दबंग और सिंघम बनेंगे यूपी के पुलिस वाले
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की पुलिस अपनी छवि सुधारने के लिए नया तरीका इस्तेमाल करने जा रही है। प्रदेश के एडीजी अरूण कुमार (कानून व्यवस्था)ने सभी एसएसपी को पांच पेज का सर्कुलर जारी किया है।
इसमें उन्हें मातहत पुलिस कर्मचारियों को दंबग,सिंघम और अब तक छप्पन जैसी फिल्मों दिखाने को कहा गया है। अरूण कुमार का मानना है कि इन फिल्मों को देखर पुलिस वालों का हौसला बढ़ेगा और वे अपनी डयूटी सही ढंग से निभाने के लिए प्रेरित होंगे। दबंग में सलमान खान,सिंघम में अजय देवगन और अब तक छप्पन में नाना पाटेकर को सुपर पुलिसमैन के रूप में दिखाया गया है।
अरूण कुमार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि फिल्मों में कुछ पुलिस वालों को भ्रष्ट दिखाया गया है। सर्कुलर के मुताबिक जनता चाहती है कि पुलिस वाले अच्छे इरादे से अपनी डयूटी निभाए लेकिन वे जो काम करते हैं वह अस्वीकार्य है। यह स्पष्ट है कि जनता आपकी कमजोरियों और ताकत को अच्छी तरह जानती है।
जनता यही चाहती है कि आप सही तरीके से अपना काम करें। किसी और चीज की परवाह न करें। इससे आपकी छवि सुधरेगी और आपको सम्मान भी मिलेगा। कुमार ने बताया कि एसएसपी को कहा गया है कि वे पुलिस कर्मियों को प्रेरित करने वाली फिल्में देखने के लिए उत्साहित करें। अक्सर फिल्मों में पुलिस वालों को विलेन के रूप में दिखाया जाता है बावजूद इसके फिल्मों का यही संदेश होता है कि पुलिस वालों को जनता के प्रति मित्रवत और संवेदनशील होना चाहिए। गंगाजल और अर्धसत्य भी अच्छी फिल्में हैं।
पुलिस वालों को इन फिल्मों को भी देखना चाहिए। इस सुर्कलर को लेकर एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि एडीजी सपनों की दुनिया में जी रहे हैं। कुंडा के उप पुलिस अधीक्षक जिया उल हक ने प्रतापगढ़ के बलिपुर गांव में दबंग बनने की कोशिश की थी। 2 मार्च को निर्मम तरीके से उनकी हत्या कर दी गई। घटना के बाद एडीजी भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर गए थे। एडीजी अच्छा भाषण दे सकते हैं। पुलिस सुधारों पर वह अच्छा सुर्कलर जारी कर सकते हैं लेकिम हम उसका पालन नहीं कर सकते।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की पुलिस अपनी छवि सुधारने के लिए नया तरीका इस्तेमाल करने जा रही है। प्रदेश के एडीजी अरूण कुमार (कानून व्यवस्था)ने सभी एसएसपी को पांच पेज का सर्कुलर जारी किया है।
इसमें उन्हें मातहत पुलिस कर्मचारियों को दंबग,सिंघम और अब तक छप्पन जैसी फिल्मों दिखाने को कहा गया है। अरूण कुमार का मानना है कि इन फिल्मों को देखर पुलिस वालों का हौसला बढ़ेगा और वे अपनी डयूटी सही ढंग से निभाने के लिए प्रेरित होंगे। दबंग में सलमान खान,सिंघम में अजय देवगन और अब तक छप्पन में नाना पाटेकर को सुपर पुलिसमैन के रूप में दिखाया गया है।
अरूण कुमार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि फिल्मों में कुछ पुलिस वालों को भ्रष्ट दिखाया गया है। सर्कुलर के मुताबिक जनता चाहती है कि पुलिस वाले अच्छे इरादे से अपनी डयूटी निभाए लेकिन वे जो काम करते हैं वह अस्वीकार्य है। यह स्पष्ट है कि जनता आपकी कमजोरियों और ताकत को अच्छी तरह जानती है।
जनता यही चाहती है कि आप सही तरीके से अपना काम करें। किसी और चीज की परवाह न करें। इससे आपकी छवि सुधरेगी और आपको सम्मान भी मिलेगा। कुमार ने बताया कि एसएसपी को कहा गया है कि वे पुलिस कर्मियों को प्रेरित करने वाली फिल्में देखने के लिए उत्साहित करें। अक्सर फिल्मों में पुलिस वालों को विलेन के रूप में दिखाया जाता है बावजूद इसके फिल्मों का यही संदेश होता है कि पुलिस वालों को जनता के प्रति मित्रवत और संवेदनशील होना चाहिए। गंगाजल और अर्धसत्य भी अच्छी फिल्में हैं।
पुलिस वालों को इन फिल्मों को भी देखना चाहिए। इस सुर्कलर को लेकर एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि एडीजी सपनों की दुनिया में जी रहे हैं। कुंडा के उप पुलिस अधीक्षक जिया उल हक ने प्रतापगढ़ के बलिपुर गांव में दबंग बनने की कोशिश की थी। 2 मार्च को निर्मम तरीके से उनकी हत्या कर दी गई। घटना के बाद एडीजी भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर गए थे। एडीजी अच्छा भाषण दे सकते हैं। पुलिस सुधारों पर वह अच्छा सुर्कलर जारी कर सकते हैं लेकिम हम उसका पालन नहीं कर सकते।
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