नवनिर्मित सीमाजन छात्रावास का लोकार्पण
राज्य सभा सदस्य ओम माथुर ने किया लोकार्पण, समिति की गतिविधियों पर डाला प्रकाश
जैसलमेर
राज्यसभा सदस्य ओम प्रकाश माथुर ने कहा कि सीमाओं की सुरक्षा का दायित्व सेनाओं के साथ-साथ वहां निवास कर रहे हैं स्थानीय नागरिकों का भी बनता है। सीमाजन कल्याण समिति के कार्यकर्ता सही मायने में यहां हरावल दस्ते के रूप में काम कर रहे हैं। पड़ोसी देश दुश्मन की तरह दस दिशाओं से वार कर रहा है। माथुर ने सीमाजन कल्याण समिति द्वारा संचालित 'सीमाजन छात्रावास' के लोकार्पण समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में उद्गार प्रकट करते हुए कहा कि सीमा सुरक्षा के काम में वटवृक्ष के रूप में स्थापित हो चुके समिति के कार्यकर्ता सुस्त नहीं पड़े क्योंकि सीमा पर तारबंदी के बाद भी परिस्थितियां विकट हैं। माथुर ने कहा कि यह खुशी की बात है कि यहां शिक्षा के साथ-साथ सीमा सुरक्षा के संस्कार बालकों को दिए जा रहे हैं।
इससे पहले समिति के प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल ठाकुर ने समिति की स्थापना व उसके उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए सीमा सुरक्षा, गौ संवर्धन, गांव-गांव में शिक्षा और सुरक्षा का वातावरण बनाने की उपादेयता पर प्रकाश डाला। प्रदेश महामंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि वर्तमान में अराष्ट्रीय गतिविधियों के मामले प्रकाश में आ रहे हैं। आर्थिक संपन्नता के साथ बढ़ते असंतोष और राजनीतिक महत्वाकांक्षा रखने वाले धार्मिक कट्टरता की आड़ में क्षेत्र में अशांति फैलाने के लिए आमादा हैं।
प्रदेश संगठन मंत्री नीम्बसिंह ने समिति द्वारा जैसलमेर, चौहटन और जोधपुर में संचालित ''सीमाजन छात्रावास' की गतिविधियों से अवगत कराया। मंच संचालन हमीरसिंह ने किया। समिति के जिलाध्यक्ष राणीदान सेवक ने आगंतुक अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के अवसर पर विधायक छोटू सिंह भाटी, पूर्व विधायक सांग सिंह भाटी, भाजपा जिलाध्यक्ष स्वरूपसिंह हमीरा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शैतानसिंह सांकड़ा, भंवरसिंह साधना, गोपीकिशन मेहरा, ओम सेवक व संघ के विविध संगठनों से जुड़े व्यक्तियों सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
कक्षा कक्षों का लोकार्पण किया
किसनघाट के पास 'सीमा जन छात्रावास' में नवनिर्मित कक्षा कक्षों के शिलापट्ट का अनावरण कर लोकार्पण राज्यसभा सदस्य ओमप्रकाश माथुर ने किया। समिति के जिला मंत्री शरद व्यास ने बताया कि 12 लाख रुपए की लागत वाले इन कक्षा कक्षों का निर्माण माथुर के सांसद कोटे से करवाया गया है। उन्होंने स्थानीय विधायक छोटू सिंह भाटी के कोटे से निर्मित 5 लाख रुपए की लागत वाले कक्ष का लोकार्पण भी किया। वहीं कार्यक्रम में पहुंचने पर माथुर सहित सीमा जन के प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल ठाकुर, प्रदेश मंत्री बंशीलाल भाटी, जयकिशन डागा और विधायक छोटू सिंह भाटी का समिति के जिलाध्यक्ष राणीदान सेवक, खेताराम लीलड़, अमरसिंह सोढ़ा, प्रभुराम राठौड़, वार्डन गणपतसिंह एवं हरिवल्लभ ने शॉल ओढ़ाकर एवं श्रीफल भेंट कर अभिनंदन किया।
पालीवाल का सम्मान व अभिनंदन
कार्यक्रम में सीमा जन कल्याण समिति के संस्थापक प्रदेश संगठन मंत्री रहे विद्याधर पालीवाल का भावभीना सम्मान व अभिनंदन किया गया। बंशीलाल भाटी व जयकिशन डागा ने उन्हें शॉल ओढ़ाई व श्रीफल भेंट किया। ओमप्रकाश माथुर ने पालीवाल को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्यकर्ता बताया। माथुर ने कहा कि उन्हें संघ कार्य से जोडऩे एवं प्रचारक बनने की प्रेरणा देने वाले पालीवाल ही हैं। संघ के कार्य का विस्तार करने में पालीवाल ने अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान किया है। पालीवाल ने समिति के रूप में जो पौधा लगाया था वह आज वटवृक्ष बन चुका है।
किसनघाट के पास 'सीमा जन छात्रावास' में नवनिर्मित कक्षा कक्षों के शिलापट्ट का अनावरण कर लोकार्पण राज्यसभा सदस्य ओमप्रकाश माथुर ने किया। समिति के जिला मंत्री शरद व्यास ने बताया कि 12 लाख रुपए की लागत वाले इन कक्षा कक्षों का निर्माण माथुर के सांसद कोटे से करवाया गया है। उन्होंने स्थानीय विधायक छोटू सिंह भाटी के कोटे से निर्मित 5 लाख रुपए की लागत वाले कक्ष का लोकार्पण भी किया। वहीं कार्यक्रम में पहुंचने पर माथुर सहित सीमा जन के प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल ठाकुर, प्रदेश मंत्री बंशीलाल भाटी, जयकिशन डागा और विधायक छोटू सिंह भाटी का समिति के जिलाध्यक्ष राणीदान सेवक, खेताराम लीलड़, अमरसिंह सोढ़ा, प्रभुराम राठौड़, वार्डन गणपतसिंह एवं हरिवल्लभ ने शॉल ओढ़ाकर एवं श्रीफल भेंट कर अभिनंदन किया।
पालीवाल का सम्मान व अभिनंदन
कार्यक्रम में सीमा जन कल्याण समिति के संस्थापक प्रदेश संगठन मंत्री रहे विद्याधर पालीवाल का भावभीना सम्मान व अभिनंदन किया गया। बंशीलाल भाटी व जयकिशन डागा ने उन्हें शॉल ओढ़ाई व श्रीफल भेंट किया। ओमप्रकाश माथुर ने पालीवाल को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्यकर्ता बताया। माथुर ने कहा कि उन्हें संघ कार्य से जोडऩे एवं प्रचारक बनने की प्रेरणा देने वाले पालीवाल ही हैं। संघ के कार्य का विस्तार करने में पालीवाल ने अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान किया है। पालीवाल ने समिति के रूप में जो पौधा लगाया था वह आज वटवृक्ष बन चुका है।
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