बंदी फरार, कार्यवाहक जेलर गिरफ्तार
सादुलपुर (चूरू)। सादुलपुर उप कारागार में बंदियों से मिलने आए दो युवक व विचाराधीन बंदियों ने जेलर तथा संतरी की आंखों में मिर्च झोंक बंदी जेल की सलाखों को तोड़कर भाग छूटे। बंदी अनिल व राजेन्द्र उर्फ हाथी अपने से मिलने आए युवकों के साथ फरार हो गए। बंदी हत्या व फायरिंग के मामले में जेल में थे। घटना के बाद पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश ने उपकारागार का निरीक्षण किया। मामले में प्रथम द्ष्टया उपकारागार के कार्यवाहक जेलर दीनदयाल को पुलिस ने कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
यूं चला घटनाक्रम
पुलिस के अनुसार मंगलवार दोपहर सवा दो बजे उपकारागार के बाहर एक जीप आकर रूकी। जीप से तीन युवक नीचे उतरकर उपकारागार में पहुंचे। युवकों ने प्रहरी लूणसिंह से अनिल व राजेन्द्र उर्फ हाथी से मिलने तथा सब्जी देने की बात कही। प्रहरी लूणसिंह ने इसकी सूचना कार्यवाहक जेलर दीनदयाल को दी। जेलर दीनदयाल ने बंदियों से युवकों की पहचान करवाई और संतरी लूणसिंह को आदेश देकर युवकों को जेल कार्यालय में दोनों बंदियों से मुलाकात करवाई। अंदर गए दो युवकों में से एक युवक ने कुछ सामान की पर्ची बनाकर जेल के बाहर खड़े साथी युवक को दी। मुलाकात के कुछ समय बाद जेलर दीनदयाल ने संतरी को कहकर जेल का दरवाजा खुलवाया।
जैसे ही जेल का दरवाजा खुला अंदर गए दो युवकों में से एक ने सब्जी में छिपाकर लाए गए मिर्च का पाउडर जेलर दीनदयाल एवं संतरी लूणसिंह की आंखों में झोेंक दिया। दोनों युवक बंदियों को बाहर निकालकर जीप में बिठा फरार हो गए।
इस मामले में कार्यवाहक जेल दीनदयाल की लापरवाही मानते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया है। अज्ञात युवकों व बंदियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
ओमप्रकाश, पुलिस अधीक्षक, चूरू
सादुलपुर (चूरू)। सादुलपुर उप कारागार में बंदियों से मिलने आए दो युवक व विचाराधीन बंदियों ने जेलर तथा संतरी की आंखों में मिर्च झोंक बंदी जेल की सलाखों को तोड़कर भाग छूटे। बंदी अनिल व राजेन्द्र उर्फ हाथी अपने से मिलने आए युवकों के साथ फरार हो गए। बंदी हत्या व फायरिंग के मामले में जेल में थे। घटना के बाद पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश ने उपकारागार का निरीक्षण किया। मामले में प्रथम द्ष्टया उपकारागार के कार्यवाहक जेलर दीनदयाल को पुलिस ने कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
यूं चला घटनाक्रम
पुलिस के अनुसार मंगलवार दोपहर सवा दो बजे उपकारागार के बाहर एक जीप आकर रूकी। जीप से तीन युवक नीचे उतरकर उपकारागार में पहुंचे। युवकों ने प्रहरी लूणसिंह से अनिल व राजेन्द्र उर्फ हाथी से मिलने तथा सब्जी देने की बात कही। प्रहरी लूणसिंह ने इसकी सूचना कार्यवाहक जेलर दीनदयाल को दी। जेलर दीनदयाल ने बंदियों से युवकों की पहचान करवाई और संतरी लूणसिंह को आदेश देकर युवकों को जेल कार्यालय में दोनों बंदियों से मुलाकात करवाई। अंदर गए दो युवकों में से एक युवक ने कुछ सामान की पर्ची बनाकर जेल के बाहर खड़े साथी युवक को दी। मुलाकात के कुछ समय बाद जेलर दीनदयाल ने संतरी को कहकर जेल का दरवाजा खुलवाया।
जैसे ही जेल का दरवाजा खुला अंदर गए दो युवकों में से एक ने सब्जी में छिपाकर लाए गए मिर्च का पाउडर जेलर दीनदयाल एवं संतरी लूणसिंह की आंखों में झोेंक दिया। दोनों युवक बंदियों को बाहर निकालकर जीप में बिठा फरार हो गए।
इस मामले में कार्यवाहक जेल दीनदयाल की लापरवाही मानते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया है। अज्ञात युवकों व बंदियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
ओमप्रकाश, पुलिस अधीक्षक, चूरू
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें