सोमवार, 8 अप्रैल 2013
ग्राम पंचायत पर खलिहान को गौचर व देव भूमि को मदरसे के लिए देने का आरोप
खन्नोड़ा में ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
ग्राम पंचायत पर खलिहान को गौचर व देव भूमि को मदरसे के लिए देने का आरोप
पाटोदी (बालोतरा) ग्राम पंचायत खन्नौड़ा की ओर से खन्नौड़ा गांव में लाटा (खलिहान) को गौचर में तब्दील करने व खारडी में देव भूमि को मदरसे को देने का आरोप लगाते हुए ग्राम पंचायत मुख्यालय पर एकत्रित होकर ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया।
इस दौरान आयोजित बैठक के दौरान सभी ग्रामीणों ने आगामी ९ अप्रैल को प्रशासन गांवों के संग अभियान के दौरान आयोजित शिविर का पूर्णरूप से बहिष्कार करने का निर्णय लिया। उन्होंने सरपंच की ओर से की गई इस आवंटन प्रक्रिया को ज्ञापन के जरिये तहसीलदार को भी अवगत कराया। ज्ञापन में उप सरपंच चतरसिंह, वार्ड पंच गौमतीदेवी व रामचंद्र, सुमेरमल जैन, कालूराम, अचलाराम, कसुम्बी, लूणी, वाली सहित ग्रामीणों ने बताया कि खन्नौड़ा ग्राम पंचायत पर कब्रिस्तान के लिए ३२ बीघा जमीन उपलब्ध है। इसमें ८ बीघा जमीन फिलहाल खाली पड़ी है। इसके बावजूद सरपंच ने २२ बीघा जमीन और कब्रिस्तान को आवंटित कर दी। जबकि इस गांव की आबादी ६०० से ७०० के करीब है। इसके अलावा ग्राम पंचायत की ओर से आवंटित भूमि पर राजस्थान उच्च न्यायालय में वाद चल रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरपंच ने गैर कानूनी तरीके से भूमि का कब्रिस्तान के लिए आबंटित कर दी। वहीं ग्राम पंचायत के राजस्व गांव खारडी में खसरा नंबर ४८६ में ५ बीघा जमीन मदरसे के लिए दे दी गई, जिस पर १४ देवताओं का स्थान है। इतना ही नहीं सरपंच ने एक काश्तकार के खेत की भूमि को गौचर में तब्दील कर दिया, जिस पर वह कृषि कर रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि जिस पर लाटा को गौचर में तब्दील किया गया है, उस लाटों पर पूरा गांव लाटा (खलिहान) करता है। इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने शनिवार को ग्राम पंचायत मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर काले झंडे दिखाए।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें