमीन विवाद

लिछमण और कथित हत्या के आरोपियों के बीच जमीन को लेकर विवाद था। शारदा ने बताया कि उसके पति लिछमण राम के पिता मोडूराम के मरने के काफी समय बाद कुछ लोगों ने मिलकर फर्जी तरीके से उसके पिता के नाम से अंगूठा लगाकर तहसील में बेचान रजिस्ट्री करवा ली।

इस बारे में उनका विवाद चल रहा था। पुलिस में उन्होंने इस्तगासा कर रखा था, जिसमें फर्जी रजिस्ट्री करवाने का आरोप है। इसमेंं लंबा समय बीत जाने के बावजूद पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की। इसके चलते तीन-चार दिनों पूर्व लिछीराम थालोड़ ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी थी। शव भी उसी की ढाणी के पास ही मिला।

दस लोगों पर लगाया आरोप

शारदा द्वारा दी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि उसका पति लिछमण राम शनिवार को निम्बीजोधां से शाम को 7 बजे अपनी पुत्री रूपा के साथ बस से आया तथा पुत्री को ढाणी भेजकर खुद चाय-चीनी लाने का कहकर बस में गांव चला गया। वह वापस देर रात तक ढाणी नहीं पहुंचा तो उन्होंने इधर-उधर फोन भी किए।

दूसरे दिन सुबह गोपाल राम मेघवाल ने आकर बताया कि उसका पति रताऊ के पास मंगाराम गैणा की बाड़ी में पड़ा है। जब उसने वहां जाकर देखा तो लिछमण राम का खून से लथपथ शव पड़ा था और शरीर पर चोटों के निशान थे।

रिपोर्ट में रताऊ निवासी आईदानाराम गैणा पुत्र रामधनाराम गेणा जाति जाट, हरचना राम गेणा, भोलाराम गैणा, सुखदेवाराम गेणा, लच्छीराम थालोड़, महावीर पुत्र लच्छीराम, शिवदानाराम मेघवाल, हड़मान भाकर पुत्र भियांला राम, भुगाराम पुत्र भागीरथ राम, जेठाराम पुत्र गणेशाराम ललावत, भंवरा राम पुत्र गणेशाराम आदि पर पति की हत्या का आरोप लगाया गया है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें