नौशीन ने पुलिस को बताया है कि उसकी चाची उसे एक होटल में ले गई थी। यहां उसके अलावा तीन और नाबालिग युवतियां थीं। इन युवतियों को सूडान की तेल कंपनी के एक अधेड़ अधिकारी से मिलाया गया था। यह उनका दूल्हा था। 44 साल के इस शख्स का नाम उसामा इब्राहिम मोहम्मद था। उसने पहले से ही खारतूम में दो बच्चियों से शादी की थी। इसके बाद वह अधेड़ दूल्हा नौशीन के घर पर भी आया, जहां काजी ने उनकी शादी की रस्म अदा की। इसके अगले दिन वह अधेड़ा दूल्हा लड़की के घर आया और उस पर सेक्स करने को दबाव बनाने लगा। लेकिन नौशीन ने अपने पिता की उम्र के दूल्हे की बात मानने से मना कर दिया। नौशीन के घरवालों ने दूल्हे को भरोसा दिलाया कि वे अपनी बेटी को इस बात के लिए तैयार कर लेंगे और अगर वह ऐसा नहीं करेगी तो उसे सजा देने का भी डर दिखाया जाएगा। लेकिन मौका मिलते ही नौशीन हैदराबाद के मुगलपुरी स्थित अपने एक कमरे के छोटे-से घर से भाग गई। उसे पेट्रोलिंग करती पुलिस की गाड़ी ने देखा और शॉट टर्म मैरिज से बचाया।पुलिस ने सूडानी दूल्हे, काजी और नौशीन की चाची मुमताज को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन नौशीन के माता-पिता फरार हो गए। पुलिस ने नौशीन के घरवालों की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया है। भारतीय कानून के मुताबिक नौशीन नाबालिग है और 18 साल की होने तक उसकी शादी नहीं की जा सकती है। उन पर बाल विवाह कराने, बलात्कार में मदद करने और आपराधिक षड्यंत्र रचने का आरोप है। पुलिस के मुताबिक शहर में दर्जनों शॉर्ट टर्म शादियां हो रही हैं। गिरफ्तार किए गए सूडानी आदमी ने बताया है कि खारतूम में उसके दोस्त ने उसे इसकी जानकारी दी थी। उसका दोस्त भी यहां पर आकर 40 दिन की शादी करके वापस गया था। पुलिस इंसपेक्टर विजय कुमार का कहना है कि सूडानी दूल्हे ने नौशीन की चाची मुमताज बेगम को इस शॉट टर्म मैरिज के लिए 1 लाख रुपये दिए थे। मुमताज ने इसमें से 70 हजार रुपये नौशीन के घरवालों, 5-5 हजार रुपये काजी और उर्दू ट्रांसलेटर को दिए और 20 हजार रुपये खुद रखे। वेडिंग सर्टिफिकेट के साथ ही एक तलाकनामा अटैच था। इसमें लिखा हुआ था कि दूल्हे की छुट्टियां खत्म होने के साथ ही उनका तलाक हो जाएगा।
सूडान में लड़कियों का अनुपात काफी कम है। इसलिए सूडान में सेक्स करने के लिए भारत के मुकाबले तीन गुना ज्यादा रकम देनी पड़ती है या दूसरी शादी करनी पड़ती है। भारत में इन्हें काफी कम कीमत में खूबसूरत लड़कियां मिल जाती हैं। भारत में वे शॉर्ट टर्म मैरिज सिर्फ सेक्स के लिए कर रहे हैं। इसके अलावा, इस्लाम में वेश्यावृत्ति पर पाबंदी होने की वजह से मुस्लिम लोग शॉट टर्म मैरिज की ओऱ आकर्षित हो रहे हैं। गरीब परिवार इसलिए इस शादी के लिए राजी हो रहे हैं, क्योंकि उनके पास काफी बेटियां होती हैं और वे इन्हें पालने में असमर्थ हैं। उन्होंने कानूनी तरीके से शादी करने के बजाए एक महीने की शादियां कई बार की हैं। हैदराबाद वुमन एंड चाइल्ड वेलफेयर सोसाइटी की शिराज अमीना खान के मुताबिक शहर में हर महीने औसतन 15 कांट्रैक्ट मैरिज हो रही हैं। पिछले कुछ समय में यह सिलसिला और तेजी से बढ़ा है। अमीना का कहना है कि विदेशी व्यापारी हैदराबाद इसलिए आते हैं, क्योंकि यहां गरीब परिवारों की संख्या बहुत ज्यादा है। 30 से 40 फीसदी गरीब परिवार अपनी गरीबी को मिटाने के लिए शॉट टर्म मैरिज का सहारा ले रहे हैं। वह कहती हैं कि इसे रोकना होगा।
मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों के लिए कार्यरत अमीना का कहना है, "हालांकि, भारत में थोड़े समय के लिए कांट्रैक्ट मैरिज करना गैरकानूनी है और इसकी इस्लाम में भी मनाही है। इसके बावजूद देश के हैदराबाद जैसे शहरों में इसका चलन काफी तेजी से बढ़ रहा है।"
नौशीन इस समय लड़कियों के लिए बने सरकारी आवास में रह रही है। नौशीन का कहना है कि उन्होंने दूसरी लड़कियों
को इस शादी से बचाने के लिए पुलिस को पूरे मामले की सच्चाई बताई है। नौशीन कहती हैं कि शुरुआत में उन्हें नहीं पता था कि उनके साथ क्या हो रहा है और उन्होंने बिना जानकारी के इसकी हामी भर दी थी। नौशीन कहती है कि उस पर दबाव डाला गया, उसके बर्थ सर्टिफिकेट में बदलाव कर नकली सर्टिफिकेट बनवाया गया। इसमें उसे 24 साल का दिखाया गया था। लड़कियों का शोषण न हो, इसके लिए वह पुलिस के पास गई। नौशीन अब अपने परिजनों और अपने घर जाने की बात से डरी हुई है। वह दोबारा अपने घर नहीं जाना चाहती है।
मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों के लिए कार्यरत अमीना का कहना है, "हालांकि, भारत में थोड़े समय के लिए कांट्रैक्ट मैरिज करना गैरकानूनी है और इसकी इस्लाम में भी मनाही है। इसके बावजूद देश के हैदराबाद जैसे शहरों में इसका चलन काफी तेजी से बढ़ रहा है।"
नौशीन इस समय लड़कियों के लिए बने सरकारी आवास में रह रही है। नौशीन का कहना है कि उन्होंने दूसरी लड़कियों
को इस शादी से बचाने के लिए पुलिस को पूरे मामले की सच्चाई बताई है। नौशीन कहती हैं कि शुरुआत में उन्हें नहीं पता था कि उनके साथ क्या हो रहा है और उन्होंने बिना जानकारी के इसकी हामी भर दी थी। नौशीन कहती है कि उस पर दबाव डाला गया, उसके बर्थ सर्टिफिकेट में बदलाव कर नकली सर्टिफिकेट बनवाया गया। इसमें उसे 24 साल का दिखाया गया था। लड़कियों का शोषण न हो, इसके लिए वह पुलिस के पास गई। नौशीन अब अपने परिजनों और अपने घर जाने की बात से डरी हुई है। वह दोबारा अपने घर नहीं जाना चाहती है।
So sad.
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