मंगलवार, 16 अप्रैल 2013

"होटल हुए तो राजनीति छोड़ दूंगा"

"होटल हुए तो राजनीति छोड़ दूंगा"

बानसूर/थानागाजी/ विराटनगर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वसुन्धरा राजे के आरोपों पर सोमवार को पलटवार करते हुए कहा कि अगर कोई उनके होटल-बंगले होना साबित कर दे तो वे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के साथ राजनीति छोड़ देंगे। होटल बंगले वसुन्धरा राजे के नाम कर देंगे। वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रभान ने वसुन्धरा राजे से उनकी सम्पत्ति सार्वजनिक करने की मांग की।

कांग्रेस संदेश यात्रा के तीसरे चरण के दूसरे दिन सोमवार को मुख्यमंत्री ने कहा कि 32 साल पहले जब वे पहली बार केन्द्र में मंत्री बने थे तब उन पर आरोप लगे थे। उन्होंने कहा कि वसुन्धरा राजे को होटल व गलीचों का शौक है, उनके लिए होटल किसी काम के नहीं। वे तो मजबूरी में होटल में ठहरते हैं। होटल में कम्फर्ट महसूस नहीं करते। उन्हें तो सर्किट हाउस में ठहरना ही पसन्द है, जहां जनता से मिल सकते हैं। गहलोत ने कहा कि आरोप लगाए जा रहे हैं कि उनके बेटे का होटल बन रहा है जबकि वह नौकरी करता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के बेटे को नौकरी करने की क्या जरूरत है। उसे तो नौकरी देने के लिए लोग लाइन में खड़े रहते हैं।

और बोला तो बहनजी नाराज हो जाएंगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि वसुंधरा राजे के क्या कारनामे हैं, वे ज्यादा बोलेंगे तो बहनजी नाराज हो जाएंगी। कन्या भू्रण हत्या, मातृ-शिशु मृत्यु दर कम करने की बात करने में भी भाजपा नेता को ऎतराज है जबकि शुभ लक्ष्मी योजना शुरू करने पर उनकी ओर से पहले संदेश आना चाहिए था।

इसके बजाय वे कह रही हैं कि मुझे चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। उन्हें अच्छा संदेश देने के लिए मेरे जैसे भाई की दीर्घायु होने की कामना करनी चाहिए। गहलोत ने लोगों को भाजपा अध्यक्ष से सावधान रहने की अपील करते हुए कहा कि सरकार तो बेरोजगारी खत्म करना चाहती है लेकिन वे अफवाह फैला रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में चुनाव का बिगुल बज गया लेकिन जो घोषणाएं की गई हैं, वे चुनाव से पहले पूरी
हो जाएंगी।

राजद्रोही से मिल रहे
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रभान ने भाजपा पर गैर जिम्मेदार प्रतिपक्ष होने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस जो कहती है वह जिम्मेदारी से कहती है। जो लोग अपने को राष्ट्रभक्त होने का दावा करते हैं, वे ही लंदन में राजद्रोही से मिल रहे हैं। सभाओं को केन्द्रीय राज्य मंत्री भंवर जितेन्द्र सिंह, लालचन्द कटारिया, ऊर्जा मंत्री जितेन्द्र सिंह, शिक्षा मंत्री बृजकिशोर शर्मा, चिकित्सा मंत्री ए.ए. खान ने भी सम्बोधित किया।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें